Nitin Gadkari ने कहा कि वह सरकारी कोष का इस्तेमाल कर किसी भी प्रतिमा के निर्माण के खिलाफ हैं. गडकरी ने कहा कि लोग मुफ्त में दी गई चीजों का सम्मान नहीं करते.
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Nitin Gadkari Statement: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि वह सरकारी कोष का इस्तेमाल कर किसी भी प्रतिमा के निर्माण के खिलाफ हैं. गडकरी ने कहा कि लोग मुफ्त में दी गई चीजों का सम्मान नहीं करते. गडकरी नागपुर में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय (आरटीएमएनयू) के परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के शिलान्यास समारोह में सभा को संबोधित कर रहे थे.
गडकरी ने और क्या कहा?
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने कहा, मैं उस समिति के कदम का स्वागत करता हूं जो लोगों के योगदान से प्रतिमा का निर्माण कर रही है. मुझे लगता है कि प्रतिमा लगाने के लिए सरकारी कोष का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. लोग मुफ्त में दी गई चीजों का सम्मान नहीं करते हैं.
2015 में नागपुर में छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक समिति का गठन किया गया था और तब से आवश्यक मंजूरी और अनुमति प्राप्त करने सहित कार्य चल रहा है. गडकरी ने इस समिति द्वारा किए गए कार्यों के लिए 5 लाख रुपये दान करने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा, यदि कोई इस कार्य के लिए 11 रुपये या 51 रुपये दान करता है, तो भी इसे छत्रपति शिवाजी महाराज के कार्यों और शिक्षाओं के प्रति व्यक्ति के लगाव के रूप में देखा जाना चाहिए. नागपुर नगर निगम, नागपुर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट, महाराष्ट्र सरकार या RTMNU से वित्तीय सहायता लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.
गडकरी ने कहा कि लोगों को काम की कुछ लागत वहन करनी चाहिए ताकि उन्हें काम या सेवा के महत्व का एहसास हो. उन्होंने कहा, यह अच्छा है कि लाखों लोग आगे आए और समिति में योगदान दिया. गडकरी ने कहा कि शिवाजी महाराज के विचारों और शिक्षाओं को कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैलाया जाना चाहिए.
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