VIDEO: संत रविदास के मंदिर पहुंचे PM मोदी, 'शब्द कीर्तन' में लिया हिस्‍सा; बजाया मंजीरा
Advertisement
trendingNow11099502

VIDEO: संत रविदास के मंदिर पहुंचे PM मोदी, 'शब्द कीर्तन' में लिया हिस्‍सा; बजाया मंजीरा

Ravidas Jayanti: उत्तर प्रदेश और पंजाब में संत रविदास के अनुयायी बड़ी संख्या में हैं. संत रविदास जयंती के कारण चुनाव आयोग को पंजाब विधान सभा चुनाव की तारीख को आगे बढ़ाना पड़ा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | साभार- पीटीआई.

नई दिल्ली: संत रविदास जयंती (Ravidas Jayanti) के मौके पर आज (बुधवार को) पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दिल्ली (Delhi) के करोल बाग (Karol Bagh) में स्थित गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर (Guru Ravidas Vishram Dham Mandir) पहुंचे. वहां पीएम मोदी ने शब्द कीर्तन में भाग लिया.

  1. वाराणसी में हुआ था संत रविदास का जन्म
  2. छुआछूत का विरोध करते थे संत रविदास
  3. मन चंगा तो कठौती में गंगा का दिया संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने किए संत रविदास के दर्शन

बता दें कि गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर में पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले संत रविदास के दर्शन किए. इसके बाद वो मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं से मिले. फिर पीएम मोदी मंदिर में हो रहे 'शब्द कीर्तन' में शामिल हुए.

समाज सुधारक थे संत रविदास

बता दें कि संत रविदास का जन्म 16वीं शताब्दी में यूपी के वाराणसी (Varanasi) में हुआ था. वो एक समाज सुधारक थे. उन्होंने छुआछूत का विरोध किया था. हालांकि उन्होंने समाज के लिए काम करते वक्त कभी अपना पेशा नहीं छोड़ा. वो हमेशा कहते थे कि कभी अपने कर्म को नहीं छोड़ना चाहिए. संत रविदास ने 'मन चंगा तो कठौती में गंगा’ जैसा संदेश भी दिया.

यूपी-पंजाब में बड़ी संख्या में हैं संत रविदास के अनुयायी

गौरतलब है कि पंजाब और यूपी में संत रविदास के अनुयायी बड़ी संख्या में हैं. उन्हें रविदास या रैदास के रूप में जाना जाता है. पीएम मोदी का संत रविदास के मंदिर में जाना कुछ लोग विधान सभा चुनाव से जोड़कर भी देख रहे हैं.

ये भी पढ़ें- तालिबान ने अपनी मिलिट्री यूनिट का नाम 'पानीपत' क्‍यों रखा? पढ़ें INSIDE STORY

संत रविदास जयंती का महत्व आप इस बात से भी समझ सकते हैं कि पहले पंजाब में विधान सभा चुनाव 14 फरवरी को होने वाला था लेकिन चुनाव आयोग ने फिर चुनाव की तारीख को आगे बढ़ा दिया. अब पंजाब में विधान सभा चुनाव 20 फरवरी को होगा. कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा था कि रविदास जयंती की वजह से बड़ी संख्या में लोग राज्य से बाहर होंगे इसलिए चुनाव की तारीख को आगे बढ़ा दिया जाए.

LIVE TV

Trending news