यूं तो देश में कई परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं लेकिन पहली बार लीक हुए सीबीएसई परीक्षा के पेपर ने पूरे देश में खलबली मचा दी है.
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नई दिल्ली: यूं तो देश में कई परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं लेकिन पहली बार लीक हुए सीबीएसई परीक्षा के पेपर ने पूरे देश में खलबली मचा दी है. हो भी क्यों न देश के करीब 28 लाख छात्र इस पेपर लीक से प्रभावित हुए हैं. पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश तक में छात्र सड़कों पर उतर चुके हैं. यही नहीं दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी स्कूली छात्र अपनी नाराजगी जताने पहुंचे हुए हैं और हाथों में तख्तियां ले सरकार और सीबीएसई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इन प्रदर्शनों और छात्रों और अभिभावकों की नाराजगी के मद्देनजर कुशक रोड स्थित केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के घर के आसपास धारा 144 लगा दी गई है.
यूं चल रही है इस पेपर लीक मामले की जांच
इस पेपर लीक मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने अब तक करीब 10 वॉट्सएप ग्रुप्स का पता लगाया है. बताया जा रहा है कि इन सभी वॉट्सएप ग्रुप में करीब 50 से 60 सदस्य थे. इस बारे में और जांच की जा रही है, और ग्रुप के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा क्राइम ब्रांच को तलाश है उस विसल ब्लोअर की जो लगातार सीबीएसई को इस पेपर लीक के बारे में आगाह कर रहा था. पुलिस को लगता है कि ये एक ही शख्स है.
किसी अनजान शख्स ने यूं की थी पेपर लीक होने की शिकायत
दरअसल 23 मार्च को CBSE को एक अज्ञात शख्स ने अलर्ट किया था. उसने एक फैक्स भेजा था और दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर और 2 स्कूलों पर पेपर लीक करने का आरोप लगाया था. जिस पर 3 दिनों तक सीबीएसई की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया. वहीं 26 मार्च को CBSE के राउज एवेन्यू ऑफिस में एक कूरियर मिला. जिसमें 4 पेज में 12वीं क्लास के इकोनॉमिक्स के प्रश्न पत्र के जवाब लिखे हुए थे. साथ ही उसमें 4 लोगों के मोबाइल नंबर भी लिखे हुए थे, जिन्होंने व्हाट्सएप पर ये question paper रिसीव किये थे. लेकिन, दूसरी बार आगाह करने के बावजूद CBSE ने पेपर्स कैंसिल नहीं किए.
इसके बाद 28 मार्च को तड़के सुबह 1 बजकर 39 मिनट पर devn532@gmail.com से सीबीएसई चेयरपर्सन को मेल मिला. उस मेल के साथ 12 पेज अटैच थे. जिनमें गणित के पेपर और उनके जवाब मौजूद थे. इस मेल में पेपर को कैंसिल करने की अपील भी की गई थी. लेकिन सीबीएसई ने पेपर कैंसिल नहीं किया. एग्जाम होने के 90 मिनट बाद पुलिस को शिकायत देकर इस बात की जानकारी दी गई.
पुलिस को लगता है बार-बार इस मामले की शिकायत करने वाला शख्स एक ही है
पुलिस को लगता है कि सीबीएसई को लगातार अलग-अलग तरीकों से फैक्स के जरिए, कूरियर के जरिए और मेल के जरिए अलर्ट करने वाला ये विसल ब्लोअर एक ही शख्स है, जो इस मामले को सुलझाने में एक अहम कड़ी साबित हो सकता है. उस शख्स की डिटेल्स निकालने के लिए सीबीएसई ने गूगल को चिट्ठी लिखी है.
वॉट्सएप ग्रुप से पेपर लीक होने की आशंका
क्राइम ब्रांच के मुताबिक 12वीं का इकोनॉमिक्स के पेपर 10 व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक हुए थे. हर ग्रुप में करीब 50 लोग मौजूद थे. जिनमे ट्यूटर्स, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स थे. जो 4 मोबाइल नंबर 26 तारीख को इकोनॉमिक्स के सॉल्व पेपर के साथ राउज एवेन्यू ऑफिस में पार्सल के जरिए मिले थे, वो सभी ट्यूटर्स हैं, जो किसी न किसी व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड थे. इसके बाद दिल्ली के एक कोचिंग संचालक विक्की से फिर से पूछताछ की जा रही है.
क्राइम ब्रांच ने मांगी गूगल से मदद
इसके अलावा दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गूगल से उस मेल की तमाम जानकारी मांगी है. जिस मेल से सीबीएसई को पेपर लीक की शिकायत मिली थी. सीबीएसई द्वारा मांगी गई जानकारी में यह पूछा गया है कि वह मेल कहां जनरेट हुआ था और कहां से वह मेल किया गया था.
ये टीम कर रही है मामले की जांच
आप को बता दें कि मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त( अपराध) की निगरानी में काम कर रही है. इस बाबत दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. इकॉनोमिक्स का पेपर लीक होने के संबंध में पहला मामला 27 मार्च को और गणित का पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया. सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर ये मामले दर्ज किए गए. ये मामले आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोप में दर्ज किए गए हैं.