हरियाणा: जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में दस महिलाओं से गैंगरेप की खबरों पर हाईकोर्ट सख्‍त
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हरियाणा: जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में दस महिलाओं से गैंगरेप की खबरों पर हाईकोर्ट सख्‍त

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एनके सांघी की ओर से जाट आंदोलन के दौरान बीते सोमवार को मुरथल में 10 महिलाओं के साथ बदसलूकी और गैंगरेप किए जानें की खबरों पर स्‍वत: संज्ञान लिए जाने के बाद इस मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। इस संज्ञान को जनहित याचिका मानकर जस्टिस एसके मित्‍तल के नेतृत्‍व वाली खंडपीठ ने मामले में सुनवाई की।

फोटो (प्रतीकात्‍मक तौर पर)

चंडीगढ़/नई दिल्‍ली : पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एनके सांघी की ओर से जाट आंदोलन के दौरान बीते सोमवार को मुरथल में 10 महिलाओं के साथ बदसलूकी और गैंगरेप किए जानें की खबरों पर स्‍वत: संज्ञान लिए जाने के बाद इस मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। इस संज्ञान को जनहित याचिका मानकर जस्टिस एसके मित्‍तल के नेतृत्‍व वाली खंडपीठ ने मामले में सुनवाई की।

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई की और हरियाणा सरकार को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने यह कहा है कि यह मामला गैंगरेप है या नहीं, इसकी जांच की जाए। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि पुलिस का रवैया बेहद शर्मसार करने वाला रहा। कोर्ट ने पीडि़त महिलाओं से इस बाबत शिकायत देने के लिए भी कहा है और नाम गुप्‍त रखे जाने का निर्देश दिया।

इससे पहले, जाट आंदोलन के दौरान महिलाओं के साथ गैंगरेप की खबरों के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। मीडिया में कुछ रिपोर्टें सामने आईं, जिसके अनुसार, यह बताया गया कि बीते हफ्ते से हरियाणा में चल रहे जाट आंदोलन के दौरान मुरथल हाईवे पर कथित रूप से 10 महिलाओं के साथ गैंगरेप का वाकया सामने आया। इन रिपोर्टों में एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि सोनीपत जिले में नेशनल हाईवे-1 पर बीते सोमवार की सुबह कुछ वाहनों को रोककर (जिनमें बसें भी थी) उनमें सवार महिलाओं के साथ खेतों में ले जाकर सामूहिक बलात्कार किया गया। गैंगरेप के बाद पीडि़त महिलाओं को निर्वस्‍त्र करके वहीं खेतों में छोड़ दिया। इन रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से यह बताया गया कि 17 फरवरी की सुबह चार बजे के करीब 30 उपद्रवियों ने मुरथल के पास एनएच-1 पर एनसीआर जाने वाले वाहन रोके और कुछ को आग लगा दी, जिसमें बस भी शामिल थे। कई लोग भाग गए पर कुछ महिलाएं रह गईं। उपद्रवियों ने इनके कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद कुल 10 महिलाओं से गैंगरेप किया गया। रिपोर्टों के अनुसार, चश्मदीदों के मुताबिक, रेप के बाद महिलाओं को खेतों में ही छोड़ दिया। निकटवर्ती गांव के लोग कपड़े और कंबल लाए और जिसके बाद पीडि़ताओं ने खुद को ढका। हालांकि घटना की सूचना पर अधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन आरोप है कि पीडि़तों को मेडिकल मदद और जांच के बजाय परिजनों पर महिलाओं को घर ले जाने का दबाव बनाया गया। पीडि़तों को रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के लिए कहा। निकटवर्ती ढाबा संचालकों ने चुप्पी साध ली है। हालांकि इस घटना की आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की गई।

दूसरी ओर, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर इस रिपोर्ट का संज्ञान लिया, जिस पर गुरुवार को सुनवाई होनी तय हुई। इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि जिनमें जाम के दौरान गाडिय़ों से 10 महिलाओं को खींचकर गैंगरेप किया गया। कोर्ट ने हरियाणा सरकार से इस बाबत जवाब मांगा। न्यायाधीश ने मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लेते बुधवार को कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक घटना है।

एक अन्‍य रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के डीजीपी यशपाल सिंघल ने गैंगरेप की खबर को अफवाह बताया है। हरियाणा पुलिस ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और इसे अफवाह करार दिया है। पुलिस का कहना है कि ऐसी कोई भी घटना घटित नहीं हुई है।

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