पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री आवास में ‘‘भोजन संबंधी जरूरतों’’ के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा रखी गईं आठ भैंसों की नीलामी करने की योजना बनाई है.
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री आवास में ‘‘भोजन संबंधी जरूरतों’’ के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा रखी गईं आठ भैंसों की नीलामी करने की योजना बनाई है. प्रधानमंत्री इमरान खान के एक करीबी सहयोगी ने यह जानकारी दी. दरअसल, खराब अर्थव्यवस्था से जूझ रही खान नीत पाक सरकार ने फिजूलखर्ची से बचने का अभियान चला रखा है. इसके तहत, 80 से अधिक आलीशान कारों की नीलामी की जाएगी. प्रधानमंत्री के राजनीतिक मामलों के विशेष सहायक नईम उल हक ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री आवास में मौजूद आलीशान कारों की नीलामी करेगी. वह कैबिनेट डिवीजन में बिना इस्तेमाल वाले चार अतिरिक्त हेलीकाप्टरों को भी बेचेगी.
After the surplus car auction , 4 surplus helicopters will be sold which are lying unused with the cabinet division. Plus , now listen to this, 8 buffaloes which Nawaz kept at the PM house for his gastronomic requirements. So all potential buyers please get ready.
— Naeem ul Haque (@naeemul_haque) September 10, 2018
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा पीएम आवास में रखी गईं आठ भैंसों की नीलामी भी की जाएगी और उन्होंने संभावित खरीददारों से इसके लिए तैयार रहने को कहा.
पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए इमरान ने शुरू की पहल
आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नवगठित आर्थिक सलाहकार समिति में कई विदेशी अर्थशास्त्रियों को शामिल किया. इसका मकसद देश की अर्थव्यवस्था को दोबारा खड़ा करना है, ताकि देश के लिए आर्थिक नीतियां बनाते समय पेशेवर आर्थिक सलाह मिल सके. डॉन अखबार में रविवार को छपी खबर के मुताबिक खान की सरकार के सामने 10 अरब डॉलर के अंतर को पाटने की तत्काल चुनौती है. इसकी प्रमुख वजह देश से बड़ी राशि का बाहर जाना और निवेश कम होना है.
पाकिस्तान का मौजूदा समय में चालू खाते का घाटा 18 अरब डॉलर है, वहीं इसका विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 10 अरब डॉलर से कुछ अधिक है. यह दो माह के आयात को पूरा करने में ही सक्षम है. पुरानी परंपराओं से अलग इस आर्थिक सलाहकार परिषद में खान ने 18 सदज्ञयों की नियुक्ति की है. इसकी अध्यक्षता वह खुद करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सबसे अच्छी पेशेवर आर्थिक सलाह का उपयोग किया जाए. डॉन की खबर के मुताबिक परिषद की पहली बैठक जल्द हो सकती है.
पाकिस्तान ने अपनाई 'मोदी सरकार' की तरकीब, बचाए 4300 करोड़ रुपए
हाल ही में पाकिस्तान में हुए आम चुनाव में वहां की सभी राजनीतिक पार्टियों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जमकर कोसा, लेकिन इस बार उन्हीं के फॉर्मूले को आजमाकर लाभ उठाया है. दरअसल, पाकिस्तान ने साल 2016 में दुनिया भर की तेल कंपनियों से मोल-भाव करके नेचुरल गैस खरीदने की डील की थी.
इस डील के तहत पाकिस्तान मौजूदा रेट की अपेक्षा सस्ती दर पर अगले 10 साल तक नेचुरल गैस खरीदेगा. इस डील में पाकिस्तान को 60 करोड़ डॉलर यानी करीब 4300 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है. दिलचस्प बात यह है कि डील की यह तरकीब पहले भारत की मोदी सरकार ने अपना चुकी है. पाकिस्तान की सरकारी तेल कंपनी पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) की सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि नेचुरल गैस खरीदने की डील में पाकिस्तान को 60 करोड़ डॉलर का फायदा हुआ है.
इनपुट भाषा से भी