यूक्रेन (Ukraine) में फंसे एमबीबीएस (MBBS) कर रहे छात्र (Student) के परिवार (Family) वालों के पास उसे वापस बुलाने के पैसे (Money) नहीं हैं. बता दें कि परिवार ने भारत सरकार (Indian Government) से छात्रों को वहां से बाहर निकाल कर भारत (India) वापस बुलाने की मांग (Demand) की है.
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नई दिल्ली: अमरोहा (Amroha) के गांव बीलना निवासी एमबीबीएस का स्टूडेंट (MBBS Student) शारीक आर्थिक तंगी (Cash-Strapped) के चलते यूक्रेन (Ukraine) में फंसा हुआ है. बता दें कि उसके परिजनों (Family) ने भारत सरकार (Indian Government) से मदद की गुहार (Call for Help) लगाई है.
अमरोहा जनपद (Amroha District) के नौगावां सादात थाना क्षेत्र (Naugawan Sadat Police Station Area) के अंतर्गत आने वाले गांव बीलना के रहने वाले शाहिद का पुत्र शारीक एमबीबीएस की पढ़ाई (MBBS Studies) करने के लिए यूक्रेन (Ukraine) में लगभग 4 साल से रह रहा है.
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शारीक का परिवार (Family) बेहद गरीब (Very Poor) है और आर्थिक तंगी (Economic Crunch) की वजह से वह यूक्रेन और रूस के बीच तनाव (Tension Between Ukraine and Russia) में अपने बेटे को वापस नहीं बुला पाए. अब उनका बेटा इस जंग (War) में फंस गया है और यूक्रेन (Ukraine) में चल रही जंग की वजह से उसका परिवार परेशान (Worried) और डरा-सहमा (Frightened) है. वह लगातार यूक्रेन और रूस की इस लड़ाई (Battle of Ukraine and Russia) की खबरें टीवी (TV) पर देख रहे हैं.
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यूक्रेन (Ukraine) में फंसे शरीक के भाई (Brother) मोहम्मद सादिक का कहना है कि हम भारत सरकार (Indian Government) से मांग (Demand) करते हैं कि हमारे बच्चे को भारत (India) भुलाने में मदद (Help) करें और किसी भी तरीके से वहां पर फंसे बच्चों (Trapped Children) को बाहर निकाला जाए.
(इनपुट - विनीत अग्रवाल)
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