हमने आपको दो CCTV Videos दिखाए हैं. ये दो तस्वीरें 12 जनवरी और 15 जनवरी की हैं. इन दोनों तस्वीरों में इस केस के मुख्य आरोपियों में से एक विशाल जंगोत्रा दिख रहा है. सोमवार को हमने आपको 15 जनवरी 2018 का वीडियो दिखाया था.
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कठुआ में 8 साल की बच्ची के रेप और हत्या के मामले में आज एक और बड़े खुलासे का दिन है. हम पिछले 2 दिनों से इस केस में रोज़ ऐसे सबूत आपके सामने रख रहे हैं, जिनसे कश्मीर क्राइम ब्रांच की चार्जशीट पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं. और आज हम आपको कठुआ मामले की 3 बड़ी गवाहियां दिखाने वाले हैं. ये गवाहियां विशाल जंगोत्रा के साथ पढ़ने वाले उन छात्रों की हैं, जो उसके साथ मुज़फ्फरनगर के मीरापुर में रहते थे. और इन तीनों लड़कों के बयान सुनने के बाद आपको ये समझ में आ जाएगा कि कैसे कश्मीर क्राइम ब्रांच ने इस केस की कहानी रची और कैसे मारपीट करके बयान दर्ज करवाए गए? लेकिन इन गवाहियों को दिखाने से पहले आपको पिछले दो दिन का Recap दिखाना ज़रूरी है. आपके लिए ये समझना ज़रूरी है कि अभी तक हमने आपको क्या दिखाया? तभी आप इन गवाहियों को अच्छी तरह समझ पाएंगे.
हमने आपको दो CCTV Videos दिखाए हैं. ये दो तस्वीरें 12 जनवरी और 15 जनवरी की हैं. इन दोनों तस्वीरों में इस केस के मुख्य आरोपियों में से एक विशाल जंगोत्रा दिख रहा है. सोमवार को हमने आपको 15 जनवरी 2018 का वीडियो दिखाया था.
ये वीडियो मीरापुर के State Bank of India के ATM के अंदर का था. इस ATM के अंदर विशाल जंगोत्रा 3 बजकर 3 मिनट से 3 बजकर 7 मिनट तक मौजूद था. और इस दौरान विशाल ने ATM से 1000 रुपये भी निकाले थे. 500 रुपये उसने ATM के अंदर मौजूद एक लड़के को दिए और 500 रुपये अपने पर्स में रख लिए थे.
ये वीडियो इसलिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि कश्मीर क्राइम ब्रांच की चार्जशीट के मुताबिक विशाल जंगोत्रा 15 जनवरी को शाम 4 बजे तक कठुआ में पीड़ित लड़की की लाश को ठिकाने लगा रहा था. इसलिए हमने ये सवाल उठाया था कि एक ही व्यक्ति एक ही दिन में दो जगह कैसे मौजूद हो सकता है? विशाल जंगोत्रा अगर मुज़फ्फरनगर में था, तो फिर क्राइम ब्रांच ने उसे अपनी चार्जशीट में कठुआ में मौजूद क्यों दिखाया?
हमने आपको वो बैंक Statement भी दिखाई थी, जिसमें ये साफ लिखा है कि 15 जनवरी को मीरापुर के SBI के ATM से 1000 रुपये निकाले गए थे. ये Bank Account विशाल जंगोत्रा की बहन मोनिका शर्मा का है. और मोनिका ने अपना Debit Card, अपने भाई विशाल को दिया हुआ था.
इसके बाद हमने कल यानी मंगलवार को तीन और CCTV Videos दिखाए थे. ये Videos 12 जनवरी 2018 के थे. और ये Videos मीरापुर के कॉरपोरेशन बैंक के ATM के थे. इन तीनों ही Videos में विशाल जंगोत्रा दिख रहा था. 3 बजकर 47 मिनट से 3 बजकर 48 मिनट तक विशाल जंगोत्रा इस ATM में था. विशाल ने यहां से पैसे निकालने के कोशिश की थी, लेकिन पैसे नहीं निकले और इसके बाद इस खाते से 9 रुपये 44 पैसे काट लिए गए. और खाते में सिर्फ 75 रुपये 32 पैसे बाकी रह गए थे.
ये वीडियो इसलिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि क्राइम ब्रांच की चार्जशीट में ये लिखा हुआ है कि विशाल जंगोत्रा 12 जनवरी की सुबह 6 बजे कठुआ पहुंच गया था. क्राइम ब्रांच की चार्जशीट के मुताबिक इसके बाद विशाल जंगोत्रा ने बच्ची के साथ 13 जनवरी को रेप किया. और फिर बच्ची की हत्या करके और उसके शव को जंगल में फेंकने के बाद विशाल जंगोत्रा 15 जनवरी को शाम 4 बजे तक कठुआ में ही था. और इसके बाद वो वापस मीरापुर आ गया.
