Black Hole: ब्लैक होल्स की टक्कर से ब्रह्मांड में लगा 'ट्रैफिक जाम', नई खोज तो वैज्ञानिकों को भी चौंका रही
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Black Hole: ब्लैक होल्स की टक्कर से ब्रह्मांड में लगा 'ट्रैफिक जाम', नई खोज तो वैज्ञानिकों को भी चौंका रही

Black Hole News: एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि बड़े ब्लैक होल्स की वजह से छोटे ब्लैक होल टकरा रहे हैं . इसके चलते अंतरिक्ष में 'ट्रैफिक जाम' जैसी स्थिति बन रही है. 

Black Hole: ब्लैक होल्स की टक्कर से ब्रह्मांड में लगा 'ट्रैफिक जाम', नई खोज तो वैज्ञानिकों को भी चौंका रही

Black Hole Collision: ब्लैक होल हमारे ब्रह्मांड की सबसे रहस्यमयी चीजों में से एक हैं. हर बड़ी गैलेक्सी के केंद्र में विशालकाय ब्लैक होल मौजूद हैं. वैज्ञानिकों ने एक नई स्टडी में दावा किया है कि इन ब्लैक होल्स की टक्कर से ब्रह्मांड में 'ट्रैफिक जाम' जैसी स्थिति बनती है. ब्लैक होल अपने आसपास मौजूद हर चीज को घसीट लेता है. आकाशगंगा में मौजूद हर चीज उसके चारों ओर घूमती है. यह घुमाव ही पदार्थ की डिस्क को प्रभावित करता है जिसे ब्लैक होल अपना आहार बनाते हैं. इसके अलावा तारों और दूसरे मगर छोटे ब्लैक होल्स पर भी इस घुमाव का असर होता है. नई स्टडी के मुताबिक, अतिविशाल ब्लैक होल के आसपास ऐसे घुमावदार व्यवहार की वजह से कॉस्मिक 'ट्रैफिक जाम' लग जाता है. यह जाम छोटे तारकीय ब्लैक होल की कक्षाओं को धीमा करता है. प्रभावित ब्लैक होल इधर-उधर भागते नहीं . उन्हें टकराने, विलीन होने और एक बड़े ब्लैक होल का निर्माण करने के लिए मजबूर किया जा सकता है. रिसर्च के नतीजे Royal Astronomical Society के मंथली नोटिस में छपे हैं.

बहुत बड़े ब्लैक होल के साये में टकराते हैं छोटे ब्लैक होल!

अंतरिक्ष में ऐसा 'ट्रैफिक जाम' लगाने वाले ब्लैक होल बहुत बड़े होते हैं. उनका द्रव्यमान हमारे सूर्य के मुकाबले कई करोड़ गुना (या अरबों गुना भी) ज्यादा होता है. यह प्रक्रिया बार-बार होती है जिसके चलते और ब्लैक होल टकराते हैं, समय के साथ बड़े-बड़े ब्लैक होल बनते हैं जिनका द्रव्यमान सूर्य से तीन सौ या कुछ सौ गुना ज्यादा होता है. यानी एक अति विशाल ब्लैक होल के आसपास का वातावरण अन्य ब्लैक होल को बड़ा करने में मददगार होता है.

कुछ अति विशाल ब्लैक होल्स के चारों तफ गैस और धूल की डिस्क होती है, जिसे एक्रेशन डिस्क कहते हैं. यही डिस्क ब्लैक होल को भोजन कराती है. अति विशाल ब्लैक होल्स की ग्रेविटी से इन एक्रेशन डिस्क्स में ताकतवर ज्वारीय लहरें उठती हैं जिनकी वजह से ये चमकती हैं और एक्टिव गैलेक्टिक न्यूक्लियस (AGN) नाम का क्षेत्र तैयार होता है.

'ट्रैफिक जाम' वाली यह खोज ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की है. उन्होंने एक्रेशन डिस्क और ब्लैक होल की डायनैमिक्स पर रिसर्च की. जब तारकीय द्रव्यमान वाले ब्लैक होल इन एक्रेशन डिस्क में बैठते हैं तो उनके आसपास की गैस के साथ इंटरएक्शन उन्हें डिस्क के जरिए पलायन करने के लिए प्रेरित कर सकता है. रिसर्च टीम के मुताबिक, इससे अति विशाल ब्लैक होल में 'माइग्रेशन ट्रैप' कहे जाने वाले इलाके बन जाते हैं. इससे दो तारकीय ब्लैक होल के आमने-सामने पड़ने, टकराने और मिल जाने की संभावना बनती है.

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