राम मंदिर निर्माण मुद्दा: अयोध्‍या जाने से पहले योगी आदित्‍यनाथ से मिले श्रीश्री रविशंकर
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राम मंदिर निर्माण मुद्दा: अयोध्‍या जाने से पहले योगी आदित्‍यनाथ से मिले श्रीश्री रविशंकर

उल्‍लेखनीय है कि श्रीश्री रविशंकर कल (16 नवंबर) को अयोध्या जाकर राम मंदिर मामले से जुड़े सभी पक्षकारों से मुलाकात करेंगे.

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्‍थापक और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने लखनऊ में सीएम योगी आदित्‍यनाथ से मुलाकात की.

नई दिल्‍ली/लखनऊ : अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण का मध्‍यस्‍थता के जरिये हल निकालने के उद्देश्‍य से आर्ट ऑफ लिविंग के संस्‍थापक और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर बुधवार को लखनऊ पहुंचे. यहां उन्‍होंने प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई. उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने बताया, 'यह दोनों के बीच एक शिष्टाचार मुलाकात थी. बैठक ठीक-ठाक रही और करीब 15 से 20 मिनट तक चली'. उन्होंने बताया कि जहां तक अयोध्या का मामला है, मुख्यमंत्री जी का रूख पूरी तरह से साफ है. राज्य सरकार इस मामले में पक्षकार नहीं है. सरकार अदालत के हर फैसले का सम्मान करेगी.

  1. श्रीश्री रविशंकर कल (16 नवंबर) को अयोध्या जाएंगे.
  2. अयोध्‍या में राम मंदिर मामले से जुड़े सभी पक्षकारों से मुलाकात करेंगे श्रीश्री रविशंकर.
  3. राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास से मुलाकात भी करेंगे.

उल्‍लेखनीय है कि श्रीश्री रविशंकर कल (16 नवंबर) को अयोध्या जाकर राम मंदिर मामले से जुड़े सभी पक्षकारों से मुलाकात करेंगे. श्रीश्री रविशंकर 16 नवंबर को सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचेंगे.

हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों से मिलकर श्रीश्री के अयोध्या दौरे के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी गई है. बताया जा रहा है कि श्रीश्री रविशंकर गुरुवार सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. यहां वह सीधे मणिराम छावनी जाएंगे और राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह न्यास के सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती, मस्जिद के पैरोकार स्वर्गीय हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी से मुलाकात करेंगे. 

पढ़ें- राम मंदिर मुद्दे पर बोले श्री श्री रविशंकर, अब हालात बदल चुके हैं, लोग शांति चाहते हैं

बता दें कि आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने बीते सोमवार को कहा था कि वह अयोध्या विवाद में अपनी इच्छा से एक मध्यस्थ के तौर पर शामिल हैं और वह सभी हितधारकों से मिलने के लिए 16 नवंबर को अयोध्या की यात्रा करेंगे. कांग्रेस ने पिछले महीने श्रीश्री रविशंकर को सरकार का एक एजेंट करार दिया था, जो अयोध्या विवाद में इसके हितों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि यह मेरी अपनी इच्छा थी कि मैं अयोध्या विवाद में एक मध्यस्थ के तौर पर शामिल होऊं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे में मेरा कोई एजेंडा नहीं है और यात्रा के दौरान हर किसी की सुनूंगा. उन्होंने अयोध्या विवाद में मध्यस्थता की इसलिए पेशकश की थी कि इसका अदालत से बाहर कोई हल निकल सके.

उल्‍लखेनीय है कि यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मंगलवार को अयोध्‍या में राम मंदिर की संभावनाओं पर कहा कि रायपुर भगवान राम की ननिहाल है. यहां राम मंदिर का निर्माण हुआ है तो आगे का रास्‍ता भी निकल ही आएगा. यहां एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम योगी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह भी मान्‍यता है कि ननिहाल में मंदिर बनेगा तो आगे के रास्‍ते निकल जाएंगे. पांच दिसंबर से सुप्रीम कोर्ट नियमित सुनवाई करेगा. यूपी सरकार इसमें पार्टी नहीं है. ये मानकर चलिए, जो होगा अच्‍छा होगा, अच्‍छी दिशा में होगा.

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