विजय माल्या की लग्जरी नाव जब्त, यहां अय्याशी का था पूरा इंतजाम
Advertisement

विजय माल्या की लग्जरी नाव जब्त, यहां अय्याशी का था पूरा इंतजाम

विजय माल्या की इस लग्जरी नाव में 17 केबिन हैं और 95 मीटर लंबी है. माल्या ने इस नाव को सजाने के लिए लाखों रुपए खर्च किए थे. 

विजय माल्या की लग्जरी नाव की यह है विशेषता(फाइल फोटो)

नई दिल्ली : बैंकों को करीब 9 हजार करोड़ का चूना लगाने वाले कारोबारी विजय माल्या की लग्जरी नाव को जब्त कर लिया गया है. विजय माल्या की इस लग्जरी नाव में 17 केबिन हैं और 95 मीटर लंबी है. माल्या ने इस नाव को सजाने के लिए लाखों रुपए खर्च किए थे. उसने नाव में भी ऐश-ओ-आराम के सभी साधन जुटा लिए थे और उसके लिए हर केबिन में कुछ न कुछ खास व्यवस्था कर रखा था. विजय माल्या की 17 केबिल वाली इस लग्जरी नाव में जिम, सौना और स्टीम रूम की भी व्यवस्था है. माल्या की इस लग्जरी नाव के क्रू मेंबर को बीमा कंपनी की मदद से चार करोड़ रुपए दिए गए, क्योंकि माल्या ने उन्हें कई महीनों से सैलरी नहीं दी थी. 

  1. विजय माल्या की लग्जरी नाव में 17 केबिन हैं 
  2. उसने नाव को सजाने में लाखों रुपए खर्च किए थे
  3. नाव में जिम, सौना और स्टीम रूम की व्यवस्था

नाव को सजाने में खर्च किए थे लाखों रुपए
शराब कारोबारी विजय माल्या बैंकों को करीब 9 हजार रुपए लेकर भारत से फरार हो गया और ब्रिटेन चला गया. माल्या ने इस नाव को साल 2006 में खरीदा था और इसे सजाने के लिए साल 2016 में लाखों रुपए खर्च किए थे. 

नीरव मोदी, विजय माल्या सब भाग गए सरकार की नाक के नीचे से; शिवसेना का पीएम मोदी पर निशाना

क्रू मेंबर को कई महीनों से वेतन नहीं दिया
भारत के बैंको का पैसा लेकर भागने वाला माल्या अपने क्रू मेंबर (नौका चालक दल) को भी वेतन नहीं देना चाहता है. उसने कई महीनों से नौका चालक दल को वेतन नहीं दिया है, इसी वजह से माल्टा में उसकी लग्जरी नाव को जब्त कर लिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, माल्टा के अधिकारियों ने कहा कि नौका चालक दल के 10 लाख डॉलर बकाया वेतन वसूलने के लिए माल्या की लग्जरी नाव को जब्त किया है. अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन नॉटिलस इंटरनेशनल के अनुसार, इंडियन इंप्रेस को तीन लाख से ज्यादा बकाया वेतन वसूलने के लिए जब्त किया गया है. 

बीमा कंपनी की मदद से क्रू मेंबर को सैलरी दी गई 
इस संगठन के ऑर्गेनाइजर डैनी मैकगोवन के अनुसार, नौका चालक दल के सदस्यों ने बकाया वेतन देने के लिए कई बार कहा, लेकिन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया. उसके बाद यह मामला कोर्ट में पहुंच गया और बीमा कंपनी की मदद से नौका चालक दल को भुगतान कराया गया.

बीमा कंपनी के जरिए चालक दल को करीब चार करोड़ रुपए दिए गए. नौका चालक दल को यह रकम अंतरराष्ट्रीय मैरीटाइम लेबर कंवेंशन के सुरक्षा प्रावधान के तहत दिया गया. नौका चालक दल में 40 सदस्य हैं और उनमें कुछ भारत के रहने वाले भी शामिल हैं. 

Trending news