इस लूटकांड में समस्तीपुर पुलिस ने कटिहार मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के तृतीय वर्ष के छात्र डॉ अशोक उर्फ पप्पू भाई सहित छह लोगों को पूर्णिया से गिरफ्तार किया है. मठ से लूटे गए पचास करोड़ से अधिक की बेशकीमती मूर्ति को बरामद किया है. पुलिस के गिरफ्त में आया यह मेडिकल छात्र ही इस लूट का मास्टमाइंड माना जा रहा है.
Trending Photos
पूर्णिया : समस्तीपुर पुलिस ने 12 अप्रैल की रात में सरायरंजन के नरघोघी राम जानकी मठ में हुए अब तक के सबसे बड़े लूटकांड का खुलासा कर दिया है. इस लूटकांड में समस्तीपुर पुलिस ने कटिहार मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के तृतीय वर्ष के छात्र डॉ अशोक उर्फ पप्पू भाई सहित छह लोगों को पूर्णिया से गिरफ्तार किया है. मठ से लूटे गए पचास करोड़ से अधिक की बेशकीमती मूर्ति को बरामद किया है. पुलिस के गिरफ्त में आया यह मेडिकल छात्र ही इस लूट का मास्टमाइंड माना जा रहा है.
ज्ञात हो कि अज्ञात हथियारबंद अपराधियों के द्वारा नरघोघी मठ में तैनात सुरक्षागार्ड को पहले बंधक बनाया गया और फिर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया. इस दौरान अपराधी सोने के दो बेशकीमती मूर्ति और अष्टधातु के कुल 14 बेशकीमती मूर्तियों को अपने साथ ले गए. साथ ही सुरक्षाकर्मियों के रायफल को मंदिर परिसर के कुएं में फेंक दिया.
ग्रामीणों की सूचना पर मौका-ए-वारदात पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की. इस दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे. समस्तीपुर एसपी दीपक रंजन के द्वारा सदर डीएसपी मो तनवीर के नेतृत्व में सात सदस्यीय स्पेशल टीम का गठन किया गया. टीम में सदर डीएसपी के साथ इंस्पेक्टर हरिनारायण सिंह, सरायरंजन थानाध्यक्ष अमित कुमार, कल्याणपुर थानाध्यक्ष मधुरेन्द्र किशोर, डीआईयू के शिव कुमार पासवान और बंगरा थानाध्यक्ष को शामिल किया गया.
पढ़ें- बिहार पुलिस का कारनामा, आरोपी के बदले उसके भाई को भेज दिया जेल
पुलिस की विशेष टीम इनपुट के आधार पर टीम कटिहार के लिए रवाना हुई. कटिहार से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें कटिहार मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के तृतीय वर्ष के छात्र डॉ अशोक उर्फ डॉ शाहनवाज भा शामिल है. इन दोनों के माध्यम से पुलिस को जानकारी मिली कि लूटी गई मूर्ति पूर्णिया में है. पुलिस की टीम दोनों को लेकर पूर्णिया पहुंची और वहां से मूर्ति बरामद की.
पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस के द्वारा मठ के महंथ बजरंगी दास से भी कई अहम सुराग मिले. फिलहाल समस्तीपुर पुलिस मठ के महंथ बजरंगी दास और अपराधियों के संबंध पर जांच की बात कह रही है. वारदात को अंजाम देने में प्रयोग किए गए वाहन सहित दस मोबाइल भी बरामद किया गया है.