हवा में नहीं उड़ती, फिर भी पैरों में पहनी जाने वाली स्लीपर आखिर क्यों कहलाती है 'हवाई चप्पल'? जानें इसके पीछे का राज
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हवा में नहीं उड़ती, फिर भी पैरों में पहनी जाने वाली स्लीपर आखिर क्यों कहलाती है 'हवाई चप्पल'? जानें इसके पीछे का राज

Knowledge Section: हवाई चप्पल पहनने के बाद ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति हवा में उड़ने लगता है, लेकिन हो सकता है कि इसे पहनने के बाद चलने में काफी रिलैक्स और हल्का महसूस होता है. इसलिए इसे हवाई चप्पल कहा जाता हो. हालांकि, इसका सही तर्क नीचे दिया गया है.

हवा में नहीं उड़ती, फिर भी पैरों में पहनी जाने वाली स्लीपर आखिर क्यों कहलाती है 'हवाई चप्पल'? जानें इसके पीछे का राज

Knowledge Section: इस दुनिया में हर चीज के बनने व उसकी उत्पत्ती के पीछे कोई ना कोई इतिहास जरूर छिपा होता है. इसी प्रकार आज हम बात करेंगे हवाई चप्पलों की. हम सब ने बचपन से ही हवाई चप्पल का नाम सुना है. इसका इस्तेमाल हम सभी रोजाना करते हैं. दुनिया की अलग-अलग जगहों पर हवाई चप्पल का इस्तेमाल काफी लंबे समय से किया जा रहा है. वहीं, समय के साथ-साथ इसके डिजाइन और रंग भी बदलते रहें हैं, लेकिन इस बदलाव के बावजूद इसके इस्तेमाल में कोई कमी नहीं आई है. आप भी बचपन से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि आखिर हवाई चप्पल का नाम हवाई ही क्यों पड़ा, जबकि ये तो हवा में उड़ती भी नहीं है. अगर नहीं, तो आइये आज हम आपको इसके पीछे का राज बताते हैं.

हवाई चप्पल के कई और नाम 
दुनिया के अलग-अलग देशों में हवाई चप्पल को कई सारे नामों से जाना जाता है. भारत में इसे हवाई चप्पल कहते हैं. इस चप्पल का डिजाइन काफी पुराना है, जो लंबे वक्त से चला आ रहा है. हवाई चप्पल पहनने के बाद ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति हवा में उड़ने लगता है, लेकिन हो सकता है कि इसे पहनने के बाद चलने में काफी रिलैक्स और हल्का महसूस होता है. इसलिए इसे हवाई चप्पल कहा जाता हो. हालांकि, इसका सही तर्क नीचे दिया गया है.

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इस कारण कहा जाता है इन्हें हवाई चप्पल
दरअसल, हवाई चप्पल का नाम उसकी उत्पति से जुड़ा हुआ है. इतिहासकारों के अनुसार, अमेरिका में एक आइलैंड है "हवाई आइलैंड". उस आइलैंड पर एक खास तरह का पेड़ मिलता है, जिसे 'टी' के नाम से जाना जाता हैं. इस पेड़ के जरिए ही एक रबर जैसा फैब्रिक तैयार किया जाता है, जो काफी लचीला होता है. इसी फैब्रिक से चप्पल बनाई जाती है. यही कारण है कि इन चप्पलों को हवाई चप्पल कहा जाता है.

जापान से भी जुड़े हैं हवाई चप्पल के तार 
इसके अलावा हवाई चप्पलों का जापान से भी लिंक जोड़ा गया है. जिस डिजाइन की हवाई चप्पलें हम सभी पहनते हैं, वैसी ही सेम चप्पलें जापान में पहले पहनी जाती थी. इन्हें जोरी कहते थे. माना जाता है कि अमेरिका के हवाई आइलैंड में काम करने के लिए जापान से ही मजदूर भेजे गए थे. ये मजदूर जापान की चप्पल पहनकर हवाई गए थें. जिस तरह की चप्पल पहनकर वे हवाई गए थे, वहां उसी प्रकार की चप्पलें बनाई जाने लगी और इन्हें ही हवाई चप्पल के नाम से जाना जाने लगा. बता दें, इन हवाई चप्पलों का इस्तेमाल सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान अमेरिकी सैनिकों ने भी किया था. जिसके बाद दुनिया भर में हवाई चप्पल मशहूर हो गई. 

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