घरेलू क्रिकेट से खिलाड़ियों को मानसिक तौर पर मजबूत होने का मिलता है मौका: स्टीव वॉ
Advertisement

घरेलू क्रिकेट से खिलाड़ियों को मानसिक तौर पर मजबूत होने का मिलता है मौका: स्टीव वॉ

घरेलू क्रिकेट में भीड़ नहीं होती, आपको कोई देख नहीं रहा होता, वहां टीवी नहीं होती, लेकिन आपके ऊपर फिर भी अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होता है.

(फाइल फोटो)

मेलबर्न:  ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ का मानना है, कि घरेलू क्रिकेट बड़े खिलाड़ियों के लिए अपने आप को मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए सही माहौल मुहैया कराता है. वॉ का कहना हैं कि देश के बड़े खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट खेलने से दूर रहना उनकी समझ में नहीं आता. वॉ ने कहा कि वह अपने करियर में अपने आप को परखने के लिए हमेशा क्लब क्रिकेट खेलने के लिए तैयार रहते थे. बॉल टेम्परिंग विवाद के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) द्वारा गठित की गई समिति ने सुधार के लिए जो संस्कृति समीक्षा रिपोर्ट बनाई है, उनमें शामिल 42 सिफारिशों में से एक सिफारिश यह भी है कि शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों को ग्रेड लेवल क्रिकेट में वापस लौटना चाहिए. वॉ ने भी इसी बात पर जोर दिया है. 

  1. स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी रहे है
  2. टेस्ट और वन  डे दोनों के सफल कप्तान भी रहे है
  3. टेस्ट में 10 हजार रन बनाने वाले 12 खिलाड़ियों में हैें शुमार
  4.  

क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने वॉ के हवाले से लिखा है, "कई मायनों में मैंने अपने आप को ग्रेड क्रिकेट खेल कर मानसिक तौर पर मजबूत किया था. आपसे उम्मीद की जाती है कि जब आप ग्रेड क्रिकेट खेलेंगे तब आप शतक बनाएंगे. आपसे उम्मीद की जाती है कि वहां आप सफल रहेंगे. वहां भीड़ नहीं होती, आपको कोई देख नहीं रहा होता, वहां टीवी नहीं होती, लेकिन आपके ऊपर फिर भी अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होता है."

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को 1999 ने विश्व कप दिलाने वाले कप्तान ने कहा, "मेरे लिए यह अपने आप को मानसिक तौर पर मजबूत करने का अभ्यास रहा क्योंकि मुझे लगता था कि अगर मैं वहां कर सकता हूं तो मेरे लिए दबाव में अच्छा प्रदर्शन करना आसान होगा."

fallback

 

वॉ ने हालांकि इस बात को माना कि मौजूदा समय में ग्रेड क्रिकेट के लिए समय निकालना मुद्दा हो सकता है लेकिन उन्होंने कहा, "इसके लिए कार्यक्रम तय करना आसान है. जब मैं खेल रहा था, मैं भी उतने दिन बाहर रहता था जितने दिन आज के शीर्ष स्तर के खिलाड़ी रहते हैं."

Trending news