अगर आपने भी बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश किया है तो यह खबर आपके लिए है. आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया है. सेंट्रल बैंक के नए फैसले के तहत अब आप बैंक या ई-वॉलेट के जरिये बिटकॉइन को नहीं खरीद पाएंगे.
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नई दिल्ली/ मुंबई : अगर आपने भी बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश किया है तो यह खबर आपके लिए है. आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया है. सेंट्रल बैंक के नए फैसले के तहत अब आप बैंक या ई-वॉलेट के जरिये बिटकॉइन को नहीं खरीद पाएंगे. यह कदम क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते धोखाधड़ी के मामलों के बाद उठाया गया है. आरबीआई ने बैंक समेत सभी नियमित इकाइयों से बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी मुद्रा में लेन- देन करने वाली कंपनियों को सेवा नहीं देने के बारे में कहा है. ग्राहकों के हितों की रक्षा तथा मनी लांड्रिंग पर लगाम लगाने के इरादे से केंद्रीय बैंक की तरफ से यह निर्देश दिया गया है.
ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए उठाया कदम
वित्त वर्ष 2018-19 की अपनी पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद आरबीआई ने यह भी कहा कि आभासी मुद्रा समेत नए नए प्रौद्योगिकी नवप्रवर्तनों से वित्तीय प्रणाली की दक्षता में सुधार होगा तथा वह अधिक समावेशी होगी. केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘हालांकि क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टो संपत्ति कही जाने वाली आभासी मुद्रा के चलन से उपभोक्ताओं के हितों के सरंक्षण, बाजार में निष्पक्षता और मनी लांड्रिंग समेत अन्य बातों को लेकर चिंता बढ़ी है.’
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आरबीआई ने सर्विस की बंद
आरबीआई ने कहा कि उसने आभासी मुद्रा का उपयोग करने वालों, उसे रखने वालों तथा व्यापारियों को इससे संबद्ध जोखिम के संदर्भ में बार- बार आगाह किया है. रिजर्व बैंक ने इससे जुड़ी इकाइयों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए कहा, ‘इससे जुड़े जोखिम को देखते हुए तत्काल प्रभाव से यह निर्णय किया गया है कि आरबीआई द्वारा नियंत्रित इकाइयां ऐसे किसी व्यक्ति या कारोबारी इकाइयों को सेवा उपलब्ध नहीं कराएंगी जो आभासी मुद्रा से जुड़े हों.’
अलग से परिपत्र भी जारी करेगा आरबीआई
केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा कि जो इकाइयां ऐसी सेवाओं में लगी हैं, वे निश्चित समयसीमा में इस प्रकार की सेवा देना बंद करेंगी. रिजर्व बैंक ने कहा कि वह इस मामले में अलग से परिपत्र जारी करेगा. जानकारों का मानना है कि आरबीआई के यह कदम उठाने के बाद लोग अपने सेविंग अकाउंट से क्रिप्टोक्रिप्टोवॉलेट में नगदी ट्रांसफर नहीं कर पाएंगे. ऐसे में आप इसकी बिक्री भी नहीं कर पाएंगे.
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2000 करोड़ का चूना लगाने वाला दबोचा
दूसरी तरफ बिटकॉइन के जरिये 8000 लोगों को 2000 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले अमित भारद्वाज को पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के अनुसार अमित ने खुद का बिटकॉइन माइनिंग ऑपरेशन (बिटकॉइन हासिल करने की प्रक्रिया) शुरू किया था. पुणे पुलिस अमित भारद्वाज के सात सहयोगियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि अमित भारद्वाज ने ही देश के अंदर साल 2014 में पहला ऑनलाइन रिटेल मार्केट प्लेस खोला था. अमित का बिटकॉइन ऑपरेशन चीन समेत कई देशों में चलता था.
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) है. इसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है. इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. फिलहाल, भारत में एक बिट क्वॉइन की कीमत करीब 65 हजार रुपए है.
2009 में हुई थी बिटकॉइन की शुरुआत
2008 में पहली बार बिटकॉइन को लेकर एक लेख प्रकाशित हुआ था. हालांकि, इसकी शुरुआत 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप हुई. इसे अज्ञात कम्प्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया.
(इनपुट एजेंसी से भी)