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नई दिल्लीः गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बड़ा खुलासा किया है. डॉक्टर ने प्रद्युम्न के साथ किसी प्रकार के यौन शोषण किए जाने से इंकार किया है. प्रद्युम्न का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर दीपक माथुर ने बताया कि पोस्टमार्टम जांच के दौरान पता चला कि प्रद्युम्न की मौत ज्यादा खून बह जाने से हुई थी. साथ ही उसके शरीर पर कहीं भी यौन शोषण से संबंधित कोई निशान नहीं मिले हैं.
#FLASH: Deepak Mathur, one of the doctors who conducted post-mortem on seven-year-old Pradyuman, rules out sexual assault. pic.twitter.com/hZPZNeFLSb
— ANI (@ANI) September 12, 2017
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों में से एक डॉक्टर दीपक माथुर के मुबातिक प्रद्युम्न के गले पर चाकू के वार के दो निशान थे. चाकू का दूसरा वार काफी गहर था. डॉ. दीपक माथुर ने बताया कि दूसरा वार काफी गहरा था और ज्यादा से ज्यादा एक मिनट के अंदर उसने दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि गले के अलावा प्रद्मुम्न के शरीर पर चोट का कोई और निशान नहीं पाया गया. उन्होंने बताया कि चाकू के दूसरे वार सांस की नली कट जाने से प्रद्युम्न की मौत हो गई.
Two knife marks were found on Pradyuman's neck: Dr Deepak Mathur, one of the doctors who conducted post-mortem on the seven-year-old
— ANI (@ANI) September 12, 2017
गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार ने कहा कि इस मामले में स्कूल के किसी भी अधिकारी की लापरवाही की भी हम जांच कर रहे है. स्कूल पर इसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले संबंधित सारे सबूत हमारे पास है. इस मामले में जांच फॉरेंसिक जांच की जा रही है.
यह भी पढ़ेंः EXCLUSIVE : ड्राइवर का खुलासा, खून से लथपथ प्रद्युम्न को कोई टीचर छूने को तैयार नहीं थी
इससे पहले मंगलवार को रायन स्कूल के बस ड्राइवर सौरभ ने बड़ा खुलासा किया है. जी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए सौरभ ने घटना वाले दिन के हालात को बयां किया. सौरभ के अनुसार प्रद्युम्न जब खून से लथपथ था तो उसे हाथ लगाने के लिए कोई भी टीचर तैयार नहीं थी. यह बात उसे अशोक ने बताई. बाद में अशोक ही प्रद्युम्न को उठाकर कार तक ले गया. जी न्यूज से बात करते हुए बस ड्राइवर सौरभ ने बताया कि अशोक पिछले चार से पांच महीने से उन लोगों के साथ काम कर रहा था. वह काफी मिलनसार और हंसमुख स्वभाव का है.
ड्राइवर सौरभ ने यह भी बताया कि स्कूल बस पर इतने दिनों से काम करने के दौरान कंडक्टर अशोक के व्यवहार की किसी टीचर या बच्चे ने शिकायत नहीं की. अशोक का आज तक किसी के साथ झगड़ा या मनमुटाव तक नहीं हुआ था.