कैश की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए एक और बुरी खबर है. अब एटीएम के इस्तेमाल पर उन्हें अधिक चार्ज देना पड़ सकता है.
Trending Photos
नई दिल्ली: कैश की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए एक और बुरी खबर है. अब एटीएम के इस्तेमाल पर उन्हें अधिक चार्ज देना पड़ सकता है. दरअसल, एटीएम ऑपरेटर्स ने एटीएम ट्रांजैक्शन के लिए हायर इंटरचेंज रेट की मांग उठाई है. फिलहाल, सभी बैंक दूसरे बैंकों के कस्टमर से अपने बैंक का एटीएम का इस्तेमाल करने पर हर बार कैश निकालने पर 15 रुपए और दूसरे नॉन कैश ट्रांजैक्शन पर 5 रुपए लेते हैं, जो 5 ट्रांजैक्शन के बाद हर बैंक ग्राहक को देना पड़ता है. चार्ज बढ़ने से ऑपरेटर्स हाल ही में आरबीआई के सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करने में सक्षम बन सकेंगे. अगर यह मांग मान ली जाती है तो ग्राहकों को दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने पर ज्यादा चार्ज चुकाना होगा.
3-5 रुपए तक बढ़ सकता है चार्ज
कन्फेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री (CATMI) ने मांग की है कि एटीएम से ट्रांजैक्शन करने पर चार्ज कम से कम 3 रुपए से 5 रुपए बढ़ना चाहिए. जिससे एटीएम ऑपरेटर्स बढ़ती महंगाई में अपनी लागत निकाल सकें. CATMI के निदेशक के श्रीनिवास ने कहा कि हाल ही में आरबीआई ने काफी सख्त गाइडलाइंस जारी की हैं. इससे एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स की कुल लागत में बढ़ोतरी होगी.
आरबीआई ने दिए हैं निर्देश
आरबीआई ने बैंकों को जुलाई से कैश मैनेजमेंट संबंधी गतिविधियों के लिए सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ इस व्यवस्था में न्यूनतम मानक लागू करने के निर्देश दिए हैं. नए निर्देशों में एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए 300 कैश वैन, एक ड्राइवर, 2 रक्षक और कम से सम 2 गनमैन रखे जाने का निर्देश हैं. इसके अलावा, कैश ले जाने वाले सभी वाहन जीपीएस से लैस होने चाहिए.
प्रस्ताव को मिल सकती है मंजूरी
जियो फेसिंग मैपिंग के साथ इसकी निगरानी रखी जा सके और किसी इमर्जेंसी की हालत में यह नजदीकी पुलिस स्टेशन का संकेत दे सके. CATMI, आरबीआई और NPCI से बातचीत कर रही है. उसे उम्मीद है कि इंटरचेंज रेट को बढ़ाने का मुद्दे पर प्राथमिकता के आधार पर विचार-विमर्श करना चाहिए.