ठाकरे ने कहा, ‘‘मुझे मीडिया से ही कैबिनेट फेरबदल के बारे में जानकारी मिली. मैंने इस बारे में (केंद्रीय भाजपा नेतृत्व से) कोई पूछताछ नहीं की है. मुझे किसी से कोई समाचार नहीं मिला है और न ही हम सत्ता के लिए भूखे हैं.’’
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मुंबई : राजग की घटक शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय कैबिनेट में रविवार को होने वाले फेरबदल में पार्टी के सदस्यों को शामिल किए जाने को लेकर भाजपा से कोई बातचीत नहीं हुई है. ठाकरे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे मीडिया से ही कैबिनेट फेरबदल के बारे में जानकारी मिली. मैंने इस बारे में (केंद्रीय भाजपा नेतृत्व से) कोई पूछताछ नहीं की है. मुझे किसी से कोई समाचार नहीं मिला है और न ही हम सत्ता के लिए भूखे हैं.’’
हमारा ध्यान मुंबई के नागरिकों पर
उन्होंने कहा कि आज हर कोई केंद्र में कैबिनेट फेरबदल में व्यस्त है. हालांकि, हमारा ध्यान सिर्फ मुंबई के नागरिकों का स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की ओर है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भारी बारिश के कारण मुंबई में सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ था.
हमारी विचारधार रही है 80 प्रतिशत सामाजिक कार्य
ठाकरे ने कहा कि पिछले 50 सालों से पार्टी की विचारधारा रही है कि 80 प्रतिशत सामाजिक कार्य और 20 प्रतिशत राजनीति. शिवसेना लंबे समय से भाजपा की सहयोगी रही है लेकिन अक्सर भाजपा के साथ उसका रूख टकराव का रहा है. अभी कैबिनेट में पार्टी की ओर से एकमात्र सदस्य अनंत गीते भारी उद्योग मंत्री हैं.
मोदी कैबिनेट में फेरबदल: नीतीश कुमार ने कहा, हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं
मोदी कैबिनेट में रविवार को होने वाले संभावित बड़े कैबिनेट फेरबदल से पहले जदयू के सरकार में शामिल होने के मसले पर नीतीश कुमार ने कहा है कि इस बारे में उनको कोई सूचना नहीं है और न ही इस बारे में उनकी कोई चर्चा हुई है. इस बारे में केवल मीडिया से ही जानकारी मिल रही है. इससे पहले जदयू सूत्रों ने भी कहा था कि उन्हें अब तक सरकार में शामिल होने की जानकारी नहीं दी गई है. जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ''हमारे सांसद दिल्ली में हैं. सरकार में शामिल होने को लेकर पार्टी में कोई विवाद नहीं है लेकिन कल फेरबदल होने के बावजूद अब तक कोई संवाद नहीं किया गया है.'' वहीं तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक की तरफ से भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. तमिलनाडु की पार्टी में चल रही आंतरिक कलह इसके सरकार में शामिल होने की राह में एक बड़ा रोड़ा साबित हो सकती है.