बीजेपी के पूर्वोत्तर राज्यों के प्रभावी राम माधव ने दावा किया है कि त्रिपुरा और नागालैंड में बीजेपी बेहतर प्रदर्शन करेगी. राम माधव ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा कि त्रिपुरा और नागालैंड में बीजेपी राज्यों के बेहतर विकास के लिए सरकार बनाएगी.
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नई दिल्ली : नागलैंड, त्रिपुरा और मेघालय में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों में बीजेपी के प्रदर्शन के बाद पार्टी के कार्यकर्ता और राजनेता काफी खुश हैं. जगह-जगह जश्न का माहौल है. त्रिपुरा में बीजेपी को मिली बढ़त पर पूर्वोत्तर के बीजेपी प्रभावी राम माधव ने खुशी जाहिर की है. रुझानों के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए राम माधव ने कहा कि त्रिपुरा में बीजेपी 40 सीटों से ज्यादा पर जीतने में कामयाबी होगी. राम माधव ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं को आखिरी नतीजे आने का इंतजार है. प्रदेश में जीत का श्रेय पार्टी के कार्यकर्ताओं को देते हुए राम माधव ने कहा कि त्रिपुरा में कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत की है, जिसका नतीजा आज देखने को मिल रहा है.
मोदी और शाह की मेहनत लाई रंग
जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को देते हुए राम माधव ने कहा कि दोनों राजनेताओं ने राज्य में सरकार बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है. राम माधव ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार किया उससे प्रदेश की जनता का विश्वास बीजेपी पर और भी ज्यादा प्रगाढ़ हुआ है. बीजेपी के पूर्वोत्तर राज्यों के महासचिव राम माधव ने संसदीय दल की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'हमारा संसदीय दल (पार्टी में फैसले लेने वाली सर्वोच्च समिति) आज शाम दिल्ली में बैठक करके इस बात का फैसला करेगा.'
सकारात्मकता से दिया जनता ने जवाब
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा ने माकपा नीत सरकार को हराने के भाजपा के आह्वान का सकारात्मक जवाब दिया. उन्होंने कहा 'बदलाव के हमारे आह्वान का लोगों ने सकारात्मक जवाब दिया.' भाजपा नेता ने चुनाव के दौरान कड़ी टक्कर देने के लिए माकपा की सराहना की और कहा लेकिन लोग नयी सरकार चाहते हैं.'
जनता चाहती है प्रदेश में बदलाव की सरकार
पिछले 25 साल से त्रिपुरा में लेफ्ट की सरकार पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी को स्वीकार किया है. राम माधव ने कहा कि त्रिपुरा को दमन और तनाव के माहौल से बाहर निकालना पार्टी का अहम कार्य है. राम माधव ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा कि त्रिपुरा और नागालैंड में बीजेपी राज्यों के बेहतर विकास के लिए सरकार बनाएगी.
In Meghalaya a divided result is a possibility, we will see that a non-Congress Govt is formed there. Himanta Biswa Sarma ji is leaving for Meghalaya shortly: Ram Madhav,BJP pic.twitter.com/3f3KrBURWb
— ANI (@ANI) March 3, 2018
This is a revolutionary result, all due to the blessings of Tripura Sundari Mata and people of the state and the hard work of PM Modi and party workers: Ram Madhav,BJP #TripuraElection2018 pic.twitter.com/nr5SqMmrXp
— ANI (@ANI) March 3, 2018
WATCH live via ANI FB: BJP 's Ram Madhav addresses the media in Agartala https://t.co/3mo97GWqBv pic.twitter.com/PaPZyDP6T3
— ANI (@ANI) March 3, 2018
बिप्लब कुमार ने भी किया जीत का दावा
बीजेपी की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष बिप्लब कुमार देव ने कहा, "लोग बदलाव चाहते हैं. लोग त्रिपुरा में भाजपा की सरकार चाहते हैं. यह सुनिश्चित है कि भाजपा त्रिपुरा में अगली सरकार बनाएगी." मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की त्रिपुरा इकाई के सचिव बिजन धर ने कहा कि वाम दल अगली सरकार के गठन को लेकर अत्यंत उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात, बृंदा करात, बिमान बोस, और अन्य केंद्रीय नेताओं ने मतदान के बारे में फोन पर उनसे जानकारी ली है. धर ने कहा, "पीएम मोदी और बीजेपी के अन्य नेता हमेशा डिजिटल इंडिया की बाते करते हैं, लेकिन चुनाव में ईवीएम-वीवीपैट में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी ने डिजिटल इंडिया अभियान पर गंभीर संदेह खड़ा कर दिया है."
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Seeing the earlier trends:, I feel that in Tripura BJP is going to do very well In Nagaland too, our alliance is doing very well and Congress is trailing in Meghalaya. The three results of North East are going to be very good for BJP: Ram Madhav, BJP pic.twitter.com/66V7BPCXDn
— ANI (@ANI) March 3, 2018
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कांग्रेस ने की निर्वाचन विभाग की आलोचना
वहीं, मतदान के दौरान हुई हिंसक घटनाओं पर कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन विभाग की आलोचना की थी. कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि त्रिपुरा में निर्वाचन अधिकारी निष्पक्ष नहीं थे और चुनावी प्रबंधन बहुत खराब और अक्षम था. नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस और वाम दलों की शिकायतों के बावजूद त्रिपुरा के निर्वाचन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की. लेकिन जब बीजेपी ने कोई शिकायत की तो निर्वाचन अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की."