इमरान खान और नवजोत सिंह सिद्धू की 'दोस्ती' के बीच 'दीवार' बनी दिखी पाक आर्मी! पर्दे के पीछे की कहानी कह रही यह तस्वीर
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इमरान खान और नवजोत सिंह सिद्धू की 'दोस्ती' के बीच 'दीवार' बनी दिखी पाक आर्मी! पर्दे के पीछे की कहानी कह रही यह तस्वीर

इस तस्वीर के मायने निकाले जाएं तो कहा जा सकता है कि यह भारत-पाकिस्तान की दोस्ती के सारे किस्से बयां कर रही है. जानकारों की माने तो भारत और पाकिस्तान के राजनेता और आम जनता चाहती है कि दोनों देशों के रिश्ते सुधरें. दोनों एक दूसरे के करीब आएं, लेकिन पाकिस्तान की सेना ऐसा कदापि नहीं चाहती है.

तस्वीर में साफ तौर से दिख रहा है कि इमरान खान और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच में पाकिस्तान आर्मी का ऑफिसर बैठा है. तस्वीर साभार: dawn

इस्लामाबाद: पूर्व क्रिकेटर इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए हैं. व्यक्तिगत रिश्ते में दिए गए न्यौते पर भारतीय क्रिकेटर और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंद सिद्धू भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान पहुंचे. शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सिद्धू की सीट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति के बगल में लगाई गई थी. इसको लेकर भारत में आपत्ति जताई जा रही है. दरअसल, भारत लगातार कहता रहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा है. हालांकि शपथ ग्रहण समारोह के बाद पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ खास लोगों के साथ बैठक की, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू को बुलाया गया था. इस बैठक में इमरान खान के बगल में सिद्धू की कुर्सी लगाई गई थी. हालांकि दोनों के बीच में पाकिस्तानी सेना के कोई बड़े ऑफिसर बैठे दिख रहे हैं.

इस तस्वीर के मायने निकाले जाएं तो कहा जा सकता है कि यह भारत-पाकिस्तान की दोस्ती के सारे किस्से बयां कर रही है. जानकारों की माने तो भारत और पाकिस्तान के राजनेता और आम जनता चाहती है कि दोनों देशों के रिश्ते सुधरें. दोनों एक दूसरे के करीब आएं, लेकिन पाकिस्तान की सेना ऐसा कदापि नहीं चाहती है. यूं कहें कि भारत और पाकिस्तान की दोस्ती के बीच में पाकिस्तानी सेना दरार पैदा करती हैं. माना जाता है कि पाकिस्तान में जब भी कोई राजनेता भारत से रिश्ते सुधारने की कोशिश करता है तो वहां सेना उसे पद से हटा देती है. यह तस्वीर भी कुछ यही बयां कर रही है. तस्वीर के मायने निकाले जाएं तो कहा सकता है कि इमरान खान चाहते हैं कि वे सिद्धू को अपने करीब बिठाएं लेकिन बीच में वहां का आर्मी ऑफिसर दीवार का काम कर रहे हैं. 

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भारत चलेगा एक कदम तो इमरान चलेंगे दो कदम: सिद्धू
इससे पहले भारत के पूर्व क्रिकेटर एवं पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने उम्मीद जतायी कि उनके मित्र इमरान खान का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर होगा. गहरे नीले रंग का सूट और एक गुलाबी पगड़ी पहने सिद्धू खान के शपथ ग्रहण समारोह में अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ मौजूद थे. खान ने इस्लामाबाद स्थित ऐवान-ए-सद्र (पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन) में पद और गोपनीयता की शपथ ली. सिद्धू ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते सुधारने के लिए अगर भारत एक कदम चलता है तो इमरान खान दो कदम बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधार टेबल पर होना चाहिए.

कमर बाजवा से गले मिलकर विवादों में फंसे सिद्धू
खान 1992 के विश्व कप में पाक क्रिकेट टीम के कप्तान थे जब पाकिस्तान ने विश्व कप जीता था. खान ने अपनी टीम के कुछ पूर्व सहयोगियों और मित्रों को अपने शपथग्रहण में आमंत्रित किया था. वसीम अकरम और 1992 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम के अन्य सदस्य भी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यक्रम में उपस्थित थे.

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पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा समारोह में पहुंचने के साथ ही पहली पंक्ति में गये जहां सिद्धू अन्य अतिथियों के साथ बैठे थे. सिद्धू उस पंक्ति में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके)के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में बैठे थे. जनरल बाजवा सिद्धू से गले मिले और दोनों ने संक्षिप्त बातचीत की. दोनों मुस्कुरा रहे थे. बातचीत के दौरान दोनों ने फिर से एक-दूसरे को गले लगाया.

'पाकिस्तान में नया सवेरा लाएगी नई सरकार'
सरकारी ‘पीटीवी’ के साथ बातचीत में सिद्धू ने अपने चिर-परिचित शायराना अंदाज में खान की तारीफ की. पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री, सिद्धू ने कहा, ‘‘नयी सरकार के साथ पाकिस्तान में नया सबेरा है जो देश की तकदीर बदल सकता है.’’ उन्होंने उम्मीद जतायी कि खान की जीत पाकिस्तान-भारत शांति प्रक्रिया के लिए बेहतर साबित होगी.

पाकिस्तान आधारित समूहों के 2016 में किये गये हमलों और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के कारण दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया था. भारत के कथित जासूस कुलभूषण जाधव को पिछले साल अप्रैल में सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाये जाने के बाद संबंध और खराब हो गए. 

सिद्धू वाघा सीमा के रास्ते लाहौर होते हुए इस्लामाबाद पहुंचे. सिद्धू ने पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आये ‘‘बदलाव’’ का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच शांति की पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिये.

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पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मलते नवजोत सिंह सिद्धू.

'मैं मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आया हूं'
उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में ‘‘मोहब्बत का पैगाम’’ लेकर पाकिस्तान आये हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं. मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं.’’ उन्होंने कहा ,‘‘हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे.’’ 

उन्होंने खान के गुणों के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘मैंने खान को अपनी कमजोरियों को ताकत में बदलते देखा है. मैं उम्मीद करता हूं कि इमरान (अपने देश के लिए) समृद्धि के प्रतीक बनें.’’ यह पूछने पर कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान के लिये वह क्या उपहार लाये हैं, सिद्धू ने कहा,‘‘ मैं खान साहब के लिये कश्मीरी शाल लाया हूं.’’ इमरान ने पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और कपिल देव को भी अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों से इनकार कर दिया.

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