इंद्राणी ने पीटर पर दोहरे बर्ताव का आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा, "जब हम पुलिस वैन में होते हैं तो तुम मुझसे काफी बातें करते हो लेकिन अपने रिश्तेदारों, वकीलों और कोर्ट में मौजूद मीडिया के सामने मेरी अनदेखी करते हो.
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नई दिल्ली: अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी ने अपने पति पीटर मुखर्जी के दोहरे व्यवहार से आजिज आकर पत्र लिखा है. पत्र में इंद्राणी ने पीटर से कहा है, "मुझसे कोई बात मत करना और न ही मुझे खाने के लिए अपना डिब्बा देना." हालांकि, इंद्राणी और पीटर की शादी टूटने की कगार पर है और दोनों तलाक लेने वाले हैं. दोनों भायखला और ऑर्थर जेल में अलग-अलग बंद हैं. पत्र में इंद्राणी ने पीटर पर लोगों के सामने अनदेखी करने का आरोप लगाया है. इंद्राणी और पीटर को क्रमश: अगस्त और नवंबर 2015 में शीना बोरा को गिरफ्तार किया गया था. तब से दोनों अलग-अलग जेलों में हैं. ट्रॉयल के दौरान पुलिस वैन में जाते समय दोनों की मुलाकात होती है. वैन में दोनों को हर बार बातचीत करने का मौका मिलता है.
मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक, इंद्राणी ने पीटर पर दोहरे बर्ताव का आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा, "जब हम पुलिस वैन में होते हैं तो तुम मुझसे काफी बातें करते हो लेकिन अपने रिश्तेदारों, वकीलों और कोर्ट में मौजूद मीडिया के सामने मुझे अनदेखा करते हो. तुम्हार व्यवहार बिल्कुल बदल जाता है. मैं अनुरोध करती हूं कि आज से बाद मुझसे पुलिस वैन में बात मत करना और ना ही अपनी बहन और रिश्तेदारों द्वारा लाया गया खाना उनके जाने के बाद मुझे देना. अगर आगे से मुझसे बात करनी हो तो वैन की जगह कोर्ट में करना."
इंद्राणी ने पीटर के बेटे राहुल मुखर्जी के साथ-साथ पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय भी गुस्सा निकाला. इंद्राणी ने लिखा कि इन दोनों की झूठी गवाही के कारण ही आज मैं जेल में हूं. इंद्राणी ने आगे लिखा, "मुझे तो समय में नहीं आ रहा है कि दो वर्षों से राहुल सच बोलने का साहस क्यों नहीं जुटा पा रहा है, वह दिल का इतना बुरा कैसे हो सकता है?
इंद्राणी ने लिखा, "मैं खुद से संघर्ष कर रही हूं और आगे भी करती रहूंगी. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि न्याय मिलने में कितना वक्त लगेगा. मुझे मजबूत रहने की आवश्यकता है और मैं अपनी भावनाओं को अपनी कमजोरी पर हावी नहीं होने दे सकती." उन्होंने लिखा कि उनके लिए अलग हो जाना ही बेहतर होगा. उन्होंने पीटर से वित्तीय मामलों को जल्द से जल्द निपटाने की अनुरोध किया ताकि तलाक लेने में आसानी हो जाए.