अमेरिका ने उत्तर कोरिया से कहा- पूरी सुरक्षा की गारंटी देंगे, लेकिन ये है शर्त
Advertisement
trendingNow1408696

अमेरिका ने उत्तर कोरिया से कहा- पूरी सुरक्षा की गारंटी देंगे, लेकिन ये है शर्त

सेंटोसा द्वीप के कैपेला होटल में ट्रंप और किम की शिखर वार्ता की पूर्व संध्या पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि 12 जून(मंगलवार) को किम के साथ होने वाली ‘‘ बहुत दिलचस्प मुलाकात’’ से ‘‘अच्छे’’ नतीजों पर पहुंचा जा सकता है. 

विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका के पिछले प्रशासनों को उत्तर कोरिया ने छला है.(फाइल फोटो)

सिंगापुर: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग- उन के बीच 12 जून(मंगलवार) को होने वाली ऐतिहासिक शिखर वार्ता से पहले अमेरिका ने 11 जून(सोमवार) को उत्तर कोरिया को पेशकश की कि यदि वह ‘पूर्ण, सत्यापित और अपरिवर्तनीय परमाणु निरस्त्रीकरण’ को स्वीकार करता है तो अमेरिका उसे ‘‘विशिष्ट’’ सुरक्षा गारंटी देगा. सेंटोसा द्वीप के कैपेला होटल में ट्रंप और किम की शिखर वार्ता की पूर्व संध्या पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि कल किम के साथ होने वाली ‘‘ बहुत दिलचस्प मुलाकात’’ से ‘‘अच्छे’’ नतीजों पर पहुंचा जा सकता है.

विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि तैयारियों को लेकर बातचीत बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है 
बाद में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि तैयारियों को लेकर बातचीत बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और उन्हें अमेरिका के अनुमान से भी अधिक ‘‘तार्किक निष्कर्ष’’ पर पहुंचने की उम्मीद है. पोम्पियो ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में बताया , ‘‘उत्तर कोरिया का पूर्ण, सत्यापित और अपरिवर्तनीय परमाणु निरस्त्रीकरण ही इस शिखर वार्ता का एकमात्र नतीजा है जो अमेरिका को स्वीकार्य होगा.’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उत्तर कोरिया को ‘‘विशिष्ट’’ सुरक्षा गारंटियों की पेशकश करने के लिए तैयार है जो ‘‘मौलिक तौर पर पहले से भिन्न होंगे.’’ 

राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि किम के पास अभूतपूर्व मौका है 
पोम्पियो ने कहा, ‘‘हम ऐसे कदम उठाएंगे जिससे उन्हें यह इत्मीनान हो सके कि परमाणु निरस्त्रीकरण कुछ ऐसा नहीं है जिससे उन्हें कोई नुकसान हुआ है.’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण का लक्ष्य हासिल होने तक उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगे रहेंगे. पोम्पियो ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि किम के पास अभूतपूर्व मौका है कि वह हमारे रिश्तों की दिशा बदल दें और अपने देश में शांति एवं समृद्धि कायम करें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे दोनों नेताओं के आमने- सामने बैठने का तथ्य इस बात का संकेत है कि कुछ हासिल करने की अपार संभावनाएं हैं जिससे हमारे लोगों और समूची दुनिया को बहुत लाभ होंगे.’’ 

विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका के पिछले प्रशासनों को उत्तर कोरिया ने छला है, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने परमाणु अप्रसार विशेषज्ञों और जनसंहार के हथियारों के विशेषज्ञों को जमीनी स्तर पर भेजा ताकि निरस्त्रीकरण की प्योंगयांग की इच्छा का पता लगाया जा सके. पोम्पियो ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप किम से मुलाकात के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडीनो ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप किम से आमने- सामने बैठकर मुलाकात करना चाहते हैं. दोनों पक्षों के राजनयिक अपने मतभेदों को कम करने के लिए बंद कमरों में बातचीत कर रहे हैं.

इनपुट भाषा से भी 

 

Trending news