समारोह में जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पहुंचे तो नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे मुलाकात की.
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इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने शनिवार को में पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. इस्लामाबाद स्थित राष्ट्रपति भवन में सुबह साढ़े 9 बजे शुरू हुए शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने उन्हें शपथ ग्रहण करवाई. शपथ ग्रहण समारोह में क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू, वसीम अकरम, एक्टर जावेद शेख, पंजाब के नामित गवर्नर चौधरी सरवर, पंजाब एसेंबली के स्पीकर परवेज इलाही, रमीज राजा और पीटीआई नेताओं के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे. वहीं, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जुबैर महमूद हयात और चीफ ऑफ एयर स्टाफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान भी प्रेसिडेंट हाउस में मौजूद रहे.
इससे पहले समारोह में जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पहुंचे तो नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे मुलाकात की.
Navjot Singh Sidhu and Pakistan Army Chief General Qamar Javed Bajwa at #ImranKhan's oath-taking ceremony in Islamabad pic.twitter.com/IPCtwCJb1l
— ANI (@ANI) August 18, 2018
नवजोत सिंह सिद्धू हुए शपथ ग्रहण में शामिल
वहीं, क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू, प्रधानमंत्री के रूप में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने शुक्रवार को पाकिस्तान पहुंचे थे. सिद्धू कल वाघा सीमा के जरिए लाहौर पहुंचे. लाहौर में संवाददाताओं से बातचीत में सिद्धू ने कहा, "मैं अपने मित्र (इमरान) के आमंत्रण पर पाकिस्तान आया हूं. यह बहुत खास क्षण है." उन्होंने कहा, "खिलाड़ी और कलाकार दूरियां (देशों के बीच) मिटा देते हैं. यहां पाकिस्तानी लोगों के लिए प्यार का संदेश लेकर आया हूं." सिद्धू ने 'हिंदुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे!' का नारा लगाया. उन्होंने इमरान खान की अगुवाई में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार द्वारा देश में आने वाले बदलाव का स्वागत किया.
नेशनल असेंबली में इमरान खान को देश का नया प्रधानमंत्री चुना गया
बता दें कि शुक्रवार को ही पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में हुए एकतरफा चुनाव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को देश का नया प्रधानमंत्री चुना गया था. इमरान ने इस मुकाबले में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शाहबाज शरीफ को मात दी थी. बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जिसके पास 54 सीटें हैं, के मतदान में हिस्सा नहीं लेने के फैसले के बाद 15वीं नेशनल असेंबली में चुनाव महज एक औपचारिकता रह गई थी. शरीफ की उम्मीदवारी को लेकर पीपीपी और पीएमएल-एन के बीच मतभेद उभर आए थे.
इमरान को 176 वोट मिले
नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने ऐलान किया था कि क्रिकेटर से नेता बने 65 वर्षीय इमरान को 176 वोट मिले, जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी और पीएमएल-एन के प्रमुख शाहबाज शरीफ को 96 वोट मिले. नतीजों की घोषणा के बाद पीएमएल-एन के सांसदों ने इमरान के खिलाफ नारे लगाए और सदन में विरोध प्रदर्शन किया था. जेल में बंद पूर्व प्रधनमंत्री नवाज शरीफ की तस्वीरें हाथ में लिए प्रदर्शन कर रहे पीएमएल-एन के समर्थकों ने ‘‘वोट को इज्जत दो’’ के नारे लगाए. स्पीकर कैसर जब सदन को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश कर रहे थे, तब भी पीएमएल-एन के सांसद नारेबाजी कर रहे थे. इसके बाद स्पीकर ने 15 मिनट के लिए कार्यवाही निलंबित कर दी.
पाकिस्तान को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा- इमरान
जब कार्यवाही बहाल हुई तो स्पीकर ने भावी प्रधानमंत्री इमरान से सदन को संबोधित करने के लिए कहा. संसद में अपने पहले संबोधन में इमरान ने ‘‘पाकिस्तान को लूटने वालों’’ के खिलाफ कार्रवाई का इरादा जाहिर किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज अपने वतन से वादा करता हूं कि हम वह तब्दीली लाएंगे, जिसके लिए यह मुल्क लंबे समय से कोशिश करता रहा है.’’ इमरान ने कहा, ‘‘हमें इस देश में सख्त जवाबदेही कायम करनी है. मैं वादा करता हूं कि मैं पाकिस्तान को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा. जिस काले धन को सफेद किया गया, मैं उसे वापस लाऊंगा. जो पैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी पर खर्च होने चाहिए थे, वे लोगों की जेब में चले गए.’’ उन्होंने कहा कि वह ऐसी चुनाव प्रणाली बनाएंगे, जिससे कोई भी व्यक्ति भविष्य में चुनावों में खामियां नहीं तलाश पाएगा. इमरान ने कहा, ‘‘लेकिन कोई मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं करे.’’
मोहम्मद अली जिन्ना मेरे हीरो- इमरान खान
साल 1996 में पीटीआई की स्थापना करने वाले पश्तून ने कहा कि वह 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचे हैं. इमरान ने कहा, ‘‘मैं किसी तानाशाह के कंधों पर चढ़कर नहीं आया. मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचा हूं. सिर्फ एक नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया और वह मेरे हीरो (पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली) जिन्ना थे.’’ भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार दिए गए नवाज शरीफ की तरफ परोक्ष इशारा करते हुए इमरान ने कहा कि वह किसी ‘‘डकैत’’ के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेंगे.