दुबई में उनके साथ उनके पति बोनी कपूर और छोटी बेटी खुशी कपूर मौजूद थी. जाह्नवी अपनी फिल्म की शूटिंग की वजह से शादी में शामिल नहीं हो पाईं थी.
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नई दिल्ली: बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी का दिल का दौरा पड़ने से शनिवार देर रात निधन हो गया. उनकी मौत की जानकारी मिलने के साथ ही पूरे बॉलीवुड में शोक की लहर फैल गई. एक ओर जहां सभी लोगों के लिए अचानक हुई उनकी मौत की खबर सदमें से कम नहीं है वहीं, उनकी छोटी बेटी जाह्नवी के लिए भी यह घड़ी काफी मुश्किल होगी. अपनी पहली फिल्म धड़क की शूटिंग में बिजी जाह्नवी अपनी मां से आखिरी बार मिल भी नहीं पाई. दरअसल, श्रीदेवी अपने भतीजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने के लिए दुबई गईं थीं और यहां दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मृत्यू हो गई.
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इस दौरान उनके साथ उनके पति बोनी कपूर और छोटी बेटी खुशी कपूर मौजूद थी. जाह्नवी अपनी फिल्म की शूटिंग की वजह से शादी में शामिल नहीं हो पाईं थी. हालांकि, जाह्नवी को कहीं न कहीं इस बात का भी बुरा लगा होता कि काफी बेताबी से उनकी फिल्म का इंतजार कर रहीं श्रीदेवी उनकी फिल्म को कभी नहीं देख पाएंगी, लेकिन श्रीदेवी जाने से पहले अपनी बेटी को अक्सर एक सलाह दिया करती थीं और इसका खुलासा उन्होंने अपने एक इंटरव्यू के दौरान किया था. उन्होंने कहा था, एक मां के तौर पर, या किसी भी मां की तरह चाहे वह किसी भी प्रोफेशन में जा रहे हों, आप उन्हें एक ही चीज बोलते हैं कि कभी कुछ गलत न करें. हमेशा हार्ड वर्क करें और अपने काम में अपना 100 प्रतीशत दें.
इसके अलावा एक दूसरे इंटरव्यू में जब श्रीदेवी से पूछा गया था कि उन्होंने जाह्नवी को किस तरह से फिल्म इंडस्ट्री में होने वाले कम्पेरिजन के लिए तैयार किया. इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, हम इससे भाग नहीं सकते. उसे प्रेशर देखना होगा. जब उसने बॉलीवुड में आने का निर्णय लिया था तब उसने इस बारे में भी सोचा था. वह इन सब चीजों के लिए तैयार है और मैं भी खुद को इन सब चीजों के लिए तैयार कर रही हूं. कई बार में इस वजह से डर जाती हूं, मेरे दिमार में कई सारे विचार आते हैं और लगता है कि वह ऐसा क्यों कर रही है, लेकिन फिर भी अगर वह यही करना चाहती है तो मैं उसके साथ हूं. जिस तरह से मेरी मां ने मेरा साथ दिया था.
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जिस तरह से मेरी मां ने मेरा साथ दिया और फिल्मी बेकग्राउंड से न होते हुए भी उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया और मेरे साथ खड़ी रहीं. उसी तरह से मैं भी हमेशा जाह्नवी के साथ खड़ी रहूंगी. यहां यह बात साफ करदें कि श्रीदेवी नहीं चाहती थीं कि उनकी बेटी बॉलीवुड में आए लेकिन फिर भी उन्होंने हमेशा अपनी बेटी का साथ दिया. आज श्रीदेवी हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उम्मीद है कि जाह्नवी इस मुश्किल घड़ी का सामना करे और वह अपने सपनों को पाने के लिए मेहनत करे और आने वाले वक्त में अपनी मां की तरह ही सक्सेसफुल बनें.