देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी के 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि एक और बैंक घोटाला सामने आया गया है. पीएनबी के बाद एसबीआई और अब नया घोटाला आईडीबीआई बैंक से जुड़ा हुआ है.
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नई दिल्ली : देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी के 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि एक और बैंक घोटाला सामने आया गया है. पीएनबी के बाद एसबीआई और अब नया घोटाला आईडीबीआई बैंक से जुड़ा हुआ है. आईडीबीआई बैंक में जाली दस्तावेजों के माध्यम से 772 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का मामला सामने आया है. यह फ्रॉड बैंक की आंध्र प्रदेश और तेलंगाना स्थित पांच ब्रांच में हुआ है. सीबीआई ने इस पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है.
मछली पालन से जुड़ा कर्ज दिया गया था
आईडीबीआई ने इस घोटाले के संबंध में बीएसई को भी जानकारी दी है. बैंक की तरफ से बताया गया कि उसने वित्त वर्ष 2008-09 से 2012-13 के दौरान पूर्ववर्ती आंध्र प्रदेश राज्य में अपनी कुछ शाखाओं में मछली पालन का कर्ज दिया था. ये मामले पांच शाखाओं हैदराबाद में बशीरबाग गुंट्रर, राजामुंदरी, भीमावरम और पालंगी से संबंधित हैं. यह घोटाला फ्रॉड लोन के जरिये किया गया है. इनमें से कुछ लोन साल 2009 से 2013 के दौरान लिए गए थे. ये लोन फिश फार्मिंग के लिए लिये गए हैं.
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फर्जी दस्तावेज के आधार लोन दिया गया
बैंक ने कहा कि इसमें से कुछ लोन फर्जी दस्तावेज के आधार पर लिए गए थे. इन फर्जी दस्तावेजों में कुछ तालाब के पट्टों से जुड़े हुए थे. हालांकि इन पट्टों का वास्तव में अस्तित्व था ही नहीं. यही नहीं, फर्जीवाड़ा करने वालों ने गिरवी रखी गई संपत्ति के दाम भी काफी ज्यादा बताए थे. पीएनबी की तरह इस घोटाले में भी बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत बताई जा रही है. बैंक की तरफ से बताया गया कि इस मामले में दिए गए लोन की प्रोसेसिंग और वितरण में कई खामियां सामने आई हैं.
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एक अधिकारी को भी बर्खास्त किया गया
लोन देने वाले एक अधिकारी को भी बर्खास्त कर दिया गया है. वहीं इस मामले से जुड़े दूसरे अधिकारी रिटायर हो चुके हैं. बैंक ने बताया कि फर्जीवाड़े की 5 शिकायतों में से 2 मामलों में केस दर्ज कर लिया गया है. ये दोनों मामले बैंक की बशीरबाग और गुंटूर ब्रांच से संबंधित हैं. प्राथमिकी में दर्ज अन्य व्यक्तियों में आदिलक्ष्मी समूह के एम.एल. राव, एस. सुधाकर समूह के समयमंथूला सुधाकर, एन.वी. सुब्बा राजू समूह से नदीमपल्ली वेंकट, सुब्बा राजू, के.एस.वी. प्रसाद राजू, नदीमपल्ली रामा राजू, टी.सी. वेंकटेश्वर राव, पी.एस. चौधरी और बी.सी. रेड्डी व अन्य लोग हैं.
बैंक के शेयर गिरे
बैंक के फर्जी लोन की जानकारी सामने आने के बाद आईडीबीआई का शेयर 3.5 प्रतिशत (लगभग 73.7 रुपये) लुढ़क गया है. वहीं निफ्टी में पब्लिक सेक्टर में लोन देने वाले PSU बैंक का इंडेक्स भी 1.8 परसेंट तक नीचे गिरा.