क्रिकेट इतिहास में ऐसे अनेक मौके आए जब उम्रदराज खिलाड़ियों की टीम में वापसी हुई. बल्कि कई बार ऐसा भी हुआ कि क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को वापस बुलाया गया.
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नई दिल्ली : 38 साल के आशीष नेहरा का टी-20 में चुना जाना बहुतों के लिए आश्चर्य की बात हो सकती है, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है. आशीष ने इस साल के शुरू में इंग्लैंड के खिलाफ पूरी टी-20 सीरीज खेली थी. इस बात की भी संभावना थी कि उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चुना जायेगा लेकिन आईपीएल में लगी चोट के कारण वह नहीं चुने गये. लेकिन आस्ट्रेलिया के खिलाफी 3मैचों की टी20सीरीज के लिए एक बार फिर नेहरा टीम इंडिया में शामिल हैं. क्रिकेट इतिहास में ऐसे अनेक मौके आए जब उम्रदराज खिलाड़ियों की टीम में वापसी हुई. बल्कि कई बार ऐसा भी हुआ कि क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को वापस बुलाया गया.
INDvsAUS : 'आशीष नेहरा को वापस बुला लिया, अजित आगरकर भी वापस आ रहे हैं!'
आइए ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं जिन्होंने उम्र को दरकिनार कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की :
क्रिस गेल
दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल का जन्म 21 सिंतबर 1979 को हुआ था. यानी वह 38 साल के हो चुके हैं. इंग्लैंड दौरे से पहले वह टीम से बाहर चल रहे थे. 1999 में गेल ने वन डे डेब्यू किया और 2000 में टेस्ट डेब्यू. इतने लंबे क्रिकेट करियर में वह लगातार अपनी बल्लेबाजी से दर्शकों को दिल जीतते रहे. लेकिन पिछले काफी समय से वह टीम से बाहर चल रहे थे. और ऐसा लग रहा था कि उनका क्रिकेट करियर खत्म हो चला है, लेकिन हाल ही में संपन्न हुए इंग्लैंड दौरे पर गेल ने टीम में वापसी की. पांच वन डे की सीरीज में गेल का प्रदर्शन ठीक ठाक रहा है. वह कहते हैं, मैं 2019 का वर्ल्ड कप खेलना चाहता हूं.
इमरान खान
अपनी शानदार पर्सेनेलिटी और स्टायल के लिए जाने जाने वाले इमरान खान पाकिस्तान क्रिकेट टीम के महानतम कप्तानों में रहे हैं. 1971 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला कदम रखा था. और 1987 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. इस समय इमरान खान की उम्र 35 साल थी, लेकिन पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया उल हक के अनुरोध पर इमरान टीम में वापस आ गए. 1992 में इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तान ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता. उस समय इमरान खान की उम्र 40 साल थी.
ग्रांट फ्लॉवर
जिंबाब्वे क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ी रहे हैं ग्रांट फ्लॉवर. टेस्ट और वन डे दोनों ही फोरमेट में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया. वन डे टीम के वह कप्तान भी रहे. ग्रांट फ्लॉवर ने 2004 में कुछ अन्य क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ संन्यास ले लिया था. यह वह समय था जब हीथ स्ट्रीक को कप्तान के पद से बर्खास्त कर दिया गया था. ग्रांट फ्लॉवर ने 13 अन्य खिलाड़ियों के साथ संन्यास की घोषणा कर दी थी, लेकिन इसके 6 साल बाद यानी 2010 में ग्रांट फ्लॉवर की टीम वापसी हुई. उस समय ग्रांट फ्लोवर की उम्र 40 साल थी. उस समय टीम के कप्तान एलिएस्ट कैंपबेल चाहते थे कि ग्रांट 2011 के विश्व कप तक खेलें, लेकिन खराब फोर्म की वजह से ग्रांट को 2010 में ही रिटायर होना पड़ा.
स्टीव टिकोलो
केन्या के इस लीजेंडरी ऑल राउंडर स्टीव टिकोलो ने 2011 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उस समय टिकोलो की उम्र 40 साल थी, लेकिन 2013 में बोर्ड ने 42 साल की उम्र में टिकोलो का चयन कर लिया. वह वन डे और टी-20 के लिए टीम में चुने गए थे. उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 23 जनवरी 2014 को नीदरलैंड के खिलाफ खेला.