लेकिन ये दोनों ही Videos ये बता रहे हैं कि विशाल जंगोत्रा 12 जनवरी और 15 जनवरी को मीरापुर में ही मौजूद था. ये अब तक के दो बड़े खुलासे हैं. और इन्होंने कश्मीर क्राइम ब्रांच की चार्जशीट पर बहुत गंभीर सवाल उठाए हैं.
ये तो अब तक की कहानी थी. हमारे इन दो Videos से ये बात साफ हो गई है कि कश्मीर क्राइम ब्रांच ने अपना काम ठीक से नहीं किया. उसकी चार्जशीट में बहुत सी बातें ऐसी लिखी हुई हैं, जो ठीक नहीं लगतीं. और इसी कड़ी में हमारा आज का खुलासा और ज्यादा बड़ा है. आज हम आपको विशाल के साथ 3 छात्रों की गवाहियां सुनवाएंगे. इन तीनों के नाम हैं नीरज शर्मा, सचिन शर्मा और साहिल शर्मा. ये तीनों विशाल जंगोत्रा के साथ मुज़फ्फरनगर में पढ़ते थे और तीनों एक ही घर में किराए पर रहते थे. इन तीनों से हमारे संवाददाता राजू केरनी ने बातचीत की है. और इस बातचीत में इन तीनों लड़कों ने कश्मीर क्राइम ब्रांच पर बहुत गंभीर आरोप लगाए हैं.
इन तीनों ने आरोप लगाया है कश्मीर क्राइम ब्रांच ने उन्हें बुरी तरह टॉर्चर किया, उनके साथ मारपीट की और ज़बरदस्ती ये कबूल करवाने की कोशिश की कि 12 जनवरी से लेकर 15 जनवरी तक विशाल जंगोत्रा मीरापुर में नहीं था, बल्कि कठुआ में था. जब पहली बार इन लड़कों से पूछताछ हुई तो तीनों ने क्राइम ब्रांच को ये बताया कि विशाल उन्हीं के साथ मुज़फ्फरनगर के मीरापुर में मौजूद था. इसके बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने इन लड़कों के साथ मारपीट की. पीड़ित लड़कों के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने उन्हें 13 से 14 दिनों तक अपनी हिरासत में रखा. उनका करियर बर्बाद करने की धमकी दी .
इन युवकों के मुताबिक उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, उन पर दबाव बनाया गया, जिसके बाद इन तीनों ने क्राइम ब्रांच के सामने वो सबकुछ स्वीकार कर लिया, जो वो चाहती थी. आरोपों के मुताबिक जब इन लड़कों ने क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को ये बताया कि विशाल जंगोत्रा मुज़फ्फरनगर के खतौली में परीक्षा दे रहा था. तो फिर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने सचिन शर्मा से ये कहा कि वो विशाल जंगोत्रा के फर्ज़ी Signature करने की प्रैक्टिस करे. अब सवाल ये है कि फर्ज़ी Signature करने की प्रैक्टिस क्यों करवाई जा रही थी? आखिर क्राइम ब्रांच का मक़सद क्या था.
इन तीनों लड़कों ने ये बात दावे के साथ कही है कि विशाल जंगोत्रा घटना के दौरान मीरापुर छोड़कर कही नहीं गया था. वो मुज़फ्फरनगर में अपनी परीक्षा दे रहा था. इसके अलावा इन लड़कों ने 16 जनवरी के एक फ़ोटो का ज़िक्र किया.इन लड़कों के मुताबिक ये तस्वीर 16 जनवरी को ली गई थी. और इस तस्वीर में विशाल जंगोत्रा मौजूद है. इस तस्वीर में ये लड़के अपने मकान मालिक के घर पर बैठे हैं. जहां एक Birthday पार्टी थी.
क्राइम ब्रांच के सामने तो इन लड़कों ने वो सब स्वीकार कर लिया, जो वो चाहती थी, लेकिन जैसे ही मजिस्ट्रेट के सामने इनका बयान हुआ, इन तीनों ने अपना बयान बदल दिया. मजिस्ट्रेट के सामने इन लड़कों ने CRPC की धारा 164-A के तहत बयान दर्ज करवाया था. जब किसी मामले में Judicial Magistrate के सामने बयान दर्ज करवाया जाता है, तो उसे 164-A का बयान कहते हैं. हमारे पास मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयानों की कॉपी भी है, जिसे हम आपको आगे दिखाएंगे