मौसम अलर्ट: दिल्ली-NCR समेत इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, गाजियाबाद में बंद रहेंगे स्कूल
Advertisement
trendingNow1423810

मौसम अलर्ट: दिल्ली-NCR समेत इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, गाजियाबाद में बंद रहेंगे स्कूल

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार से पांच दिन तक दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश हो सकती है. 

बारिश से सुहाना हुआ दिल्ली का मौसम. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली सहित आस-पास के इलाकों में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी रुक रुककर तेज बारिश जारी रहेगी. गुरुवार को हुई भारी बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गई थीं और कई इलाकों में लोगों के घरों में पानी भर गया. भारी बारिश और खराब मौसम को देखते हुए गाजियाबाद के डीएम ने ट्वीट कर आज सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है. 

  1. दिल्ली-NCR में शुक्रवार को भी रुक रुककर हो रही बारिश
  2. गाजियाबाद डीएम ने दिए स्कूल बंद रखने के आदेश
  3. उत्तर भारत सहित पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का रेड अलर्ट जारी

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार से पांच दिन तक दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 27 से 30 जुलाई तक असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का रेड अलर्ट है.  
 

यह भी पढ़ें: पहाड़ों से लेकर मैदान तक झूमकर बरसे बादल, तापमान में आई कमी

जलमग्न हुआ कलेक्ट्रेट
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में गुरुवार को सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे के बीच अयानगर में 05.6 mm, लोधी रोड में 18.6mm, सफदरजंग में 14.8mm, पालम में 10.2mm, नरेला में 8.0mm और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 16mm बारिश रिकॉर्ड की गई. वहीं, भारी बारिश के चलते ग्रेटर नोएडा कलक्ट्रेट आफिस पानी में डूबा नजर आया. कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारी ट्रैक्टर टैंकर पर चढ़कर ऑफिस पहुंचे. दिल्ली के रास्तों पर जलभराव के कारण दिन भर जगह-जगह जाम लगा रहा.

दिल्ली सरकार को HC की फटकार
उधर, दिल्ली में बारिश से जलभराव पर दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. दिल्ली सरकार को फटकारते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि मिंटो ब्रिज पर जलभराव की अखबारों में छपी तस्वीरें देखकर नहीं लगता कि ये राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है. हाईकोर्ट ने कहा कि वहां फंसे लोगों के निकालने की तस्वीरों को देखकर लग रहा है कि ये किसी आदिवासी इलाके की तस्वीरें हैं. हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि इस परिस्थिति का जिम्मेदार कौन है. गौरतलब है कि दिल्ली में प्रत्येक वर्ष मानसून के दौरान कई इलाकों में हल्की बारिश से ही जलभराव हो जाता है. 

यह भी पढ़ें: राजस्थान: 25 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, सीकर में 2 लोगों की मौत

यूपी में बारिश से 3 बच्चों की मौत
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से पिछले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश से सराबोर रहे. वहीं, मैनपुरी जिले में गुरुवार को बारिश के बीच दीवार ढहने की घटनाओं में तीन बच्चों की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार, करहल थाना क्षेत्र के दोस्तपुर गांव में बारिश के बीच स्कूल से पढ़कर लौट रहे बच्चों पर एक जर्जर मंदिर की दीवार गिर गयी. इस हादसे में कुमारी निशा (नौ) तथा नवनीत (आठ) की मृत्यु हो गयी. पुलिस ने बताया कि हादसे में नौ वर्षीय लड़की सोनम के पैर की हड्डी टूट गयी. उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है. ऐसी ही एक अन्य घटना में कुसमरा इलाके में एक घर की दीवार ढह जाने से मलबे में दबकर आठ साल की एक बच्ची की मृत्यु हो गयी. जिलाधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि ये दोनों दुर्घटनाएं लगातार हो रही बारिश के चलते हुई हैं. 

बढ़ सकता है यमुना का जलस्तर
वहीं, पहाड़ों में हो रही भारी बारिश के चलते हथनीकुंड बैराज से 1.31 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद शुक्रवार को यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी के स्तर को छू सकता है. एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार के बाढ़ एवं सिंचाई विभाग को अंदेशा है कि छोड़ा गया पानी शुक्रवार तक राष्ट्रीय राजधानी पहुंच जाएगा जिसे लेकर एक अलर्ट जारी किया गया है. अधिकारी ने बताया कि यमुना में गुरुवार को यमुना का जलस्तर 203.65 था जो इस मौसम में सामान्य माना जाता है. अधिकारी ने बताया, “शुक्रवार को जलस्तर के 204 पर पहुंचने का अंदशा है जो चेतावनी का स्तर है.” खतरे का निशान 204.83 है. 

यह भी पढ़ेें: ग्रेटर नोएडा में फिर ढही तीन मंजिला इमारत, मच गई अफरा-तफरी

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश
उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा भी हुई. इस अवधि में उरई में सबसे ज्यादा 21 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी. इसके अलावा आगरा तथा मथुरा में 15-15, जालौन में 14, आगरा में 13, बरेली में 11, अकबरपुर, हमीरपुर और महरौनी में 10-10, शाहगंज, औरैया, बागपत, मौदहा और खैरागढ़ में नौ-नौ सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी. इसके अलावा राज्य के अन्य विभिन्न हिस्सों में भी रिमझिम फुहारें पड़ीं.

हिमाचल में खुशनुमा हुआ मौसम
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह तक एकत्र डाटा के अनुसार सिरमौर जिले के पोंटा साहिब में सबसे अधिक 139.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. पिछले 24 घंटे के दौरान धर्मशाला में 134.4 मिमी, कांगड़ा में 133 मिमी, पालमपुर में 120 मिमी और नाहन में 96.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई. सिंह ने बताया कि 12.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ केलांग सबसे ठंडा स्थान रहा. उन्होंने बताया कि कुफरी और मनाली में 14-14 डिग्री, कालपा में 15 डिग्री, शिमला में 17.1 डिग्री और नाहन में 18.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. सिंह ने बताया कि 35.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ ऊना सबसे गर्म स्थान रहा. इसके अलावा भूंटर में 33.2 डिग्री, हमीरपुर में 32.9 डिग्री और बिलासपुर में 32.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. जिले में जितने भी जर्जर स्कूल के भवन है उनमे बच्चो को न बैठाने आदेश जारी कर दिया है 

पुंछ में भूस्खलन
सेना के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में मुगल रोड पर भूस्खलन होने से 40 से अधिक वाहनों में फंसे 150 यात्रियों को निकाला. एक रक्षा प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि बुधवार रात लगातार भारी वर्षा के चलते भूस्खलन के कारण मुगल रोड पर यातायात पांच घंटे तक बाधित रहा. इससे कई स्थानों पर यातायात अवरुद्ध हो गया. उन्होंने कहा, 'किसी को चोट या किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है.' प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू क्षेत्र को कश्मीर घाटी से जोड़ने वाले मुगल रोड की सुरक्षा में तैनात सेना की इकाई की ओर से तत्काल शुरू किए गए अभियान से सड़क पर यातायात बहाल हो सका. उन्होंने बताया कि यात्रियों ने भारी वर्षा के बीच सड़क से पत्थर हटाने में सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया. उन्होंने कहा कि सेना के प्रयास को लोगों ने काफी प्रशंसा की. 

Trending news