राहुल गांधी बोले, पीएम सुनना शुरू कर दें तो आधी समस्‍याएं हल हो जाएं
Advertisement
trendingNow1343467

राहुल गांधी बोले, पीएम सुनना शुरू कर दें तो आधी समस्‍याएं हल हो जाएं

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा और भाजपा की विचारधारा के बीच बहुत अंतर है. कांग्रेस ने सबकी सुनी और उसके बाद बड़े फैसले लागू किए.

राहुल गांधी फिलहाल गुजरात के दौरे पर हैं. (file pic)

राजकोट : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को सरकार पर एक बार फिर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी लागू करने जैसे फैसले मोदी सरकार ने किसी को सुने बगैर किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इन कदमों ने देश की अर्थव्यवस्था को बहुत ज्यादा प्रभावित किया है. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री यदि सुनना शुरू कर दें, तो जीएसटी और नोटबंदी से पैदा हुई आधी समस्याओं का हल हो सकता है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा और भाजपा की विचारधारा के बीच बहुत अंतर है. कांग्रेस ने सबकी सुनी और उसके बाद बड़े फैसले लागू किए.

  1. गुजरात में विस चुनाव प्रचार में जुटे हैं राहुल गांधी
  2. कहा- फैसलों ने सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों को स्तब्ध कर दिया
  3. राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर किए जोरदार हमले

इस सरकार ने किसी की नहीं सुनी और जीएसटी तथा नोटबंदी लागू की, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को बहुत ज्यादा प्रभावित किया है. उन्होंने हेमू गांधवी ऑडीटोरियम में छोटे और मझोले उद्यमियों, शिक्षकों और चिकित्सकों से बात करते हुए यह कहा.

यह भी पढ़ें : राहुल गांधी ने गुजरात में मंच से पूछा- 'केम छो', पढ़िए क्या मिला जवाब

कांग्रेस नेता ने कहा 'हमारे पास अच्छे वक्ता नहीं रहे होंगे लेकिन हमारे पास लोगों को सुनने की गुणवत्ता थी. उनकी समस्याओं के बारे में जानना चाहते थे, हमने हर किसी के सुझाव पर ध्यान दिया और फिर बड़े फैसलों को लागू किया. मौजूदा सरकार ने ऐसा नहीं किया और जीएसटी तथा नोटबंदी लागू कर दी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों को स्तब्ध कर दिया था.

ये भी पढ़ें: राहुल गांधी बोले, BHU की घटना को लेकर माफी मांगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

उन्होंने कहा कि जीएसटी ने छोटे और मझोले उद्योग को बुरी तरह से प्रभावित किया है. इन्हीं दो तरह के उद्योगों को प्रोत्साहन देकर रोजगार सृजन किया जा सकता है. बड़े उद्योग उस पैमाने पर रोजगार सृजन नहीं कर सकते, जितने की देश को जरूरत है.

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news