बिहार चुनाव: जेटली ने नीतीश-लालू पर किया प्रहार, बोले- तीन पैरों वाला महागठबंधन जीत नहीं सकता
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बिहार चुनाव: जेटली ने नीतीश-लालू पर किया प्रहार, बोले- तीन पैरों वाला महागठबंधन जीत नहीं सकता

बिहार के पिछड़ेपन के लिए जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि तीन पैरों पर दौड़ने वाला महागठबंधन मुकाबला नहीं जीत सकता और मतदाताओं को चेताया कि अगर महागठबंधन सत्ता में आया तो राज्य में ‘अराजकता और जंगलराज’ का बोलबाला होगा। उन्‍होंने आज बीजेपी के विजन डॉक्‍यूमेंट जारी करने के मौके पर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव जमकर प्रहार किए।

बिहार चुनाव: जेटली ने नीतीश-लालू पर किया प्रहार, बोले- तीन पैरों वाला महागठबंधन जीत नहीं सकता

पटना : बिहार के पिछड़ेपन के लिए जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि तीन पैरों पर दौड़ने वाला महागठबंधन मुकाबला नहीं जीत सकता और मतदाताओं को चेताया कि अगर महागठबंधन सत्ता में आया तो राज्य में ‘अराजकता और जंगलराज’ का बोलबाला होगा। उन्‍होंने आज बीजेपी के विजन डॉक्‍यूमेंट जारी करने के मौके पर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव जमकर प्रहार किए।

जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में 40 सालों तक शासन किया, राजद ने 15 वर्षों तक और जदयू ने 10 वर्षों तक और राज्य के पिछड़ेपन के लिए ये सभी दल जिम्मेदार हैं। जेटली की पार्टी भाजपा हालांकि जदयू के साथ करीब सात वर्षों तक सत्ता में साझेदार रही है। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ‘भाजपा का दृष्टिपत्र’ जारी की जिसमें छात्रों, किसानों, और राज्य के समग्र विकास का वादा किया गया है। जेटली ने कहा कि यह अवधि काफी लम्बी है, इस अवधि में बिहार का चेहरा बदल जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

वित्ता मंत्री ने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने उसी दल के साथ हाल मिलाया जिसने बिहार को बर्बाद किया। जदयू-राजद-कांग्रेस के महागठबंधन को विरोधाभासी करार देते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शामिल लोग अवसरवादी हैं। राजनीतिक एकरूपता उनकी प्रकृति नहीं है। अगर वे जीतते हैं तब बिहार को अराजकता में ढकेलने के अलावा और कोई परिणाम सामने नहीं आएगा।

जेटली ने लालू यादव के नरभक्षी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि गोधरा कांड के वक्‍त वे (लालू) रेलमंत्री थे। अब लालू यादव बताएं कि गोधरा कांड की झूठी रिपोर्ट क्‍यों तैयार करवाई। बिहार में जंगलराज के निर्माता और निर्देशक वही हैं।
अभिनेता बदलने से चरित्र नहीं बदल जाता है। जेटली ने कहा कि अमित शाह के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। गोधरा कांड में अमित शाह को कोर्ट ने क्‍लीनचिट दी है।
गुजरात हाईकोर्ट ने कहा था, ये बिना सबूतों वाला केस है। नीतीश पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि बिहार में जंगलराज खत्‍म करेंगे।

उन्‍होंने कहा कि आरक्षण में कोई बदलाव नहीं होगा। आरक्षण पर बीजेपी प्रतिबद्ध है
और यह देश की वास्‍तविकता है। हम आरक्षण के समर्थन में हैं और रहेंगे। आरएसएस ने भी इस पर अपनी सफाई दे दी है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जैसे कोई भी भाजपा और कांग्रेस के बीच गठजोड़ की बात नहीं सोच सकता, उसी तरह से विचारधारा में अंतर के कारण राम मनोहर लोहिया के अनुयायिओं के कांग्रेस के हाथ मिलाने की कल्पना करना भी कठिन थी। जेटली ने कहा कि हमें ऐसी राजनीतिक असंगति देखने को मिली और ऐसा विरोधाभासी गठबंधन भी देखने को मिला जो तीन पैरों वाला है। इसलिए यह दौड़ नहीं सकता और अगर रेस में दौड़ भी जाए तब जीत नहीं सकता।

बिहार में राजग के शासन के दौनान विकास की कमी को लेकर भाजपा को एक तरह से क्लिनचिट देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार के सरकार में करीब साढे सात वर्षों तक छोटी सहयोगी थी। भाजपा नीत गठबंधन के पास ही विकास की सोच होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नीत राजग सत्ता में आया तब इससे राज्य का पिछड़ापन दूर करने में मदद मिलेगी और राज्य प्रगति एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेगा, जैसे मध्यप्रदेश में भाजपा शासित शासन के दौरान शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हुआ और वह राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आजादी के बाद से सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा नहीं था लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के 15 वर्षों के शासन के दौरन तस्वीर बदल गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर बिहार बीमारू श्रेणी में बना हुआ है तब इसकी जिम्मेदारी राजद, जदयू और कांग्रेस पर आती है।

नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने ‘जंगलराज’ के सृजनकर्ताओं के साथ गठबंधन किया है। जबकि राज्य से जंगलराज खत्म करने के वादे के साथ वह पिछले तीन चुनावों में जीते। जेटली ने कहा कि हमें ऐसी राजनीतिक असंगति देखने को मिली और ऐसा विरोधाभासी गठबंधन भी देखने को मिला जो तीन पैरों वाला है। इसलिए यह दौड़ नहीं सकता और अगर रेस में दौड़ भी जाए तब जीत नहीं सकता। बिहार में राजग के शासन के दौनान विकास की कमी को लेकर भाजपा को एक तरह से क्लिनचिट देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार के सरकार में करीब साढे सात वषरे तक छोटी सहयोगी थी। भाजपा नीत गठबंधन के पास ही विकास की सोच होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नीत राजग सत्ता में आया तब इससे राज्य का पिछड़ापन दूर करने में मदद मिलेगी और राज्य प्रगति एवं विकास के मार्ग पर आगे बढेगा, जैसे मध्यप्रदेश में भाजपा शासित शासन के दौरान शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हुआ और वह राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आया।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आजादी के बाद से सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा नहीं था लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के 15 वर्षों के शासन के दौरन तस्वीर बदल गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर बिहार बीमारू श्रेणी में बना हुआ है तब इसकी जिम्मेदारी राजद, जदयू और कांग्रेस पर आती है। नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने ‘जंगलराज’ के सृजनकर्ताओं के साथ गठबंधन किया है। जबकि राज्य से जंगलराज खत्म करने के वादे के साथ वह पिछले तीन चुनावों में जीते। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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