ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे मैच की कप्तानी से स्टीव स्मिथ और उपकप्तानी से डेविड वार्नर को हटा दिया है.
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क्रिकेट की दुनिया में बॉल टैंपरिंग का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है. ताजा मामले में ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका टेस्ट मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी केमरन बेनक्राफ्ट को बॉल के साथ छेड़खानी करते देखा गया. इसके बाद कप्तान स्टीव स्मिथ और बेनक्राफ्ट ने इसके लिए अपनी गलती मान ली. नतीजतन ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे मैच की कप्तानी से स्टीव स्मिथ और उपकप्तानी से डेविड वार्नर को हटा दिया है. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब बॉल टैंपरिंग की वजह से क्रिकेट जगत में भूचाल आया है. इससे पहले भी कई बार यह मुद्दा उठ चुका है और कई दिग्गज प्लेयर्स पर आरोप लग चुके हैं.
फाफ डु प्लेसिस (2016)
नवंबर 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड टेस्ट में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी फाफ डु प्लेसिस को बॉल टैंपरिंग करते देखा गया. उनके मुंह के मिंट के उपयोग से बॉल की कंडीशन को चेंज करते देखे गया. उनको आईसीसी के सेक्शन 42(3) का दोषी पाया गया और दंडस्वरूप पूरे मैच की फीस काट ली गई.
शाहिद आफरीदी (2010)
पर्थ में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच वनडे मैच हो रहा था. उसमें पाकिस्तानी कप्तान शाहिद आफरीदी को बाल के एक तरफ के हिस्से को दांतों से चबाते हुए देखा गया. इसके बाद उनको दो मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया और बाद में उन्होंने माफी मांग ली. उन्होंने कहा, ''मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था. ये बस हो गया. मैं मैच जीतने के लिए अपने बॉलरों की मदद करना चाहता था. दुनिया में कोई ऐसी टीम नहीं है जो बॉल टैंपरिंग नहीं करती हो. मेरे तरीके गलत थे. मैं शर्मिंदा हूं. मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था. मैं बस गेम जीतना चाहता था लेकिन ऐसा करना वास्तव में गलत था.'' ऑस्ट्रेलिया उस मैच में दो विकेट से विजयी रहा था.
VIDEO : ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने मैदान पर की सरेआम बेईमानी, गेंद से की छेड़खानी
सचिन तेंदुलकर (2001)
नवंबर, 2001 में पोर्ट एलिजाबेथ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर के खिलाफ बॉल टैंपरिंग का आरोप लगा. मैच रेफरी माइक डेनिस ने उन पर एक मैच का बैन लगा दिया. सचिन ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने बॉल की सीम को प्रभावित करने की कोशिश नहीं की, वह तो केवल बॉल पर लगी घास को हटा रहे थे. खेल प्रशंसकों ने डेनिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. आईसीसी ने तेंदुलकर को आरोपों से मुक्त कर दिया.
वकार युनूस (2000)
पाकिस्तानी प्लेयर वकार युनूस बॉल टैंपरिंग की वजह से सस्पेंड होने वाले पहले खिलाड़ी हैं. 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में उनको बॉल की सीम के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया गया. उसके बाद मैच रेफरी जॉन रीड ने उनको श्रीलंका के खिलाफ अगले मैच के लिए सस्पेंड कर दिया. वह त्रिकोणीय सीरीज थी.
माइकल अथर्टन(1994)
इंग्लैंड के इस प्लेयर पर 1994 में आरोप लगा कि उन्होंने अपनी पॉकेट में से कोई चीज निकालकर बॉल पर रगड़ी. अथर्टन ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वह अपने पॉकेट में जमा मिट्टी से अपने हाथ सुखाने का का प्रयास कर रहे थे. उन पर बॉल टैंपरिंग का चार्ज नहीं लगाया गया और दो हजार पौंड जुर्माने के साथ छोड़ दिया गया.