बीएचयू में प्रोफेसर होते आइंस्टीन, अगर वक्त पर होता ये काम
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बीएचयू में प्रोफेसर होते आइंस्टीन, अगर वक्त पर होता ये काम

बीएचयू में प्रोफेसर होते आइंस्टीन, अगर वक्त पर होता ये काम

दुनिया के सबसे महान वैज्ञानिकों में से एक अल्बर्ट आइंस्टीन बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में प्रोफेसर हो सकते थे। दरअसल बीएचयू से जुड़े कई रोचक किस्सों में से एक यह भी है कि अल्बर्ट आइंस्टीन ने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनने के लिए मदन मोहन मालवीय को चिट्ठी लिखी थी।

यह बात बीएचयू की वेबसाइट पर मौजूद मालवीय विजन दस्तावेज़ में किया गया है। सभी जानते हैं कि पंडित मदन मोहन मालवीय ने जीवन भर बीएचयू को सबसे अच्छा शिक्षा संस्थान बनाने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी कोशिश की कि दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ विद्वान बीएचयू में आकर पढ़ाएं। इन विद्वानों में अल्बर्ट आइंस्टीन का नाम भी शामिल था।

BHU की वेबसाइट पर मौजूद मालवीय विजन दस्तावेज़ में लिखा गया है :

'Sometime in 1940, Einstein probably wrote to Malaviya, expressing his desire to serve this great university. Unfortunately, both Malaviya and Radhakrishnan were away from town and his letter met with the usual bureaucratic procedure. By the time, Malaviya warmly invited him, Einstein was on his way to settling in America.'

'यह संभावना है कि सन् 1940 में किसी समय अल्बर्ट आइंस्टीन ने मालवीय जी को पत्र लिखकर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में पढ़ाने की इच्छा ज़ाहिर की थी। दुर्भाग्य से उस समय मालवीय और राधाकृष्णन, दोनों ही शहर से दूर थे और आइंस्टीन का पत्र सामान्य ब्यूरोक्रेटिक प्रक्रिया में दब गया। जब तक मालवीय ने उन्हें सम्मान सहित आमंत्रित किया, तब तक आइंस्टीन अमेरिका में बसने की तैयारी कर चुके थे।'

अगर इस बात में ज़रा भी सच्चाई है तो यह बीएचयू के लिए बहुत सुनहरा अवसर था। यह होता तो आइंस्टीन बीएचयू में पढ़ाते और बनारस के घाटों की सैर करते हुए देखने को मिलते।

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