प्रदर्शनकारियों ने राजस्थान, ओडिशा, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में रेलवे ट्रक को ब्लॉक कर दिया.
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नई दिल्ली : दलित संगठनों द्वारा आहुत भारत बंद में हुए हिंसक प्रदर्शनों में सबसे ज्यादा असर यातायात पड़ा. उपद्रवियों ने सैकड़ों बसों, कार और दुपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया. रेल यातायात की बात करें तो 100 से अधिक गाड़ियां इस बंद के चलते प्रभावित हुईं. कई ट्रेनों को कुछ समय के लिए रद्द करना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर रेलवे ट्रैकों को बंद किया और कई ट्रेनों को रोक कर उन पर चढ़कर अपना गुस्सा जाहिर किया.
राजस्थान, ओडिशा, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रक को ब्लॉक कर दिया. आंदोलन को देखते हुए दिल्ली-अमृतसर शताब्दी को लुधियाना में कुछ समय के लिए रद्द कर दिया गया, जबकि नई दिल्ली-अमृतसर के बीच चलने वाली शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस को अंबाला में रद्द किया गया.
यूपी में सबसे ज्यादा असर
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता नितिन चौधरी ने बताया कि फिरोजपुर, हापुड़, मुरादाबाद, मुरादाबाद और गाजियाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रेल की पटरियों पर बैठकर अपना प्रदर्शन किया, लेकिन कहीं से कोई नुकसान की खबर नहीं है. एक-दो जगहों पर गाड़ियों पर पथराव के समाचार मिले, लेकिन किसी यात्री के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
उन्होंने बताया कि हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए सप्तक्रांति एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, भुवनेश्वर और रांची राजधानी तथा कानुपर शताब्दी को गाजियाबाद, मेरठ और मोदीनगर में कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था.
करीब 2000 लोगों की भीड़ ने हापुड़ रेलवे स्टेशन पर यातायात को रोक दिया. आगरा मंडल में भी करीब 28 ट्रेन अपने तय समय से काफी देरी से चलीं. फिरोजपुर यार्ड में सुबह के समय सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और गाड़ियों के आवागमन को रोक दिया.
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बिहार में टिकट खिड़की पर तोड़फोड़
पूर्वी मध्य रेलवे में करीब 43 ट्रेन इस प्रदर्शन के कारण प्रभावित हुईं. बिहार में पटना जंक्शन पर प्रदर्शनकारियों ने टिकट खिड़की को बंद कर दिया और ट्रैक पर भी तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारी पटना जंक्शन पर पहुंचे और उन्होंने वहां टिकट बिक्री काउंटर बंद करवा दिए. वे रेलमार्ग पर धरने पर बैठ गए जिसे कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई. ईस्ट कोस्ट रेलवे में चार ट्रेनों को प्रभावित होने के समाचार हैं.
इसी तरह उत्तर-पूर्वी रेलवे तथा दक्षिण-पूर्वी रेलवे से भी ट्रेनों को प्रभावित होने के समाचार हैं. पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे से 18 ट्रेनों के बीच में रुकने या देर से चलने की खबर हैं. इन जगहों पर दोपहर बाद यातायात संचालन सही हो पाया. ओडिशा के भी कई हिस्सों में जनजीवन आंशिक रुप से प्रभावित रहा. संबलपुर में आदिवासी दलित सेना के कार्यकर्ताओं ने खेत्राजपुर स्टेशन पर रेल रोको धरना दिया जिससे कुछ ट्रेनों के परिचालन में देरी हुई.