केरल में जानलेवा 'निपाह' वायरस का खौफ, इलाज करने वाली नर्स की भी गई जान, अब तक 11 मौतें
Advertisement
trendingNow1402653

केरल में जानलेवा 'निपाह' वायरस का खौफ, इलाज करने वाली नर्स की भी गई जान, अब तक 11 मौतें

19 मई को जिले में एक निजी अस्पताल में 50 वर्षीय महिला की मौत हो गयी थी, जबकि उसके 25 और 23 साल के दो रिश्तेदारों की क्रमश: 18 और पांच मई को मृत्यु हो गयी थी.

केरल में जानलेवा 'निपाह' वायरस का खौफ, इलाज करने वाली नर्स की भी गई जान, अब तक 11 मौतें

कोझिकोड: केरल के कोझिकोड जिले में पिछले दो हफ्ते में कथित रुप से ‘निपाह’ नामक एक विषाणु से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पहले रविवार (20 मई) को केरल के कोझिकोड जिले में पिछले दो हफ्ते में कथित रुप से ‘निपाह’ नामक एक विषाणु से एक ही परिवार के तीन व्यक्तियों और दो अन्य की मौत के बाद राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल सावधान हो गया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के. के. श्याला ने स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा, ‘‘जिस विषाणु से यह बीमारी पैदा की, उसका प्रकार अबतक पता नहीं चला है. खून और अन्य नमूने पुणे के राष्ट्रीय विषाणु संस्थान भेजे गये हैं. कुछ दिनों में परिणाम उपलब्ध होगा.’’ 

  1. राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल सावधान हो गया है.
  2. कुछ चिकित्सकों ने इसे निपाह नामक विषाणु बताया है,
  3. जबकि अन्य ने इसे जूनोटकि विषाणु बताया है जो तेजी से फैलता है.

रविवार (20 मई) को इस वायरस से पीड़िता नर्स की मौत हो गई, जो कि तालुक अस्पताल में काम करती थी. रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीजों के संपर्क में आने के बाद नर्स भी उसकी शिकार हो गई. इस बात की आशंका से कि कहीं इस वायरस का असर और न बढ़े, नर्स के मृत शरीर को उसके परिवार को ना सौंपते हुए तुरंत ही अंतिम संस्कार कर दिया गया.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोझिकोड के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिलास्तरीय एक विशेष कार्यबल बनाया गया है. स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. आर. एल. सरिता ने इस बैठक के बाद विशेष कार्यबल के गठन का फैसला किया. किसी भी आकस्मिक स्थिति से निबटने के लिए आपात उपचार की निगरानी के लिए एकल खिड़की व्यवस्था की गयी है.

केंद्र से मांगी गई मदद
शनिवार (19 मई) को जिले में एक निजी अस्पताल में 50 वर्षीय महिला की मौत हो गयी थी, जबकि उसके 25 और 23 साल के दो रिश्तेदारों की क्रमश: 18 और 5 मई को मृत्यु हो गयी थी. इससे पहले लोकसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने केरल के कोझिकोड जिले में एक विषाणु के प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र की मदद मांगी थी.

तेजी से फैलता है 'नामक विषाणु'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को लिखे पत्र में रामचंद्रन ने कहा कि उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वताकरा में कुट्टियाडी तथा पेरम्ब्रा सहित कुछ पंचायत क्षेत्र ‘घातक विषाणु’ की चपेट में हैं. सांसद ने पत्र की एक प्रति यहां प्रेस को भी उपलब्ध कराई. उन्होंने कहा कि कुछ चिकित्सकों ने इसे निपाह नामक विषाणु बताया है, जबकि अन्य ने इसे जूनोटकि विषाणु बताया है जो तेजी से फैलता है.

केंद्रीय टीम जाएगी केरल
इस बीच, दिल्ली से प्राप्त खबर के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने रविवार (20 मई) को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक को राज्य सरकार की सहायता करने के लिए केरल के कोझिकोड़ की यात्रा करने का निर्देश दिया. मंत्री के निर्देश पर एक केंद्रीय टीम केरल जाएगी. नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने स्थिति की समीक्षा की.

Trending news