CWG 2018 : भारत पर बरसा 'सोना', मैरी कॉम के बाद गौरव और संजीव ने दिलाए गोल्ड
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CWG 2018 : भारत पर बरसा 'सोना', मैरी कॉम के बाद गौरव और संजीव ने दिलाए गोल्ड

मुक्केबाजी में 5 बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम ने एक और बड़ी कामयाबी अपने नाम कर ली है.

CWG 2018 : भारत पर बरसा 'सोना', मैरी कॉम के बाद गौरव और संजीव ने दिलाए गोल्ड

गोल्ड कोस्ट (आस्ट्रेलिया) : ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ गेम्स के 10वें दिन भारत को एक के बाद एक तीन गोल्ड मेडल मिले. पहले बॉक्सिंग में मैरी कॉम ने देश को गोल्ड मेडल दिलाया. गोल्ड जीतने वाली वह पहली महिला बॉक्सर हैं. उसके बाद शूटर संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल 3 इवेंट में सोना जीता. बॉक्सर गौरव सोलंकी ने 52 किलो ग्राम वर्ग में देश के लिए तीसरा गोल्ड जीत लिया.

  1. मैरी कॉम ने 45-48 किलोग्राम भारवर्ग की स्पर्धा का गोल्ड जीता
  2. इंग्लैंड की क्रिस्टिना ओ हारा को 5-0 से मात देकर जीता गोल्ड
  3. पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में मैरी कॉम ने जीता गोल्ड

कॉमनवेल्थ खेलों में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मैरी कॉम ने शनिवार को गेम्स के 10वें दिन महिला मुक्केबाजी की 45-48 किलोग्राम भारवर्ग के स्पर्धा का स्वर्ण अपने नाम कर लिया है. इस दिग्गज मुक्केबाज ने फाइनल में इंग्लैंड की क्रिस्टिना ओ हारा को 5-0 से मात देकर पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में पदक हासिल किया. मैरी कॉम ने पहले राउंड में सब्र दिखाया और मौकों का इंतजार किया. उन्हें मौके भी मिले जिसे उन्होंन अपने पंचों से बखूबी भुनाया. मैरी कॉम अपने बाएं जैब का अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं. मैरीकॉम धीरे-धीरे आक्रामक हो रही थीं.

दूसरे राउंड में मैरी कॉम ने अपना अंदाज जारी रखा. वहीं क्रिस्टिना कोशिश तो कर रहीं थी, लेकिन उनके पंच चूक रहे थे. वहीं मैरी कॉम मुकबला आगे बढ़ने के साथ और आक्रामक हो गईं और अब जैब के साथ अपने लेफ्ट हुक का भी अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं. अब वह अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल करते हुए क्रिस्टिना पर दबाव बनाए हुए थीं.

तीसरे और अंतिम राउंड में क्रिस्टिना भी आक्रामक हो गई थीं और पांच बार की विश्व चैम्पियन को अच्छी टक्कर दे रही थीं, लेकिन मैरी कॉम ने अपना डिफेंस भी मजबूत रखते हुए जीत हासिल की.

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इससे पहले मैरी कॉम ने महिला मुक्केबाजी की 45-48 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई थी. मैरी कॉम ने बुधवार को सेमीफाइनल में श्रीलंका की अनुशा दिलरुक्सी को 5-0 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई थी. ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम पहले कभी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक नहीं जीत पाई हैं.  मैरीकॉम ने अपने से कमजोर विपक्षी पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा और एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल की.

गोल्ड जीतने वाली पहली महिला बॉक्सर
मैरी कॉम 35 इस समय 35 वर्ष की हैं. ओलंपिक में वह कांस्य पदक जीत चुकी हैं. उनके तीन बच्चे हैं. 5 बार वह विश्व चैंपियन रह चुकी हैं. उन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजा जा चुका है. पांच महीने पहले एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली मेरीकोम ने जनवरी में इंडिया ओपन जीता था. उन्होंने बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में भी रजत पदक जीता था.

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