ओखी चक्रवात : 218 मछुआरों को बचाया गया, मरने वालों की संख्या सात हुई
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ओखी चक्रवात : 218 मछुआरों को बचाया गया, मरने वालों की संख्या सात हुई

शुक्रवार को यह गंभीर चक्रवात तूफान में तब्दील हो गया और अरब सागर की ओर बढ़ गया. इसका केंद्र लक्षद्वीप के मिनीकॉय में उत्तर- उत्तरपूर्व में करीब 80 किलोमीटर पर है. इसके प्रभाव से राज्य के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है जिससे जनजीवन पर असर पड़ा है. 

तिरूवनंतपुरम : समुद्र से बचाने के बाद एक मछुआरे को अस्पताल ले जाते लोग. (फोटो साभार- PTI)

तिरूवनंतपुरम: चक्रवात ओखी के चलते खराब हुए मौसम के कारण समुद्र में फंसे केरल के 218 मछुआरों को बचाकर शुक्रवार को तट पर लाया गया. वहीं राज्य में बारिश के कारण हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई. ‘ओखी’ एक बांग्ला शब्द है जिसका अर्थ ‘आंख’ होता है. शुक्रवार को यह गंभीर चक्रवात तूफान में तब्दील हो गया और अरब सागर की ओर बढ़ गया. इसका केंद्र लक्षद्वीप के मिनीकॉय में उत्तर- उत्तरपूर्व में करीब 80 किलोमीटर पर है. इसके प्रभाव से राज्य के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है जिससे जनजीवन पर असर पड़ा है. 

सरकारी सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हुई थी जबकि शुक्वार को तीन लोगों की जान गई है. उन्होंने बताया कि लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश के कल्पनी, मिनिकॉय, कवत्री, अग्टाटी, एंड्रॉथ, कदमाथ और अमिनी समेत विभिन्न द्वीपों के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को स्थान छोड़ने के आदेश दिए गए हैं. सेंटर फॉर ओशन इन्फॉर्मेशन सर्विसेज के हवाले से मुख्यमंत्री पी विजयन के दफ्तर ने यहां कहा कि कल शाम तक राज्य के तटों पर ‘‘ऊंची लहरें’ उठने की संभावना है. अगले 24 घंटे के दौरान अलग अलग हिस्सों में बारिश और तेज हवाएं भी चलते रहने की संभावना है.

मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, कल से बीच समुद्र में फंसे 218 मछुआरों को सुरक्षित तट पर लाया गया है. ऐसा नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक समेत विभिन्न एजेंसियों के बीच सक्रिय समन्वय के कारण ही मुमकिन हो पाया है. नौसेना ने मध्य समुद्र में मछली पकड़ने की 38 नौकाओं को देखा है और वे उन्हें खाना तथा बचाव किट मुहैया करा रहे हैं. मुख्यमंत्री दफ्तर ने कहा कि अन्य नौकाओं का पता लगाने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने कहा कि तट पर लाए जा रहे मछुआरों को जरूरी इलाज मुहैया कराने के लिए मेडिकल कॉलेज और जनरल अस्पताल को तैयार रखा गया है.

इससे पहले समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि सरकार अभी समुद्र में गए लोगों की सटीक संख्या का पता लगाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि समुद्र में फंसे सभी लोगों को बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

सरकारी सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने विभिन्न स्थानों पर 29 राहत शिविर स्थापित किए हैं. 491 परिवारों के 2755 लोग इन शिविरों में है. उन्होंने कहा कि समूचे राज्य में कुल 56 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 799 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि जापान के एक मालवाहक पोत ने बचाव अभियान में सहयोग किया है और मध्य समुद्र से 60 मछुआरों को बचाया है. उन्हें यहां नजदीक में विज्हिंजम तट लाया गया है.

दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल ए आर कार्वे ने कोच्चि नौसेना अड्डे पर आईएनएस तीर पर संवाददाताओं को बताया कि भारतीय नौसेना ओखी चक्रवात के प्रभाव से बेहद उग्र हो चुके समुद्र में फंसे मछुआरों को सकुशल निकाल लाने के लिए अधिकतम प्रयास कर रही है.

मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि चक्रवात के लक्षद्वीप की ओर बढ़ने के मद्देनजर राज्य ने रक्षा मंत्रालय से बचाव अभियान के लिए और विमान तैनात करने को कहा है. नौसेना के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने बचाव और पुनर्वास अभियान के लिए लक्षद्वीप के द्वीपों पर दो पोत तैनात किए हैं. उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.

लक्षद्वीप के कल्पनी में जेटी पर खड़ी पांच नौकाएं भारी बारिश और तेज हवाओं की वजह से क्षतिग्रस्त हुई हैं. इस बीच लापता मछुआरों के चिंतित रिश्तेदारों ने कोल्लम और तिरूवनंतपुरम में यातायात बाधित कर नारेबाजी की. इन प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं. वे मछुआरों को बचाने में देरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. तिरूवनंतपुरम में भारी बारिश होने के बावजूद मछुआरों और महिलाओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध किया.

विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने एहतियाती उपाय शुरू करने तथा उग्र समुद्र में फंसे मछुआरों को बचाने के लिए बचाव अभियान आरंभ करने में कथित देरी को लेकर एलडीफ सरकार की आलोचना की. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के राजशेखरन ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह तथा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्र की ओर से बचाव अभियान में उन्हें जरूरी सहायता का आश्वासन दिया है.

लक्षद्वीप के सांसद पीपी मोहम्मद फैज़ल ने कहा कि कल्पनी और मिनीकॉय द्वीप चक्रवात से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. सांसद ने कहा कि उन्होंने राजनाथ सिंह से फोन पर बात की है और उन्होंने उन्हें आश्वस्त किया है कि नुकसान का आकलन करने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों की एक टीम भेजी जाएगी.

उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से भी मामले पर चर्चा की है. कवरत्ती और अगत्ती द्वीपों पर एहतियाती उपाय किए गए हैं, जहां आज रात तक चक्रवात के पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, चक्रवात अगले 24 घंटे के दौरान और तीव्र हो सकता है.

इस बीच तमिलनाडु सरकार ने आज बताया कि कन्याकुमारी और तिरुनेलवेली जिलों में ओखी चक्रवात से 1200 से ज्यादा व्यक्ति प्रभावित हुए हैं जिन्हें राहत शिविरों में रखा गया है. वही मुख्यमंत्री पी पलानीस्वामी ने स्थिति की समीक्षा की है. कन्याकुमारी जिले में एनडीआरएफ की दो तथा राज्य आपदा प्रक्रिया एजेंसी की सात टीमों को तैनात किया गया है.

(इनपुट - भाषा)

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