'INSV तारिणी' से दुनिया नापने निकली बेटियों को PM नरेंद्र मोदी ने किया वीडियो कॉल, दी Diwali की बधाई
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'INSV तारिणी' से दुनिया नापने निकली बेटियों को PM नरेंद्र मोदी ने किया वीडियो कॉल, दी Diwali की बधाई

दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना का नौकायन पोत 'आईएनएसवी तारिणी' पर मौजूद लोगों से वीडियो कॉल के जरिए बात की. 

भारतीय नौसेना का नौकायन पोत 'आईएनएसवी तारिणी' पर मौजूद चालक दल की महिलाओं से वीडियो कॉल पर बातचीत करते पीएम नरेंद्र मोदी. (तस्वीर साभार: www.narendramodi.in)

नई दिल्ली: दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना का नौकायन पोत 'आईएनएसवी तारिणी' पर मौजूद लोगों से वीडियो कॉल के जरिए बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने 'आईएनएसवी तारिणी' के चालक दल सहित अन्य कर्मियों से उनका हालचाल पूछा. साथ ही उन्हें पूरे देश की ओर से दिवाली की बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि हम कामना करते हैं कि आप अपने मिशन में सफल होकर लौटें. वीडियो कॉल में बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने 'आईएनएसवी तारिणी' के चालक दल के सदस्य लेफ्टिनेंट सीडीआर वर्तिका जोशी और लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता से कहा कि कुछ दिन बाद आप दोनों का जन्मदिन है, इसलिए आपको एडवांस में बधाई दे रहा हूं. भारतीय नौसेना का नौकायन पोत 'आईएनएसवी तारिणी' अपनी पहली समुद्री यात्रा पर है. इस नौका के चालक दल की सभी सदस्य महिलाएं हैं.

  1. PM मोदी ने 'आईएनएसवी तारिणी' के चालक दल को किया वीडियो कॉल
  2. पीएम मोदी ने,  'आईएनएसवी तारिणी' पर मौजूद लोगों को दिवाली की बधाई दी
  3. 'आईएनएसवी तारिणी' के चालक दल में सभी महिलाएं हैं

मालूम हो कि नौसेना की महिला टीम दुनिया का चक्कर लगाने के अभियान पर इसी पोत से निकली हैं. इस पोत को भारतीय नौसेना में इस साल फरवरी में शामिल किया गया था, जो आईएनएसवी महादेवी श्रेणी का है. तारिणी ने भारतीय महिलाओं की ओर से सागर नौकायन के क्षेत्र में नया अध्याय शुरू कर दिया है. अगस्त 2017 में भारतीय नौसेना की पहली महिला टीम दुनिया का चक्कर लगाने के अभियान पर निकली हैं. तारिणी का उद्देश्य आगामी वर्षों में युवा नौसैनिकों में साहस तथा सौहार्द्र को बढ़ावा देना है.

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आईएनएसवी तारिणी 55 फुट लंबा है तथा भारतीय नौसेना की 'मेक इन इंडिया' पहल की तर्ज पर गोवा के दिवार में एक्वेरियस शिपयार्ड प्राइवेट लिमिटेड में बना है.

नौकायन पोत का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी, नौसेना का एक आर्किटेक्ट, सभी महिला नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, लेफ्टिनेंट पी स्वाति, विजया देवी, पायल गुप्ता तथा बी ऐश्वर्य कर रही हैं.

इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2016 के दौरान नौसेना की महिला टीम आईएनएस महादेवी गोवा से विशाखापट्टनम तक का सफर पहले ही तय कर चुकी हैं, जिसके बाद वे मॉरिशस गईं और फिर वहां से लौटीं. इसके बाद, वे दिसंबर 2016 में नौकायन पोत लेकर केपटाउन भी गईं.

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पीएम ने फौजियों संग मनाई दिवाली
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों के साथ दीवाली मनाई और जवानों के त्याग और बलिदान की सराहना करते हुए कहा कि वह उनको अपना परिवार मानते हैं. अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नियंत्रण रेखा पर तैनात सेना और बीएसएसफ जवानों के साथ दीपावली मनाने सुबह गुरेज पहुंचे. उनकी यह यात्रा पूर्व घोषित नहीं थी. उन्होंने गुरेज घाटी में सैनिकों के साथ दो घंटे बिताए. यह क्षेत्र पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से काफी नजदीक है. इस क्षेत्र में पिछले 27 वर्षों में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के साथ कई मुठभेड़ें हुयी हैं. यह लगातार चौथा साल है जब प्रधानमंत्री ने सीमा पर जवानों के साथ दीवाली मनायी है. इस मौके पर थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे. अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री जवानों से मिले और उन्हें मिठाई दीं.

प्रधानमंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि अन्य लोगों की तरह वह भी अपने परिवार के साथ दीपावली मनाना चाहते हैं. इसलिए वह सशस्त्र बलों के जवानों के पास आए हैं क्योंकि वह जवानों को अपना परिवार मानते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब वह सशस्त्र बलों के जवानों और सैनिकों के साथ समय गुजारते हैं तो उन्हें नयी ऊर्जा मिलती है. उन्होंने प्रतिकूल स्थितियों के बीच उनकी तपस्या और बलिदान की सराहना की.

उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि यहां मौजूद जवान नियमित रूप से योगाभ्यास करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे उनकी योग्ताएं बढ़ेंगी और शांति भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि कि सेना में अपनी सेवाएं पूरी करने के बाद जवान बेहतरीन योग प्रशिक्षक बन सकते हैं.

प्रधानमंत्री ने जवानों को नवोन्मेष के लिए प्रोत्साहित किया जिससे उनके नियमित कार्य और ड्यूटी आसान तथा सुरक्षित बन सकें. उन्होंने जिक्र किया कि सेना दिवस, नौसेना दिवस और वायुसेना दिवस पर अब बेहतरीन नवोन्मेषों की पहचान की जा रही है और उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है. मोदी ने कहा कि केंद्र हर संभव तरीके से सशस्त्र बलों के कल्याण और बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है.

इस क्रम में उन्होंने वन रैंक वन पेंशन को लागू किए जाने का जिक्र किया जो दशकों से लंबित था. प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने करीब लोगों से दूर रहकर, मातृभूमि की रक्षा करना, बलिदान की सर्वोच्च परंपरा का निर्वहन करना, बहादुरी और समर्पण के प्रतीक हैं.

प्रधानमंत्री ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा कि उन्हें जवानों के साथ दीवाला का त्योहार मनाने का मौका मिला. त्योहार के इस अवसर पर, सीमा पर बहादुर सैनिकों की उपस्थिति उम्मीदों का दीप जलाती है और करोड़ों भारतीयों के बीच नयी ऊर्जा जगाती है.

उन्होंने कहा, 'न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए, हम सबके लिए मिलकर काम करने का यह सुनहरा अवसर है. सेना भी इसका एक हिस्सा है.' मोदी ने बाद में ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर में सेना और बीएसएफ के जवानों के साथ दीवाली मनाकर प्रसन्नता हुई. अपने सुरक्षा बलों के साथ समय बिताना मुझे नयी ऊर्जा प्रदान करता है. हमनें मिठाइयों का आदान-प्रदान किया और बातचीत की. यह जानकर प्रसन्नता हुई कि जवान नियमित तौर पर योग करते हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारे जवान बलिदान और समर्पण की सर्वोच्च परंपराओं का प्रदर्शन करते हुए अपनी मातृभूमि को पूरी दिलेरी के साथ रक्षा करते हैं.'

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