छत्तीसगढ़ में कांग्रेस परिवर्तन यात्रा पर नक्सली हमला, प्रदेश अध्यक्ष समेत 27 की मौत
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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस परिवर्तन यात्रा पर नक्सली हमला, प्रदेश अध्यक्ष समेत 27 की मौत

छत्तीसगढ़ में कल हुए नक्सली हमले के बाद से लापता बताए जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश पटेल के शव आज घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर मिले। उनके बारे में कहा जा रहा था कि नक्सली उन्हें अगवा कर ले गए हैं।

ज़ी मीडिया ब्यूरो
रायपुर : छत्तीसगढ़ में कल हुए नक्सली हमले के बाद से लापता बताए जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश पटेल के शव आज घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर मिले। उनके बारे में कहा जा रहा था कि नक्सली उन्हें अगवा कर ले गए हैं। बस्तर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर आज सुरक्षाकर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के शव भी बरामद किए गए। नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा समेत अब तक 27 लोगों के मरने की खबर है। शवों को घटनास्थल से निकालने का काम जारी है। सैकड़ों सुरक्षाकर्मी तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं।
पुलिस महानिदशेक रामनिवास ने हमले में 32 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। नंद कुमार पटेल का शव मिलने के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। हमले के विरोध में राजधानी रायपुर आज स्वत: बंद है। राजधानी में कांग्रेस भवन और अन्य राजनीतिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण तलाशी अभियान में दिक्कत आ रही है।
कल रात पुलिस ने बताया था कि माओवादियों ने बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर के समीप दरबा घाटी वैली में कांग्रेसी नेताओं के काफिले पर हमला हुआ। केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (नक्सल प्रबंधन) एम ए गणपति ने नई दिल्ली में बताया कि हमले में 17 लोग मारे गए हैं तथा 20 अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि मारे गए और घायल हुए लोगों में अधिकतर कांग्रेसी नेता तथा कार्यकर्ता शामिल हैं। हमले में मारे गए चार-पांच लोग कांग्रेसी नेताओं के निजी सुरक्षा अधिकारी थे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने देर रात संवाददाता सम्मेलन में नक्सली हमले में मरने वालों की संख्या 16 बतायी लेकिन घायलों के बारे में कोई आंकड़ा नहीं दिया। इस बीच, हमले में घायल 84 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ला का जगदलपुर अस्पताल में ऑपरेशन चल रहा है। उनकी हालत गंभीर है। हमले में उनके शरीर में लगी तीन गोलियां निकालने के लिए उनका ऑपरेशन किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नई दिल्ली में कहा कि शुक्ला को पेट में गोली लगी है।
कर्मा के अलावा, पूर्व कांग्रेस सांसद गोपाल माधवन तथा राजनांदगांव से पूर्व विधायक उदय मुदालियार भी हमले में मारे गए तथा एक प्रमुख महिला आदिवासी नेता फुलो देवी नेताम, बस्तर घायल हो गयीं। नक्सलियों ने शाम करीब साढ़े पांच बजे ‘‘परिवर्तन रैली’’ से लौट रहे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के काफिले पर हमला किया। पूर्व गृह मंत्री और ‘‘सलमा जुडूम’’ के संस्थापक कर्मा को करीब 100 से 150 नक्सलियों ने घेर लिया और उनके शरीर को गोलियों से छलनी कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से विस्फोट करने से पूर्व पेड़ गिराकर सड़क को अवरूद्ध कर दिया था । बारूदी सुरंग विस्फोट में काफिले का एक वाहन भी चपेट में आ गया। हमले के बाद नक्सलियों ने समीप के पेड़ों में आग लगा दी।
कांग्रेस नेताओं के निजी सुरक्षा अधिकारियों ने जवाब में गोलीबारी की लेकिन उनके कारतूस शीघ्र खत्म हो गए। यह हमला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 202 के निकट घने जंगलों में हुआ। यह राजमार्ग छत्तीसगढ़ को पड़ोसी आंध्र प्रदेश के भद्रचलम जिले से जोड़ता है। विपक्षी कांग्रेस ने 12 अप्रैल को परिवर्तन यात्रा शुरू की थी। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। यात्रा में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
उधर नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमेाहन सिंह ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं के काफिले पर नक्सलियों के ‘‘कायरतापूर्ण’’ हमले की कड़ी निंदा की और हमलावरों से उन लोगों को जल्द से जल्द मुक्त करने की अपील की जिनका संभवत: हमले के बाद अपहरण कर लिया गया है। इस हिंसक घटना के बाद प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से फोन पर दो बार बात की और राहत एवं बचाव अभियान में उन्हें हर संभव सहायता की पेशकश की।
घटना को ‘‘कायरतापूर्ण और लोकतंत्र विरोधी कृत्य’’ बताते हुए सिंह ने कहा, ‘‘ सरकार किसी भी प्रकार की हिंसा को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।’’ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ नक्सली हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा करने वाले सिंह ने कहा, ‘‘ मैंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की है और उनसे अपील की है कि घायलों को हरसंभव मदद मुहैया कराएं तथा जिन लोगों का अपहरण किया गया है उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें ।’’
इस बीच छत्तीसगढ़ में जिस स्थान पर नक्सली हमले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा समेत कम से कम 27 लोग मारे गए, वहां नक्सलियों की धरपकड़ एवं तलाशी तथा उस स्थान को नियंत्रण में लेने के लिए कोबरा कमांडो समेत 600 से अधिक सीआपीएफ जवान भेजे गए हैं। केंद्र ने इन सीआरपीएफ जवानों को न केवल उस क्षेत्र को नियंत्रण में लेने के लिए बल्कि तलाशी अभियान एवं बचाव अभियान के लिए भी भेजा है क्योंकि ऐसा संदेह है कि कुछ लोग समीप के जंगलों में छिपे हो सकते हैं।
राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों के लिए तैनात बल के शीर्ष अधिकारी घटनास्थल का कल दौरा करेंगे । सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। सीआरपीएफ ने भी राज्य में अपनी सभी चौकियों को आज के घातक हमले के बाद हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
हालात का जायजा लेने के लिए कल छत्तीसगढ़ जा रहे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने नयी दिल्ली में कहा कि ‘‘हमारी शीर्ष प्राथमिकता लापता प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और उनके बेटे का पता लगाने की है।’’ गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपहृत लोगों को बचाने के लिए चलाए जाने वाले खोजबीन अभियान में स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए अतिरिक्त बलों को छत्तीसगढ़ भेजा है ।

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