जानें क्यों साधारण ब्रॉडबैंड से अलग है सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस? भारत में किस तरह से करेगी काम
Advertisement
trendingNow11994714

जानें क्यों साधारण ब्रॉडबैंड से अलग है सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस? भारत में किस तरह से करेगी काम

JioSpaceFiber एक सैटेलाइट-आधारित ब्रॉडबैंड सेवा है जिसे रिलायंस जियो की तरफ से भारतवासियों के लिए पेश किया गया है. 

जानें क्यों साधारण ब्रॉडबैंड से अलग है सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस? भारत में किस तरह से करेगी काम

Satellite Internet: पिछले कुछ दिनों से आप सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के बारे में लगातार सुन रहे होंगे, दरअसल जिओ अपनी JioSpaceFiber सर्विस लेकर आ रही है. ये सैटेलाइट-आधारित ब्रॉडबैंड सर्विस है जिसका मकसद देश के कोने-कोने में इंटरनेट पहुंचाना है. इससे देश विकास की तरफ बढ़ सकता है. हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है, इसके बावजूद कई दूर दराज के इलाके ऐसे हैं जहां अभी तक ये सर्विस नहीं पहुंच पाई है. इसे ही इलाकों को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए JioSpaceFiber  सर्विस को लाया गया है. JioSpaceFiber इंटरनेट कनेक्टिविटी ऑफर करने के लिए कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स का इस्तेमाल करता है. 

क्यों खास है ये तकनीक 

आपके घर के पास लगाई गई एक सैटेलाइट डिश पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों से डेटा भेजती और प्राप्त करती है. यह तकनीक उन क्षेत्रों में इंटरनेट कवरेज की अनुमति देती है जहां पारंपरिक केबल या फाइबर कनेक्शन उपलब्ध नहीं हो सकते हैं, जैसे कि ग्रामीण क्षेत्र या फिर दूर दराज के ऐसे इलाके जहां इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करना नामुमकिन है. 

JioSpaceFiber पहले ही भारत भर के चुनिंदा इलाकों में सर्विस शुरू कर चुका है और इसमें गुजरात का गिर नेशनल पार्क, छत्तीसगढ़ का कोरबा, उड़ीसा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल हैं. Jio स्पेस फाइबर रिलायंस जियो के कनेक्टिविटी पोर्टफोलियो की तीसरी बड़ी टेक्नोलॉजी है. JioFiber और जियो एयर फाइबर के बाद यह तीसरी टेक्नोलॉजी है जो भारत के सभी कोनों में इंटरनेट की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई है. कंपनी ये सर्विस देने के लिए लक्ज़मबर्ग स्थित कंपनी, एसईएस के साथ साझेदारी कर रही है. 

इंटरनेट स्पीड हो सकती है अलग 

इस तकनीक में इस्तेमाल किए गए तारों के प्रकार के आधार पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट की स्पीड अलग हो सकती है. फाइबर, सबसे तेज़ माध्यम है जो, 1000 एमबीपीएस से अधिक गति प्रदान कर सकता है, सैटेलाइट इंटरनेट भी हाई स्पीड ऑफर करता है, लेकिन केबल इंटरनेट आमतौर पर तेज़ और अधिक विश्वसनीय होता है. सैटेलाइट इंटरनेट का लाभ यह है कि यह लगभग हर जगह उपलब्ध है, क्योंकि सिग्नल अंतरिक्ष से आता है. यह इसे उन ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए एक व्यवहार्य विकल्प बनाता है जिनके पास केबल या फाइबर कनेक्शन तक पहुंच नहीं है.

Trending news