शाहिद अफरीदी
पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी मैदान में अपने छक्कों के लिए ही नहीं जाने जाते बल्कि संन्यास के बाद कमबैक के लिए भी जाने जाते हैं. अफरीदी को 21वीं सदी का बेस्ट ऑल राउंडर भी कहा जाता है. 2006 में शाहिद ने टेस्ट मैचों से अस्थायी रिटायरमेंट की घोषणा की, लेकिन 2010 में वह दोबारा टीम में वापस आ गए, वह भी कप्तान के रूप में. शाहिद ने केवल एक टेस्ट मैच खेला और फिर रिटायरमेंट ले लिया. अफरीदी ने वनडे में भी यही किया. उन्होंने 2011 में कोच वकार युनूस से मतभेदों के चलते रिटायरमेंट ले लिया, लेकिन इसी साल के अंत में वह दोबारा टीम में वापस आ गए और 2015 तक मिस्बाह उल हक की कप्तानी में खेले.
'आलोचकों से कोई फर्क नहीं पड़ता'
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 अक्टूबर से शुरू होने वाली टी-20 सीरीज के लिए टीम इंडिया का चयन हो चुका है. इस टीम में सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों को जगह नहीं मिल पाई है. टीम इंडिया के दोनों स्टार स्पिनर्स रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा भी टीम से बाहर हैं. इस टीम में जगह बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में एक ऐसे खिलाड़ी का नाम शामिल हुआ, जिसकी उम्र 38 साल हैं. 38 साल के आशीष नेहरा के टीम में शामिल होने के साथ ही सोशल मीडिया पर वह ट्रेंड करने लगे. उनके सलेक्शन पर यूजर्स तरह-तरह के कमेंट भी कर रहे हैं, लेकिन आशीष को इनसे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
इस उम्र में अब भी तेज गेंदबाज हूं: आशीष नेहरा
अंतरराष्ट्रीय वापसी करने को तैयार अनुभवी आशीष नेहरा उनकी काबिलियत पर संदेह और उनकी आलोचना करने वालों से तनिक भी परेशान नहीं हैं. वह देश के लिए अंतिम बार साल के शुरू में इंग्लैंड के खिलाफ खेले थे. इंग्लैंड के खिलाफ खेलने के बाद आईपीएल के दौरान उन्हें चोट लग गई . नेहरा ने एक इंटरव्यू में कहा, भारत के लिए खेलकर कौन खुश नहीं होगा? मुझे आलोचनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता. भारतीय ड्रेसिंग रूम को पता है कि मेरी क्या अहमियत है. कप्तान जानता है, चयनकर्ता जानते हैं. अगर मैं टीम में हूं तो निश्चित रूप से मैं कुछ योगदान दूंगा ही.
एक ऐसा खिलाड़ी जो अजहर से लेकर कोहली की कप्तानी में भी खेल रहा है
बता दें कि आशीष नेहरा इस समय टीम में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. अपने लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में वह सात खिलाड़ियों की कप्तानी में खेल चुके हैं. एक सीरीज में तो वह इंजमाम उल हक की कप्तानी में भी खेल चुके हैं. आशीष नेहरा मोहम्मद अजहरुद्दीन से लेकर टीम इंडिया के वर्तमान कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में खेल चुके हैं. इनके अलावा नेहरा ने धोनी, द्रविड़, गंभीर, गांगुली और सहवाग की कप्तानी में भी टीम इंडिया की ओर से खेल चुके हैं.
VIDEO : डांस के 'सनी देओल' हैं आशीष नेहरा
1999 में अपना अंतरराष्ट्रीय करिअर शुरू करने वाले आशीष नेहरा ने अपना पहला ही मैच मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में खेला. नेहरा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 17 टेस्ट मैचों में 44 विकेट लिए. 120 वनडे मैचों में 157 विकेट लिए. उन्होंने 26 टी-20 मैचों में 34 विकेट अपने नाम किए हैं.