इमरान खान ने भारत के निर्णय को ‘‘अहंकारी’’ रुख बताया. उन्होंने कहा कि भारत के ‘‘नकारात्मक’’ रुख से वह ‘‘निराश’’ हैं.
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इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या और पाकिस्तान द्वारा कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन करने वाली डाक टिकटें जारी होने के बीच भारत ने पाकिस्तान से न्यूयॉर्क में विदेश मंत्री स्तर पर होने वाली बैठक को रद करने का ऐलान कर दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आपसी संबंधों को सुधारने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखा था. इसकी पृष्ठभूमि में ही भारत ने भारत उस बैठक के लिए राजी हुआ था लेकिन इसके महज 24 घंटे के भीतर ही भारत सरकार ने साफ कर दिया कि कोई बैठक नहीं होगी.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के निर्णय को ‘‘अहंकारी’’ रुख बताया. उन्होंने कहा कि भारत के ‘‘नकारात्मक’’ रुख से वह ‘‘निराश’’ हैं. प्रधानमंत्री खान ने एक ट्वीट में कहा,‘‘शांति वार्ता फिर से शुरू किये जाने के लिए मेरे आह्वान पर भारत के अहंकारी और नकारात्मक रूख से निराश हूं. हालांकि मैंने अपने पूरे जीवन में देखा है कि छोटे लोग बड़े पदों पर आसीन रहे हैं और उनके पास बड़ी तस्वीर देने का दृष्टिकोण नहीं हैं.’’
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विदेश मंत्रियों की बैठक रद
संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष महमूद कुरैशी के बीच यह बैठक होनी थी. बैठक रद्द किये जाने की घोषणा करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि घटनाक्रमों से विश्व के समक्ष पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान का ‘‘असली चेहरा’’ तथा बातचीत के प्रस्ताव के पीछे छिपा इस्लामाबाद का नापाक एजेंडा ‘‘सामने आ गया है.’’
रवीश कुमार ने कहा, ‘‘ पाकिस्तान स्थित तत्वों की ओर से सुरक्षाकर्मियों की बर्बर हत्या और एक आतंकवादी (बुरहान वानी) को महिमामंडित करते हुए 20 डाक टिकटों की श्रृंखला जारी करने की घटना तथा आतंकवाद से इस बात की पुष्टि होती है कि पाकिस्तान नहीं सुधरेगा.’’ कुमार ने कहा था,‘‘बदलती स्थिति के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच न्यूयॉर्क में कोई बैठक नहीं होगी.’’
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भारत के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने शुक्रवार को कहा,‘‘पाकिस्तान पूरी तरह से इन आरोपों को खारिज करता है. हमारे अधिकारी सच्चाई का पता लगाने के लिए संयुक्त जांच करने के लिए तैयार होंगे.’’ डाक टिकटों के मुद्दे पर फैसल ने कहा कि उन्होंने 25 जुलाई के चुनाव और 18 अगस्त को प्रधानमंत्री खान के पद संभालने से पहले इन्हें जारी किया गया था.
बीजेपी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पर किया पलटवार
सत्तारूढ़ बीजेपी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने देश की सेना के निर्देशों पर सत्ता में है और भारत पड़ोसी देश के साथ तब तक बातचीत नहीं करेगा जब तक उसके सैनिकों को मारा जाता रहेगा. वरिष्ठ बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने पूछा कि उस व्यक्ति से और क्या उम्मीद की जा सकती है जो अपने देश की सेना के निर्देश पर प्रधानमंत्री के पद पर बैठा है. उन्होंने कहा, ‘‘जब तक हमारे सैनिकों की हत्या की जाती रहेगी तब तक पाकिस्तान के साथ कोई वार्ता नहीं होगी.’’
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प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द अस्वीकार्य: कांग्रेस
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत सरकार के बारे में दिए बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस ने कहा कि इमरान वहां की सेना और आईएसआई के मुखौटा हैं तथा उन्हें भारत की सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ‘अपशब्द’ कहने का कोई अधिकार नहीं है.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बारे में हम सिर्फ यही कहेंगे सूप बोले तो बोले, छलनी क्या बोले जिसमें एक हजार छेद हैं. जो आतंकवाद का जन्मदाता हैं उस पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द बोले. यह हमें कभी स्वीकार नहीं हो सकता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक ऐसा देश है जहां हमेशा शांति और भाईचारा पनपा है. जबकि पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है. वहां की सरकार और इमरान खान सेना एवं आईएसआई का मुखौटा है. इमरान कश्मीर की राग अलाप रहे हैं. हम उनकी बात को खारिज करते हैं.’’
(इनपुट: एजेंसी भाषा से भी)