गुजरात में जदयू भेजेगा अपने स्टार प्रचारक
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गुजरात में जदयू भेजेगा अपने स्टार प्रचारक

जदयू ने नरेंद्र मोदी का गढ़ माने जाने वाले इस राज्य में बिहार के विकास मॉडल के प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, अन्य मंत्रियों और सांसदों को भेजने का निर्णय किया है।

पटना : भाजपा के नेता जहां बिहार से पार्टी नेताओं को गुजरात में प्रचार में नहीं बुलाने को लेकर सफाई देने में जुटे हुए हैं, वहीं राजग के घटक दल जदयू ने नरेंद्र मोदी का गढ़ माने जाने वाले इस राज्य में बिहार के विकास मॉडल के प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, अन्य मंत्रियों और सांसदों को भेजने का निर्णय किया है।
गुजरात मामलों के चुनाव प्रभारी और पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने कहा, ‘पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार करने वाले लोगों की सूची को जल्द अंतिम रूप दे देगी। इस सूची में राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्य के मंत्री और सांसद शामिल हैं। ये बिहार के विकास मॉडल का प्रचार गुजरात में भी करेंगे।’ उन्होंने कहा कि 180 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में पार्टी द्वारा 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है। बीते विधानसभा चुनाव में भी जदयू ने गुजरात में इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस बार भी राजग के घटक भाजपा के साथ जदयू का कोई गठजोड़ नहीं हुआ है। बीते चुनावों में गुजरात में जदयू को एक सीट जीतने में सफलता मिली थी।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में जदयू और भाजपा गठबंधन मिलकर बीते सात वर्ष से सरकार चला रही है, लेकिन बिहार से बाहर के अन्य राज्यों में दोनों दलों के बीच चुनावी तालमेल नहीं हो पा रहा है। उत्तर प्रदेश का पिछला चुनाव भी जदयू ने अपने बूते लड़ा था।
त्यागी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ किस प्रकार पलटवार किए जाएंगे, जदयू उन मुद्दों को तैयार कर रहा, जिसे चुनाव प्रचार के दौरान प्रचारित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गोधरा बाद दंगों के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के नाम पर कडी आपत्ति जताई थी जिसके कारण बिहार में 2010 में विधानसभा चुनावों प्रचारकर्ताओं की सूची से मोदी का नाम बाहर रखा गया था। हाल ही में नीतीश कुमार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी से कहा था कि नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव 2014 के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाया जाए।
जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि गुजरात इकाई द्वारा के अनुरोध और केंद्रीय नेतृत्व से विचार विमर्श के बाद नवंबर दिसंबर में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए मंत्रियों और अन्य नेताओं की सूची तैयार की जाएगी। त्यागी ने कहा कि बिहार के विकास का माडल गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रचार का मुख्य एजेंडा होगा। पार्टी के नेता वहां विकास की विचारधारा और न्याय के साथ विकास के मूल मंत्र लोगों को बताएंगे। इसी मुद्दे पर अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांग जाएंगे।
गुजरात चुनाव प्रचार के 40 प्रचारकों की सूची में बिहार के किसी भी प्रमुख नेता का नाम शामिल नहीं किए जाने की खबरों के आने के बाद भाजपा ने कल कहा था कि नरेंद्र मोदी ने बिहार के किसी भी नेता को चुनाव प्रचार से बाहर करने के संबंध में कोई बात नहीं कही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी ठाकुर ने कहा कि गुजरात राज्य पार्टी के नेताओं के दायरे से बाहर नहीं है। जहां भी दरकार पड़ेगी बिहार से भाजपा के नेता वहां चुनाव प्रचार करने जाएंगे। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस प्रकरण पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। (एजेंसी)

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