पीएम मोदी ने कहा, मुद्रा योजना के तहत 3 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार लोन लिया है. क्या इन लोगों को रोजगार नहीं माना जाएगा? अगर किसी ने नया धंधा शुरू किया है तो क्या इसको रोजगार मानेंगे कि नहीं?
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नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 का पहला इंटरव्यू Zee News को दिया. ज़ी न्यूज के एडिटर सुधीर चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी का साक्षात्कार लिया. प्रधानमंत्री ने विदेश नीति सहित कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. जीएसटी, नोटबंदी, बेरोजगारी, वन नेशन, वन इलेक्शन जैसे मुद्दों पर पीएम मोदी खुलकर बोले. एक फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका बजट को लेकर एक ही एजेंडा है - विकास, विकास और सिर्फ विकास.
मोदी सरकार ने देश में रोजगार के आंकड़े जारी किए है. जब पीएम मोदी से जब पूछा गया कि आपने नवंबर 2014 में एक करोड़ नौकरियों पैदा करने का वादा किया था. अभी करीब करीब 4-5 लाख नौकरियां हर पैदा कर रहे हैं. ऐसे में एक करोड़ नौकरियों के लिए हमें शायद 20 लाख रोजगार पैदा करने होंगे.
इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि अभी हाल ही में एक स्वतंत्र एजेंसी ने ईपीएफ के आंकड़े निकाले हैं. उस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस एक वर्ष में करीब 70 लाख लोग ईपीएफ से जुड़े हैं. हमने मुद्रा योजना निकाली है. जो भी अपना व्यवसाय करना चाहता है, उसे लोन दिया जाता है.
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10 करोड़ लोगों ने इसका लाभ उठाया है. 4 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि इनमें से 3 करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार लोन लिया है. क्या इन लोगों को रोजगार नहीं माना जाएगा? राजनीतिक बयानबाजी इस मामले में ज्यादा हो रही है. अगर किसी ने नया धंधा शुरू किया है तो क्या इसको रोजगार मानेंगे कि नहीं?
पीएम नरेंद्र मोदी 2022 तक कुछ इस तरह से डबल करेंगे किसानों की आय
'जय जवान - जय किसान' के नारे के बावजूद किसान और जवान की कभी जय नहीं हुई. क्या आपको लगता है कि कृषि में क्रांति की जरूरत है? इस सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार का हस्तक्षेप बहुत बड़ी भूमिका अदा कर सकती है. उसके इससे भागना नहीं चाहिए. प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना से किसानों को लाभ मिल रहा है. किसानों को बहुत कम प्रीमियम देना होता है बाकी राज्य और केंद्र देते हैं लेकिन उसका लाभ ज्यादा मिलता है. हमारा सपना 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना है.
किसानों की आय दोगुनी करने के लिए, खेत में सोलर पंप का इस्तेमाल करें तो फायदा होगा. सोलर पंप से पानी निकाला जाए तो लागत कम होगी, आय बढ़ेगी. किसान खेत के बगल में बांस की खेती में करें तो आय में इजाफा होगा. हम अगरबत्ती के लिए बांस आयात करते हैं. देश में हजारों करोड़ रुपये का बांस आयात होता है. पतंग के लिए भी बांस का आयात किया जाता है.
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दूसरा, पशुपालन से भी किसानों की आय बढ़ेगी. मधुमक्खी पालन से भी कृषि को फायद होता है. हम इस दिशा में वैल्यू एडिशन पर भी विचार कर सकते हैं. अगर किसान हरी मिर्च बेचता है तो कम पैसा मिलता है लेकिन वह अगर लाल मिर्च को पैकिंग करके बेचता है तो अच्छे दाम मिलते हैं. एग्रो इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रो इंडस्ट्री, एग्रो तकनीकी को जोड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर करेंगे. 2022 में किसान की आय को पूरा करना एक बड़ा सपना है. एक बार इस सपने को पूरा करने के लिए जी जान से जुटेंगे तो बेहतर परिणाम सामने आएंगे.