गावस्कर ने धोनी का साथ देते हुए कहा कि, 'जब कोई इंसान 30 की उम्र पार कर लेता है तो सब लोग उसमें कमियां निकालने लगते हैं.'
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नई दिल्ली : भारत को राजकोट में खेले गए सीरीज के दूसरे टी-20 मैच में न्यूजीलैंड ने 40 रनों से मात दी. इस मैच में पहले भारतीय टीम के गेंदबाज फ्लॉप हुए और इसके बाद बल्लेबाज भी कोई खासा कमाल नहीं दिखा पाए. मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने भी टीम के बल्लेबाजों को जमकर फटकार लगाई. हालांकि, विराट कोहली ने मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की थी, लेकिन फिर भी इस मैच में धीमा खेलने वाले धोनी खुद को आलोचनाओं से बचा नहीं पाए. क्रिकेट के कई दिग्गजों का कहना है कि धोनी को अब टी-20 क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए. इस तरह के बयान के बाद कई लोग धोनी के समर्थन में आ गए हैं. वीवीएस लक्ष्मण और अजित अगरकर के धोनी को टी-20 से संन्यास की सलाह के बाद पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है.
राजकोट में धोनी ने धीमी शुरुआत के बाद 37 गेंद में 49 रन बनाए और आखिरी ओवर में ट्रैंट बोल्ट का शिकार बने. हालांकि, धोनी ने अपनी इस पारी में 2 चौके और 3 छक्के भी जड़े, लेकिन फिर भी उनका खेल काफी धीमा रहा. इस मैच में धोनी की आलोचना इस बात को लेकर भी हुई कि उन्होंने ना तो खुद ही शॉट खेले और ना ही 160 के स्ट्राइक रेट पर खेल रहे कोहली को खेलने का मौका दिया.
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मैच के बाद सोशल मीडिया पर धोनी को लेकर जमकर प्रतिक्रियाएं सामने आई. लोगों का कहना था कि धोनी अब जबरदस्ती अपने करियर को स्ट्रेच कर रहे हैं. वीवीएस लक्ष्मण और अजित अगरकर ने तो यहां तक कह डाला कि धोनी को अब टी-20 क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए और युवाओं को मौका देना चाहिए. उन्होंने बीसीसीआई सलेक्टर्स को भी इशारा किया कि अब उन्हें भी टी-20 क्रिकेच में धोनी का विकल्प तलाश लेना चाहिए.
'भारत को टी-20 क्रिकेट में अब धोनी का विकल्प तलाश लेना चाहिए'
इस तरह की आलोचनाओं के बाद अब लीजेंडरी क्रिकेटर सुनील गावस्कर विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के समर्थन में उतर आए हैं. गावस्कर ने धोनी का बचाव करते हुए कहा है कि, 'आप एक शख्स की उम्र को लेकर उसे कोस रहे हैं जबकि मैच की हार के लिए अकेला वही शख्स जिम्मेदार नहीं था. मैच का हार में दूसरे खिलाड़ी भी शामिल थे.'
गावस्कर ने धोनी का साथ देते हुए कहा कि, 'जब कोई इंसान 30 की उम्र पार कर लेता है तो सब लोग उसमें कमियां निकालने लगते हैं. हम उस शख्स से बहुत कुछ करने की उम्मीद रखने के साथ-साथ उसके संन्यास तक की बातें करने लग जाते हैं. हम उस 30 की उम्र पार कर चुके व्यक्ति की छोटी से छोटी गलती या गलती ना भी हो, उन सबको नजरअंदाज करते हैं और प्वाइंट आउट करना शुरू कर देते हैं. लेकिन इसके साथ ही हम दूसरे लोगों की नाकामाबी को देखना भूल जाते हैं या जानबूझकर देखना नहीं चाहते हैं.'
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धोनी का बचाव करने के साथ-साथ सुनील गावस्कर ने हार्दिक पांड्या पर भी अपना निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, 'हार्दिक पांड्या गुगली को समझ नहीं पाए और एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए. यह किसी को नहीं दिखा, हम यह भी नहीं देखेंगे और न ही देखना चाहते हैं कि ओपनर बल्लेबाजों ने कोई रन नहीं बनाए और जल्दी-जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने धोनी की आलोचना करने वालों को फटकार लगाते हुए कहा कि, 'सभी चीजें नहीं देखकर हम सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी पर उंगली उठाएंगे जो दुर्भाग्यपूर्ण है और भारत में ऐसा होता है.'
उन्होंने आगे कहा कि, 'एक क्रिकेटर के लिए खेलते रहना जरुरी होता है और इससे उन्हें लय में बने रहने में मदद मिलती है.' बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज यानि 7 नवंबर को तीसरा और निर्णायक टी-20 मैच त्रिवेंद्रम में खेला जाना है. दोनों ही टीमों के लिए यह मैच 'करो या मरो' वाली स्थिति में है. जो भी टीम आज का मैच जीतती है, वह सीरीज अपने नाम कर लेगी.
गौरतलब है कि इससे पहले भारत तीन मैचों की वनडे सीरीज को न्यूजीलैंड से 2-1 से जीत चुका है.