Pakistan: पाकिस्तान के कंगाली के दौर से गुजर रहा है. पूरे देश में आर्थिक संकट और महंगाई है. शहबाज शरीफ की सरकार के पास एक तरफ जहां मुल्क के अवाम को बुनियादी सहूलियात मुहैया कराने का चैलेंज है, वहीं उन देशों के पैसे भी वापस करने का दबाव है जिनसे उसने पहले मोटी रकम हासिल की. लेकिन कुछ भी ठीक होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में शहबाज़ शरीफ की सरकार ने बड़ा कदम उठाया है, जिसका सीधा असर मंत्रियों और सरकारी कर्मचारियों पर पड़ेगा. 


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प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले दिनों एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया है कि सरकार अब कुछ कटौतियां करेगी. इन कटौतियों की मदद से सरकार ने एक साल 200 अरब रुपये बचाने की योजना बनाई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के मितव्ययिता उपायो के तहत केंद्रीय मंत्री, सलाहकार और अन्य सहायकों को सैलरी और दूसरे तरह के फायदे नहीं मिलेंगे. इसके अलावा इन सभी को अपने बिजली, गैस और पानी की बिलों की भी अदायगी करनी होगी. 


शहबाज़ शरीफ का कहना है कि यह कटौती सरकार के ऊपर बढ़ रहे तमाम तरह बोझ को हल्का करेगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश में बढ़ती महंगाई, कर्ज और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए यह कदम जरूरी था. बेहद मुश्किल हालात से गुजर रहे देश की मदद के लिए शहबाज़ शरीफ ने सभी से सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने आम शहरियों से भी अपील की है कि वो ज्यादा खर्च ना करें.


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लग्जरी गाड़ियां भी लीं वापस:
इतना ही नहीं सरकार ने मंत्रियों और अफसरों से लग्जरी गाड़ियां भी वापस ले ली हैं. उनका कहना है कि सिर्फ जरूरत के मुताबिक सिक्योरिटी के लिए गाड़ियां मुहैया कराई जाएंगी. इसके अलावा हवाई सफर करने वाले नेताओं को भी इकोनॉमी क्लास में सफर करना होगा. साथ ही विदेश दौरे पर जरूरी लोगों के अलावा सहायक स्टॉफ को भी जाने की इजाज़त नहीं होगी. 


पाकिस्तान सरकार के इस फैसले से सभी के मन में एक सवाल जरूर उठ रहा है कि जिन मंत्रियों और अफसरों की तनख्वाहें रोक दी जाएंगी वो कैसे अपना गुजर-बसर करेंगे? ये सवाल जब प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सभी अपना खर्च ठीक उसी तरह उठाएंगे जिस तरह सत्ता में आने से पहले उठाया करते थे.


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