सोने में गिरावट: भारतीय खरीदारों के लिए उचित समय
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सोने में गिरावट: भारतीय खरीदारों के लिए उचित समय

सोना की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है। बुधवार को इसका भाव 300 रुपये और टूटकर चार वर्ष के ताजा निम्नतम स्तर 25,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। सोना में निवेश की रुचि रखने वालों के लिए यह सही समय है। किसी भी चीज को खरीदने का सबसे सही समय तब होता है, जब उसे कोई हाथ नहीं लगाना चाहता है।

सोने में गिरावट: भारतीय खरीदारों के लिए उचित समय

नई दिल्ली : सोना की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है। बुधवार को इसका भाव 300 रुपये और टूटकर चार वर्ष के ताजा निम्नतम स्तर 25,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। सोना में निवेश की रुचि रखने वालों के लिए यह सही समय है। किसी भी चीज को खरीदने का सबसे सही समय तब होता है, जब उसे कोई हाथ नहीं लगाना चाहता है।

1. गोल्डमैन सॉक्स ग्रुप ने अभी इसमें और गिरावट का अनुमान जारी किया है। बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में आगे और गिरावट आने के आसार से फुटकर के साथ-साथ आभूषण विक्रेताओं की लिवाली पर असर है। शेयर बाजार की ओर निवेश का प्रवाह बढ़ने से भी बहुमूल्य धातुओं की कीमतों पर दबाव है। चालू वर्ष में अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के अनुमान से विदेशी बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की मांग कम हो गई है तथा डॉलर के मजबूत होने का भी सोने के भाव पर असर है।

2. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस वर्ष ब्याज दर में वृद्धि करने की संभावना के बीच वैकल्पिक निवेश के लिए बहुमूल्य धातुओं की मांग कमजोर हो गई। यही वजह रहा कि सोने का भाव तेजी से गिर रहा है। अमेरिकी विकास दर में सुधार के संकेतों के बीच सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में बहुमूल्य धातुओं का आकर्षण कम होने से घरेलू हाजिर बाजार में आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की मांग कमजोर रही जिससे इन धातुओं की कीमतों पर दबाव रहा।
 
3. सोने के प्रमुख आयातक देशों भारत एवं चीन में इसकी मांग में गिरावट आई है। भारत का सोना आयात भी जून में लगभग 37 फीसदी कम होकर 1.96 बिलियन डॉलर रह गया। साथ ही ग्रीस संकट सुलझने से शेयर मार्केट में तेजी आई है। डॉलर की डिमांड में भी तेजी है। डॉलर के मजबूत होने से सोने के दामों में गिरावट आई।

4. चीन की सुस्त अर्थव्यवस्था के बावजूद शेयर मार्केट 150 फीसदी तक चढ़े। इससे सोने और उससे बनी ज्वैलरी डिमांड 10 फीसदी घट गई। जून के अंत तक चीन का सोना रिजर्व 57 फीसदी बढ़ा है, इसके बावजूद 2009 के मुकाबले कम है। कारोबारियों के मुताबिक, चीन सोना खरीद रहा है, लेकिन उसकी रफ्तार धीमी है। इससे भी सोने के कीमतों में गिरावट हुई।

5. भारत में सोने के बजाय शेयर से ज्यादा कमाई की उम्मीद लोग कर रहे हैं। भारत में सोने की खरीद पैसा सुरक्षित करने के मकसद से होती है। अभी शेयर बाजार में तेजी है। लोग पैसा लगा रहे हैं। 2 साल में शेयर ने 43 फीसदी रिटर्न दिया। लिहाजा सोने में निवेश लोगों को रास आ रहा है और फायदे की वजह बन रहा है। निवेशकों उम्मीद है कि अमेरिकी डॉलर मजबूत होगा, इसलिए गोल्ड के शेयर बेचे जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल ब्याज दर में बढ़ोतरी करेगा।

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