China को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी, LAC को डायरेक्ट दिल्ली से जोड़ने पर काम कर रही मोदी सरकार
Advertisement

China को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी, LAC को डायरेक्ट दिल्ली से जोड़ने पर काम कर रही मोदी सरकार

Modi Government सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए समर्पित है और वर्तमान में सिक्किम तक हर मौसम में पहुंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. सिवोक-रंगपो रेल लिंक परियोजना पूर्वोत्तर राज्य के लिए इस तरह का पहला कनेक्शन है.

China को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी, LAC को डायरेक्ट दिल्ली से जोड़ने पर काम कर रही मोदी सरकार

Sivok-Rangpo Project: चीन की तरह भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास बुनियादी ढांचे के विकास के हिस्से के रूप में सड़कों का निर्माण करने में पीछे नहीं है. भारतीय रेलवे अब इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण नाथूला तक सिवोक-रंगपो रेल लिंक परियोजना का विस्तार करने की योजना बना रहा है. 

केंद्र सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए समर्पित है और वर्तमान में सिक्किम तक हर मौसम में पहुंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. सिवोक-रंगपो रेल लिंक परियोजना पूर्वोत्तर राज्य के लिए इस तरह का पहला कनेक्शन है. इस अत्यंत महत्वपूर्ण रेल लिंक को नाथू ला तक विस्तारित करने की योजना सीमा क्षेत्र में सभी मौसम में कनेक्टिविटी के लिए वरदान साबित होगी. यह विशेष रूप से सशस्त्र बलों को अग्रिम क्षेत्रों में रसद प्रदान करने में सहायता करेगा.

इस नई रेल लाइनों के बनने से पश्चिम बंगाल और सिक्कम राज्य को काफी फायदा होगा. इससे चीन की सीमा स्थित नाथूला से देश की राजधानी दिल्ली की सीधी रेल कनेक्टिविटी होगा. 

प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी ने क्या कहा?

एक बार नई लाइन चालू हो जाने के बाद पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और रंगपो के बीच यात्रा का समय कम होने की उम्मीद है. मार्ग प्रतिकूल मौसम की स्थिति से भी अप्रभावित रहेगा और साल भर संपर्क सुनिश्चित करेगा. परियोजना के निदेशक मोहिंदर सिंह ने कहा, सिवोक-रंगपो रेल परियोजना का काम तेजी से चल रहा है. हमने 50% से अधिक महत्वपूर्ण कार्य पूरा कर लिया है. शेष भाग अगले वर्ष के भीतर पूरा हो जाएगा और दिसंबर 2024 तक यह लाइन तैयार हो जाएगी. 

सिवोक से रंगपो तक 44.96 किमी की दूरी तय करने वाली परियोजना के पहले चरण में लगभग 90 प्रतिशत मार्ग पर सुरंग और पुल शामिल हैं और यह अपने अंतिम चरण में है. इसमें 14 सुरंगें और 23 पुल हैं. पहले चरण में सिक्किम का केवल 3.52 किमी क्षेत्र शामिल है, लेकिन रेलवे के पास देने के लिए बहुत कुछ है. दूसरा चरण राजधानी शहर गंगटोक को जोड़ेगा और अंतिम चरण को नाथू ला तक बढ़ाया जाएगा. 

उन्होंने कहा कि पहले चरण का निष्पादन किया जा रहा है. गंगटोक तक दूसरे चरण पर काम किया जा रहा है और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे इसके लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर रहा है. तीसरे चरण के लिए नाथू ला तक सर्वे किया जा रहा है.

जरूर पढ़ें...

अमेरिका में मुसलमानों पर बयान देकर घिर गए राहुल गांधी, ओवैसी ने अपने जवाब से बोलती की बंद
पहले ही द‍िन सुबह-सुबह आई खुशखबरी, LPG स‍िलेंडर के दाम में बड़ी कटौती; अब देने होंगे इतने पैसे

 

Trending news