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भोपाल: मध्य प्रदेश के एक किसान का बेटा आजकल आयकर विभाग के चक्कर काट रहा है. आयकर विभाग से किसान के बेटे प्रवीण राठौर को 290 करोड़ रुपये के लेनदेन को लेकर कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) मिला है, जिसके बाद उसके पैरों तले जमीन ही खिसक गई.
आयकर विभाग ने प्रवीण (Praveen Rathor) को 15 मार्च को अधिकारियों के सामने पेश होने को कहा है. इसके चलते प्रवीण आयकर विभाग से लेकर स्थानीय पुलिस तक दर-दर भटक रहा है. लेकिन अभी तक उसे इस लेनदेन (Transactions) की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
हाल ही में प्रवीण इंदौर के पुलिस कमिश्नर के ऑफिस (Indore Police Commissioner's Office) भी गया लेकिन उसे वहां से भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई. बता दें कि प्रवीण खंडवा जिले के छोटे से देशगांव गांव के एक किसान का बेटा (Farmer's Son) है.
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प्रवीण राठौर के मुताबिक मार्च-अप्रैल 2021 में उसे आयकर विभाग (Income Tax Department) का पहला नोटिस मिला था और उसे लगा कि किसी ने उसके साथ मजाक किया है. लेकिन कुछ महीने बाद ही जब उसे 290 करोड़ रुपये के लेनदेन का दूसरा नोटिस (Notice) मिला तब प्रवीण को बड़ा झटका लगा.
बता दें कि प्रवीण के नाम से मुंबई में दो बैंक खाते (Bank Accounts) चल रहे हैं. जबकि प्रवीण के मुताबिक ना तो उसका उस बैंक में कोई खाता है और ना ही वह कभी मुंबई गया है. अधिकारियों ने उसे पुलिस (Police) में शिकायत दर्ज करने की सलाह दी. लेकिन खंडवा पुलिस ने मामला मुंबई से जुड़े होने के कारण मामले में कुछ ना कर पाने की बात कही.
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खंडवा बैंक कार्यालय से पता चला कि ये खाते 2013 में खोले गए थे और कुछ लेनदेन के बाद थोड़े समय बाद बंद भी कर दिए गए थे. प्रवीण का कहना है कि उसके घर में आग लगने के कारण उसके दस्तावेज (Documents) उसके पास नहीं हैं. उसने इसे धोखाधड़ी (Fraud) बताते हुए पुलिस से मामले की जांच (Inquiry) करने की अपील भी की है.
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