ममता ने कहा कि देश को तबाही से बचाने के लिए इस तरह के फैसले लेने की आवश्यकता है. इसके साथ ही टीडीपी द्वारा सोमवार को केंद्र सरकार के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास पत्र का ममता ने समर्थन किया है.
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कोलकाताः टीडीपी के एनडीए से गठबंधन तोड़ने के बाद राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से खलबली मच गई है. टीडीपी के एनडीए से गठबंधन तोड़ने के बाद पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीडीपी के फैसले का स्वागत किया है. ममता ने कहा कि देश को तबाही से बचाने के लिए इस तरह के फैसले लेने की आवश्यकता है. इसके साथ ही टीडीपी द्वारा सोमवार को केंद्र सरकार के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव का भी ममता बनर्जी ने समर्थन किया है.
विपक्ष को एकजुट करने की अपील
विपक्ष को एकजुट करने की अपील करते हुए ममता ने कहा, 'मैं विपक्ष के सभी राजनीतिक दलों से अपील करती हूं कि वह आर्थिक आपदा और राजनीतिक अस्थिरता के लिए मिलकर काम करें. ममता ने कहा कि अब वो वक्त आ गया है जब विपक्ष एक सूत्र में बंधकर बीजेपी के खिलाफ लड़ने की आवश्यकता है.
I welcome the TDP's decision to leave the NDA. The current situation warrants such action to save the country from disaster. I appeal to all political parties in the Opposition to work closely together against atrocities, economic calamity&political instability: Mamata Banerjee pic.twitter.com/zRKBWMdKbL
— ANI (@ANI) March 16, 2018
NDA से बाहर हुई चंद्रबाबू नायडू की TDP, मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सोमवार को
आंध्र को विशेष राज्य ना मिलने से नाराज थी TDP
बजट सत्र के दौरान आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज और राज्य का दर्ज ना दिए जाने के कारण टीडीपी काफी समय से केंद्र सरकार से नाराज चल रही थी. बजट सत्र के दौरान टीडीपी सांसदों ने कई बार सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन भी किया, लेकिन सरकार पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा. नाराजगी और पीएम मोदी से बातचीत के बाद पार्टी की शुक्रवार (16 मार्च) को हुई पोलित ब्यूरो की बैठक में एनडीए से अलग होने का फैसला लिया गया. इसके साथ ही टीडीपी के 16 सांसदों ने एनडीए सरकार को दिया अपना समर्थन वापस ले लिया.
तेदेपा के दो मंत्रियों ने दिया था इस्तीफा
इससे पहले बीते 8 मार्च को तेदेपा के दो मंत्रियों ने राजग सरकार से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि इसके बावजूद पार्टी ने कहा था कि वह केंद्र को अपना समर्थन जारी रखेगी. अमरावती में आयोजित पोलित ब्यूरो की बैठक में चंद्रबाबू नायडू ने अपने सांसदों से टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा था कि वे आंध्र प्रदेश को 'विशेष राज्य' का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर दिल्ली में एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएं.