ताइपेः अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान यात्रा के बाद चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है.  नैंसी पेलोसी मंगलवार की रात ताइवान पहुंचीं है. पेलोसी और उनके प्रतिनिधिमंडल को ले जाने वाला विमान मंगलवार को एक छोटे पड़ाव के बाद मलेशिया से ताइवान के लिए रवाना हुआ था. मलेशिया में उन्होंने प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब के साथ दोपहर का खाना खाया था. 
गौरतलब है कि चीन हमेशा से ये दावा करता रहा है कि ताइवान उसका हिस्सा है. वह किसी भी विदेशी अधिकारियों के ताइवान दौरे का विरोध करता रहा है, क्योंकि उसे लगता है कि इस तरह की कोई भी गतिविधि इस क्षेत्र को संप्रभु राष्ट्र के रूप में मान्यता देने के समान है. इससे पहले चीन ने धमकी दी थी कि अगर पेलोसी ताइवान की यात्रा करती हैं तो इसके ‘‘गंभीर नतीजे’’ भुगतने होंगे.


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अमेरिका ने विश्वासघात किया हैः चीन 
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था, ’’ताइवान मुद्दे पर अमेरिका का विश्वासघात उसकी राष्ट्रीय विश्वसनीयता को खत्म कर रहा है.’’ उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इसके नतीजे बेहतर नहीं होंगे.अमेरिका के खौफनाक चेहरे ने इसे फिर से दुनिया की शांति के लिए सबसे बड़े खतरे के रूप में दिखाया है.’’ 
चीन के विदेश मंत्रालय की तर्जुमान हुआ चुनयिंग ने मंगलवार को बीजिंग में कहा, “अमेरिका और ताइवान ने चीन को उकसाने का काम किया है. चीन को आत्मरक्षा में कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जा रहा है. पेलोसी के ताइवान पहुंचने से कुछ वक्त पहले, चीन के सरकारी मीडिया ने कहा कि चीनी एसयू -35 लड़ाकू जेट ताइवान जलडमरूमध्य की सीमा को पार कर रहे हैं. हालांकि यह तुरंत साफ नहीं हो पाया  था कि ये विमान कहाँ जा रहे थे या उन्होंने क्या करने की योजना बनाई थी?


गुपचुप तरीके से की गई यात्रा की प्लानिंग 
वहीं, ताइवान के विदेश मंत्रालय ने इस बारे में टिप्पणी करने से इनकार किया था कि क्या पेलोसी ताइवान की यात्रा करेंगी? यात्रा की आधिकारिक तौर पर वक्त से पहले ऐलान नहीं किया गया था. ताइपे में ग्रैंड हयात होटल के बाहर बैरिकेड लगाए गए हैं, जहां कड़ी सुरक्षा के बीच पेलोसी के रुकने की संभावना है. राजधानी में दो इमारतों पर एलईडी डिस्प्ले के जरिए पेलोसी का स्वागत किया गया है. स्वागत में लिखा है, “ताइवान में आपका स्वागत है, स्पीकर पेलो.’’ इस बीच, कुछ हैकर्स ने ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट पर एक साइबर हमला किया, जिससे यह मंगलवार की शाम को अस्थाई रूप से बंद हो गई थी. हालांकि बाद में राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि हमले के तुरंत बाद वेबसाइट को बहाल कर दिया गया है.