सरकार के विभिन्न वस्तुओं पर जीएसटी दर घटाने का असर दिखने लगा है.
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नई दिल्ली: सरकार के विभिन्न वस्तुओं पर जीएसटी दर घटाने का असर दिखने लगा है. पेंट से लेकर बैटरी कारोबारियों ने ऐलान किया है कि वे इसका लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएंगे. सरकार ने इन उत्पादों पर 28 फीसदी का जीएसटी स्लैब खत्म कर इसे 18 फीसदी कर दिया है. यानि उत्पादों की कीमतों में 10 फीसदी तक की गिरावट आने की संभावना है. नेरोलेक पेंट ने कहा कि वह पेंट की कीमतों में 10 फीसदी तक की कमी लाएगा. बर्जर ने कहा है कि वह भी कीमतें घटाएगी.
सरकार ने 50 वस्तुओं पर घटाया है टैक्स
शनिवार को जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि करीब 50 वस्तुओं पर जीएसटी की दर घटाई गई है. इनमें वाशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर तक शामिल हैं.
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कंपनियों का कहना है कि इस कटौती से कारोबार में 6 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है. पेंट कंपनियों के दाम घटाने के ऐलान का असर मंगलवार को शेयरों पर भी पड़ा. ब्लूमबर्गक्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक एशियन पेंट के शेयर में मंगलवार को तेजी देखी गई.
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लिथियम-आयन बैटरी पर दर ईवी की तरह हो
इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन एसएमईवी ने लिथियम-आयन बैटरियों पर जीएसटी दर को घटाकर 18 प्रतिशत करने के फैसले का स्वागत किया है. हालांकि, एसएमईवी का कहना है कि किसी इलेक्ट्रिक वाहन में कारखाने में फिट गई बैटरी की तुलना में यह दर अभी ऊंची है, जिससे देश में इस तरह के वाहनों की वृद्धि पर असर पड़ सकता है. एसएमईवी ने कहा कि सरकार को अलग से लगाई जाने वाली लिथियम आयन बैटरी तथा इलेक्ट्रिक वाहनों की फैक्टरी फिटेड बैटरी पर कर दरों की विसंगति को दूर करना चाहिए, जिससे दीर्घावधि की स्वामित्व की लागत को कम किया जा सके. इलेक्ट्रिक वाहन में पहले से लगी लिथियम आयन बैटरी पर जीएसटी दर 12 प्रतिशत है, जबकि अलग से बेचने में इस पर 18 प्रतिशत कर लगेगा. ऐसे में छह प्रतिशत का अंतर है. सरकार को इस विसंगति को दूर करना चाहिए.