सिद्धू ने कहा- जितनी मोहब्बत मैं लेकर आया था, उससे 100 गुना ज्यादा मोहब्बत मैं वापस लेके जा रहा हूं.
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नई दिल्ली: पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने गए नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को समारोह के बाद कहा कि पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा ने मुझे गले लगाया और कहा- हम शांति चाहते हैं. पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष ने आज सुबह मुझसे यहा भी कहा, हमलोग गुरुनानक देव की 550वीं जयंती के अवसर पर करतारपुर मार्ग को खोलने पर विचार कर रहे हैं.
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सिद्धू ने कहा, मैं एक मोहब्बत का पैगाम हिन्दुस्तान से लाया था. जितनी मोहब्बत मैं लेकर आया था, उससे 100 गुना ज्यादा मोहब्बत मैं वापस लेके जा रहा हूं. जो वापस आया है, वो सूद समेत आया है.
Mai ek mohabbat ka paigam Hindustan se laaya tha. Jitni mohabbat main leke aaya tha, usse 100 guna jyada mohabbat main wapas leke jaa raha hu. Jo wapas aaya hai, wo sud samet aaya hai:Navjot Singh Sidhu after attending oath-taking ceremony of Imran Khan as Pakistan Prime Minister pic.twitter.com/qYa3NuoLwZ
— ANI (@ANI) August 18, 2018
दोनों देशों के संबंध को लेकर सिद्धू ने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम वापस जाकर अपनी सरकार को एक कदम आगे बढ़ाने के लिए कहें. मुझे उम्मीद है कि अगर हम एक कदम बढ़ाएंगे तो यहां लोग दो कदम आगे बढ़ाएंगे. पूर्व क्रिकेटर ने कहा, तो चलो एक नीले सागर में तैरते हैं और लाल महासागर को छोड़ देते हैं. यह मेरा सपना है.
It's our duty that we go back&ask our govt to take a step ahead&I hope if we take one step forward, people here will take two steps forward.Gen Bajwa sahab hugged me&said,“We want peace”. So, let's swim in a blue ocean&shun red ocean. It's my dream:Navjot S Sidhu in #Pakistan. pic.twitter.com/H5ZgxrPcXz
— ANI (@ANI) August 18, 2018
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उन्होंने कहा कि मुझे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जाने का बहुत अफसोस है. वाजपेयी भी भारत और पाकिस्तान के बीच शांति चाहते थे. इसीलिए वह बस लेकर लाहौर आए थे. उन्होंने अपनी तरफ से शांति की पहल की. वह कहा करते थे कि जब पड़ोस में आग लगी हो तो उसका ताप, मुझ तक भी आता है.
(इनपुट एजेंसी से)