SSLV D2 Launch: इसरो के सबसे छोटे रॉकेट की कामयाब लॉन्चिंग, 3 सैटेलाइट्स में स्पेस स्टार्टअप का आजादी सैट-2 भी
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SSLV D2 Launch: इसरो के सबसे छोटे रॉकेट की कामयाब लॉन्चिंग, 3 सैटेलाइट्स में स्पेस स्टार्टअप का आजादी सैट-2 भी

ISRO News: इसरो ने कहा कि एलवी डी2 ने तीनों उपग्रहों को उनकी कक्षा में स्थापित कर दिया. यह इसरो का इस साल का पहला मिशन है. साढ़े छह घंटे की उलटी गिनती के बाद 34 मीटर लंबे रॉकेट को यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया.

SSLV D2 Launch: इसरो के सबसे छोटे रॉकेट की कामयाब लॉन्चिंग, 3 सैटेलाइट्स में स्पेस स्टार्टअप का आजादी सैट-2 भी

ISRO satellite launch today: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (SSLV) LVD2 ने शुक्रवार को यहां से उड़ान भरी तथा EOS-07 उपग्रह और दो अन्य उपग्रहों को उनकी कक्षा में स्थापित कर दिया. अपनी दूसरी विकास उड़ान में एलवी डी2 ने पृथ्वी प्रेक्षण उपग्रह ईओएस-07 (EOS-07) और दो अन्य उपग्रहों- अमेरिका के अंतारिस द्वारा निर्मित जानुस-1 और चेन्नई स्थित ‘स्पेस किड्ज इंडिया’ के आजादीसैट-2 (Azadi Sat-2 satellite) के साथ उड़ान भरी. 

कामयाब रहा साल का पहला मिशन

इसरो ने अपने अधिक्रत बयान में यह बताया कि एलवी डी2 ने तीनों उपग्रहों को उनकी कक्षा में स्थापित कर दिया. यह इसरो का इस साल का पहला मिशन है. साढ़े छह घंटे की उलटी गिनती के बाद 34 मीटर लंबे रॉकेट को यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया. इसरो को छोटे उपग्रह प्रक्षेपण वाहन बाजार में सफलता हासिल करने के लिए इस प्रक्षेपण से काफी उम्मीदें हैं.

सफलता की अनसुनी कहानी

ये SSLV को लॉन्च करने की दूसरी कोशिश थी. इसके पहले 7 अगस्त 2022 को पहली कोशिश नाकाम रही थी. SSLV-D2 ने पृथ्वी की लोअर ऑर्बिट में 15 मिनट तक उड़ान भरी, इसके बाद सैटेलाइट्स को 450 किलोमीटर दूर ऑर्बिट में छोड़ दिया. इसरो चीफ सोमनाथ ने SSLV-D2 की लॉन्चिंग के बाद कहा, 'अब हमारे पास एक नया लॉन्च व्हीकल है. SSLV-D2 ने दूसरी कोशिश में सैटेलाइट्स को एकदम सही तरह से ऑर्बिट में छोड़ दिया है. तीनों सैटेलाइट टीमों को बधाई.'

आपको बताते चलें कि आजादी सैट-2 सैटेलाइट (Azadi Sat-2 satellite) के लिए सरकारी स्कूल की छात्राओं ने पेलोड बनाया था. तमिलनाडु के मदुरै जिले स्थित तिरुमंगलम गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल (Tirumangalam Government Girls High School) के छात्रों ने चेन्नई स्पेस किड्स इंडिया (Chennai Space Kids India) के साथ मिलकर पिछले साल अगस्त में एसएसएलवी-रॉकेट (SSLV-rocket) के जरिए आज़ादी सैट -1 उपग्रह (Azadi Sat-1 satellite) लॉन्च किया था, लेकिन प्रक्षेपवक्र में बदलाव के कारण रॉकेट उसे सफलतापूर्वक लॉन्च करने में नाकाम रहा था. लेकिन इस बार नए साल के पहले प्रयास में ही स्पेस एजेंसी को ये कामयाबी मिल गई.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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